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अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा, शराब पीने में छात्राएं आगे 

raghvendra
Published on: 10 Aug 2018 8:24 AM GMT
अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा, शराब पीने में छात्राएं आगे 
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पणजी: यह बात सभी को पता है कि मौजूदा समय में युवाओं में शराब पीने का चलन बढ़ रहा है,लेकिन हाल में गोवा में हुए एक अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह अध्ययन गोवा मेडिकल कॉलेज में किया गया है। इस अध्ययन से पता चला है कि एशिया के तीसरे सबसे पुराने और गोवा के एक मात्र मेडिकल कॉलेज में छात्र बीयर और व्हिस्की पीना ज्यादा पसंद करते हैं जबकि लड़कियां वाइन और दूसरे कम अल्कोहल वाली शराब पसंद करती हैं।

40.6 फीसदी छात्राएं पीती हैं शराब

वैसे गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में छात्रों में शराब पीने की बढ़ती लत चिंता का कारण बन गयी है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्थ की रिपोर्ट में कॉलेज में शराब की बढ़ती प्रवृत्ति का खुलासा किया गया है। जुलाई एडिशन में छपी इस रिपोर्ट के अनुसार कॉलेज में शराब पीने का प्रचलन 39.4 फीसदी है। रिपोर्ट की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कॉलेज की 40.6 फीसदी छात्राएं शराब पीती हैं जबकि 38 फीसदी छात्रों को शराब पीने की लत है। इस तरह इस मामले में छात्राएं छात्रों से आगे हैं।

शराब का सेवन करने वाले 82.3 फीसदी हल्के अल्कोहल वाली शराब पीने के आदी हैं जबकि 17.7 फीसदी ज्यादा अल्कोहल वाली शराब पीना पसंद करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि छात्रों की तुलना में छात्राओं में शराब पीने का ्रचलन ज्यादा है मगर ज्यादातर छात्राएं कम अल्कोहल वाली शराब पीना पसंद करती हैं। रिपोर्ट के अनुसार कॉलेज में कम अल्कोहल वाली शराब पीने वाली लड़कियों की तादाद 86.5 फीसदी है। शराब पीने वाले मेडिकल कॉलेज के 20 फीसदी स्टूडेंट पणजी के आसपास रहते हैं।

ईसाई समुदाय के स्टूडेंट में लत ज्यादा

इस अध्ययन में वैज्ञानिक तरीके का इस्तेमाल किया है। इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विकसित उपकरण अल्कोहल प्रयोग विकास पहचान परीक्षण (एयूडीआईटी) का उपयोग किया गया। इस उपकरण के जरिये अल्कोहल के सेवन और उससे पैदा होने वाली समस्याओं का आकलन किया जाता है। अध्ययन का एक उल्लेखनीय पहलू यह भी था कि ईसाई समुदाय के स्टूडेंट शराब पीने के ज्यादा लती पाए गए। इसके साथ ही शहरी इलाकों से ताल्लुक रखने वाले व हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट में शराब पीने की प्रवृत्ति ज्यादा पाई गयी। वैसे गोवा में अन्य राज्यों की अपेक्षा शराब पीने की समस्या ज्यादा गंभीर है। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर भी लड़कियों के बीयर पीने पर चिंता जाहिर की थी। उनका कहना है कि लड़कियों को बियर पीता देखकर उनकी सहनशक्ति जवाब दे जाती है।

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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