छात्रों को फेल कर पैसा वसूलने, लावारिस शवों को बेचने के रैकेट तक में शामिल थे पूर्व प्रिंसिपल, अस्पताल के पूर्व अधिकारी का बड़ा दावा

Kolkata Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने दावा किया है कि संदीप घोष लावारिस शवों को बेचने सहित कई अवैध गतिविधियों में शामिल थे। बता दें कि संदीप घोष जांच के दायरे में हैं और सीबीआई उनसे लगातार पूछताछ कर रही है।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 21 Aug 2024 9:39 AM GMT
RG Kar College Ex principal Sandeep Ghosh
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RG Kar College Ex principal Sandeep Ghosh   (photo: social media )

Kolkata Case: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डाक्टर से रेप और मर्डर की घटना के बाद जांच के दायरे में आए पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां सीबीआई उनसे इस मामले में लगातार पूछताछ कर रही है तो वहीं इसी बीच संदीप घोष पर एक बड़ा आरोप लगा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि संदीप घोष लावारिस शवों को बेचने सहित कई अवैध गतिविधियों में शामिल थे। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि घोष बांग्लादेश में बायोमेडिकल अपशिष्ट और मेडिकल उपकरणों की तस्करी में लगे हुए थे। अख्तर अली 2023 तक आरजी कर अस्पताल में ही नियुक्त थे। उन्होंने कहा कि राज्य सतर्कता आयोग के समक्ष इसको लेकर शिकायत भी की गई थी, लेकिन जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

शिकायत की तो हो गया ट्रांसफर

अख्तर अली ने दावा किया कि उन्होंने डॉ. संदीप घोष के खिलाफ राज्य स्वास्थ्य विभाग को एक जांच रिपोर्ट भी भेजी थी, लेकिन इसके बाद उनका आरजी कर अस्पताल से ट्रांसफर कर दिया गया था। उन्होंने कहा, जिस दिन मैंने जांच रिपोर्ट सौंपी, उसी दिन मेरा तबादला कर दिया गया। जांच समिति के अन्य दो सदस्यों का भी तबादला कर दिया गया। मैंने छात्रों को इस आदमी से बचाने के लिए जो कुछ भी कर सकता था वह किया, लेकिन मैं असफल रहा।

बता दें कि महिला डॉक्टर की हत्या पर विरोध के बीच इस्तीफा देने वाले संदीप घोष को उनके इस्तीफे के कुछ घंटों के भीतर ही कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में नई नियुक्ति दी गई थी। हालांकि, कलकत्ता हाईकोर्ट ने इसको लेकर ममता सरकार को फटकार लगाई थी और संदीप घोष को अनिश्चितकालीन छुट्टी पर भेज दिया था।

छात्रों को पास कराने के लिए मांगते थे रिश्वत

अली ने दावा किया कि घोष मेडिकल स्टूडेंट्स को पास कराने के लिए रिश्वत मांगते थे। उन्होंने कहा कि कॉलेज में कुछ छात्रों को जानबूझकर फेल कर दिया जाता था ताकि वह पैसे वसूल सकें। अली ने आरोप लगाया कि संदीप घोष का हर जगह कमीशन तय था।

अब तक 64 घंटे की पूछताछ

बता दें कि डाक्टर संदीप घोष चौतरफा घिर गए हैं। सीबीआई की टीम ने बुधवार को लगातार छठे दिन भी डॉ. संदीप घोष से पूछताछ की। अब तक घोष से 64 घंटे तक पूछताछ की गई है। वहीं, वित्तीय अनियमितता से जुड़े नए मामले में भी डॉक्टर संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में भी चीफ जस्टिस ने संदीप घोष की भूमिका पर सवाल उठाए थे।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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