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Kolkata Rape - Murder Case : जज के सामने सीबीआई का सनसनीखेज खुलासा, थाने में भी किया गया 'कांड', फंस गई पुलिस

Kolkata Rape - Murder Case : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया है।

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Newstrack Network
Published on: 25 Sept 2024 7:39 PM IST (Updated on: 25 Sept 2024 8:30 PM IST)
Kolkata Rape - Murder Case : जज के सामने सीबीआई का सनसनीखेज   खुलासा, थाने में भी किया गया कांड, फंस गई पुलिस
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Kolkata Rape - Murder Case : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (RG Kar Medical College & Hospital) में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या (Kolkata Rape - Murder Case) के मामले की जांच कर रही सीबीआई (CBI) ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया है। सीबीआई ने पुलिस आरोप लगाया है कि थाने के अंदर की रिकॉर्ड और सूबतों छेड़छाड़ की गई है और उन्हें बदला भी गया है।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कोर्ट के सामने पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। सीबीआई ने कहा कि इस मामले से जुड़े सबूतों को बदला गया है और कई रिकॉर्ड झूठे गढ़े गए हैं और ये सबकुछ पुलिस स्टेशन के अंदर हुआ है। सीबीआई ने कहा कि ये बात तब सामने आई, जब ताला थाना प्रभारी अभिजीत मंडल (Abhijit Mandal) और पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष (Sandeep Ghosh) से पूछताछ हुई। सीबीआई ने कोर्ट से कहा कि इसी आधार पर दोनों आरोपियों से आगे भी पूछताछ किए जाने की जरूरत है। सीबीआई की मांग पर कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 30 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

डेटा आने के बाद बड़े खुलासे की संभावना

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अदालत (Court) को बताया कि ताला पुलिस थाने की डीवीआर (DVR) और हार्ड डिस्क (Hard Disk) कब्जे में है, उससे डेटा रिकवर करने के लिए कोलकाता सीएफएसएल (Kolkata CFSL) भेजा गया है। इसके साथ ही दोनों आरोपियों के मोबाइल डेटा को भी रिकवर करने के लिए सीएफएसएल भेजा गया है। सीएफएसएल से एक या दो दिन में डेटा मिल जाएगा। इसी डेटा के आधार पर कई बड़े सबूत हाथ लगने की संभावना है। इसी डेटा और रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों से आगे पूछताछ की जाएगी।

सीबीआई ने पहले भी पुलिस पर लगाया था आरोप

बता दें कि सीबीआई ने इससे पहले भी कोलकाता पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया था। सीबीआई ने कहा था कि इस मामले के मुख्य आरोपी संजय राय को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया था, लेकिन उसके कपड़े और सामान को दो दिन बाद बरामद किया था। यह तब हुआ था, जब पुलिस जानती थी कि कपड़े और सामान से अपराध में आरोपी की भूमिका तय करने में अहम साबित हो सकते हैं। इसके बावजूद लापरवाही की गई थी।



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Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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