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तैमूर के नाम पर कमेंट करने वाले हेटर्स को ऋषि कपूर ने दिया जवाब

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Published on: 22 Dec 2016 8:02 AM GMT
तैमूर के नाम पर कमेंट करने वाले हेटर्स को ऋषि कपूर ने दिया जवाब
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मुंबई: बॉलीवुड की बेबो यानि करीना कपूर खान के बेबी ब्वॉय के नाम को लेकर चल रही कॉन्ट्रोवर्सी पर ऋषि कपूर ने नाराजगी जाहिर की है। ऋषि कपूर ने गुरुवार को ट्वीट किया कि आखिर ये लोग क्यों उतावले हो रहे हैं।

पेरेंट्स को बच्चे का जो नाम रखना था उन्होंने रखा। आप लोग बस अपने काम से मतलब रखिए। इसके बाद ऋषि ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि यू माइंड योर ब्लडी बिजनेस। तुम्हारे बेटे का नाम तो नहीं रखा। तुम कौन होते हो कमेंट्स करने वाले।

क्‍या है पूरा मामला

बॉलीवुड की बेबो यानि करीना कपूर खान ने मंगलवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एक बेबी बॉय को जन्म दिया। बेबी ब्वॉय का नाम ‘तैमूर अली खान पटौदी’ रखा गया है।

सैफ अली खान और करीना का बेटा पैदा होते ही उसका नाम सोशल मीडिया पर छा गया। लोगों ने सैफ-करीना के बेटे का नाम तैमूर रखने पर तरह-तरह के ट्वीट किए। एक तरफ जहां दोनों के फैन्स ने उन्हें बधाई दी, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों ने बच्चे का नाम तैमूर रखने पर कई सवाल खड़े कर दिए।

आगे की स्‍लाइड में पढ़ें ऋषि कपूर ने क्‍या किए ट्वीट्स...









आगेे की स्‍लाइड में पढ़ें कौन था तैमूर...

कौन था तैमूर ?

-तैमूर का जन्म 1336 में उज्बेकिस्तान में हुआ था।

-तैमूर बरलस के तुर्क खानदान में पैदा हुआ था।

-उसका पिता तुरगाई बरलस तुर्कों का नेता था। भारत में मुगल साम्राज्य का संस्थापक बाबर तैमूरलंग का ही वंशज था।

तैमूर दूसरा चंगेज खान बनना चाहता था।

वह चंगेज़ का वंशज होने का दावा करता था, लेकिन असल में वह तुर्क था।

कहा जाता है कि तैमूर लंगड़ा था इसी वजह से यसे तैमूरलंग नाम से भी जाना जाता था।

1369 में तैमूर समरकंद का बादशाह बन गया।

वही समरकंद जहां से बाबर आया था।

1393 तक पूरे मेसोपोटामिया यानी इराक तक तैमूर का अधिकार हो गया।

1398 में तैमूर भारत के करीब पहुंचा।

तैमूर ने मुल्तान पर विजय पाई और फिर भारत पर फुल फ्लेज्ड हमला कर दिया।

13 अक्टूबर 1398 को तैमूर सिंधु, रावी और झेलम को पार कर तैमूर भारत में दाखिल हुआ।

-जनवरी. 1399 को उसने मेरठ पर चढ़ाई की और पूरे मेरठ और आसपास के नगरों को लूटा और हजारों बेकसूर निवासियों को कत्ल किया।

-भारत से लौटने के बाद तैमूर से सन 1400 में अनातोलिया पर आक्रमण किया।

-1402 में अंगोरा के युद्ध में ऑटोमन तुर्कों को बुरी तरह से पराजित किया।

-सन 1405 में जब वह चीन की विजय की योजना बनाने में लगा था, अचानक उसकी मृत्यु हो गई।

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