TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Job Crisis: अगले दो दशक में खत्म हो जाएंगी कई क्षेत्रों में नौकरियां, रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा

Unemployment : ऑक्सफोर्ड के रिसर्च के मुताबिक दुनिया के करीब एक दर्जन से अधिक नौकरियां अगले दो दशक में पूरी तरह खत्म हो जाएंगे इनके रोबोट काम करने लगेंगे। जिससे बेरोजगारी और अधिक बढ़ेगी।

Bishwajeet Kumar
Written By Bishwajeet Kumar
Published on: 29 Jun 2022 4:04 PM IST
Robot
X

Robot (Image Credit : Social Media)

Job Crisis : दुनिया में जितनी तेजी से तकनीक आगे बढ़ रहा है उतनी ही तेजी से बेरोजगारी दर बढ़ने की संभावना भी और अधिक होती जा रही है। आज ऑटोमोबाइल और इंडस्ट्रियल क्षेत्र में बहुत से ऐसे काम है जिन्हें पहले मानव किया करते थे मगर आज मशीनों ने उनकी जगह ले ली है। आई तकनीक विकसित होने से अब बहुत से क्षेत्र में रोबोट की हिस्सेदारी बढ़ रही है। ऑक्सफोर्ड की एक रिसर्च के मुताबिक अगले 20 से 25 वर्षों में दुनिया की करीब आधी नौकरियों को रोबोट करने लगेंगे। इससे मैन्युअल काम होने वाले तथा जहां दोहरी श्रम की जरूरत होती है उन सभी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर काफी ज्यादा बढ़ जाएगी। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख क्षेत्रों के बारे में जिनमें बेरोजगारी दर बढ़ने और रोबोट की हिस्सेदारी अधिक होने की संभावना सबसे ज्यादा है।

1. कार मकैनिक और ड्राइवर

रिसर्च के मुताबिक अगले एक से दो दशक में दुनिया भर से कार ड्राइवर की नौकरी लगभग 90 फ़ीसदी तक खत्म हो जाएगी। इसका सबसे बड़ा कारण आज टेस्ला समेत कई अन्य दिग्गज कार कंपनियां। यह कार कंपनियां सेल्फ ड्राइविंग जैसी तमाम आधुनिक तकनीकों पर तेजी से काम कर रही हैं। कई कारें इनकी सड़कों पर दौड़ भी रही हैं। इन कारों में आप बैठे और अपने तय जगह पर बड़े ही आसानी से पहुंच जाइए। इन कारों के आने से आने वाले कुछ समय में कार ड्राइवर की नौकरियां खत्म हो जाएंगी। इन ड्राइवरों के नौकरियां आधुनिक तकनीक की आई उनसे छीन लेगा।

वहीं अगले दो दशक में कार मकैनिक की नौकरियां भी महज 10 से 15 फ़ीसदी ही बची रहेंगी जिसका कारण आज बहुत सी ऑटोमोबाइल कंपनियां इलेक्ट्रिक कारों पर काम कर रही हैं। इन कारों की सर्विसिंग तथा देखरेख के लिए अब कंप्यूटर जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा, एआई तकनीक से लैस रोबोट इन कारों की सर्विसिंग कर रहे हैं। यही कारण है कि वर्तमान में भी आपको साधारण बाजार में पुरानी कारों के मैकेनिक को बड़े ही आसानी से मिल जाएंगे मगर इलेक्ट्रिक वाहनों को ठीक करवाने में आपको कोई एक्सपोर्ट ढूंढना पड़ेगा। एक्सपर्ट आपको कार के डीलरशिप ही दिला सकते हैं। बहुत कम मकैनिक ही ऐसे होंगे जो आपको साधारण बाजारों में इलेक्ट्रिक कार जैसी आधुनिक गाड़ियों का सर्विसिंग कर सकें।

2. कंप्यूटर रिपेयरिंग टेक्नीशियन

तकनीकी तरक्की के कारण आज कंप्यूटर्स भी ऐसे बनने लगे हैं दिन के खराब होने के बाद भी उपयोगकर्ता को ज्यादा नुकसान नहीं होता है। आज बड़े ही आसानी से कंप्यूटर को रिसाइकल किया जा सकता है जिसके कारण उपयोगकर्ता इसके बदले ठीक-ठाक रकम जमा कर लेता है। आज के दौर में जब कभी कंप्यूटर खराब होता है तो ज्यादातर लोगों के मन में यही आता है कि हम इसकी मरम्मत करने के बजाय इसे रिप्लेस कर सकते हैं जिसके कारण कंप्यूटर मैकेनिक यानी टेक्नीशियन की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा है अनुमान है कि आने वाले कुछ दिनों में कंप्यूटर की तकनीक और ज्यादा अच्छी हो जाएगी जिसके कारण कंप्यूटर टेक्नीशियन की नौकरी नाम मात्र रह जाएगी।

3. मूल्य निर्धारण या विश्लेषक

नई तकनीक के आने से बहुत से क्षेत्रों में अब काम काफी तेजी से होने लगा है। इस पत्नी का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि इसके जरिए कई लोगों का काम एक साथ एक समय पर किया जा सकता है। आज बहुत देर से कंपनी है जो एआई एल्गोरिदम का उपयोग कर उत्पादों की लागत मार्केट रुझान के हिसाब से तय कर रहे हैं इन कंपनियों में मूल्य विश्लेषक के पदों को खत्म कर दिया गया है अनुमान है कि आने वाले 10 से 15 सालों में एआई तकनीक और अधिक विकसित हो जाएगा जिसके बाद मूल्य विश्लेषक की नौकरियां करीब 5 फ़ीसदी से भी कम रह जाएंगी।

4. गोदाम कर्मचारी

गोदाम में काम करना कुछ सबसे जोखिम भरे कामों में से एक है। मगर तकनीक के विकास के कारण आज इन कामों में भी काफी तेजी आई है। अब कंपनियां मनुष्यों की जगह गोदामों में रोबोट से काम करवा रही हैं। ऐमेज़ॉन जैसी दिग्गज कंपनी के मालिक जिस जिस ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह चाहते हैं कि उनके कंपनी के गोदामों में एआई वाले रोबोट काम करें जो बड़े ही तेजी से हफ्ते के सातों दिन और चौबीसों घंटे काम करते रहें। हालांकि इस क्षेत्र को लेकर स्पेसएक्स के मालिक एलोन मस्क का अलग विचार है उनका कहना है कि रोबोट सरल कार्यों से अत्यधिक जटिल हो जाते हैं। इसलिए गोदाम में कभी भी मनुष्यों की नौकरी खत्म नहीं की जा सकती वहां रोबोट की तैनाती एक सीमित फ़ीसदी तक ही की जा सकती है। इसके बावजूद भी विशेषज्ञों का मानना है कि एआई के विकसित होने से अगले एक दशक में गोदाम में काम करने के लिए नौकरियां लगभग 70 फ़ीसदी तक कम हो जाएंगी।

5. गहरे समुद्र में गोताखोर

गहरे समुद्र के गोताखोर कई दशकों से समुद्र के भीतर मौजूद बहुत से चीजों के बारे में शोध करते रहे हैं। इनके जरिए मेडिकल क्षेत्र के साथ-साथ बहुत क्षेत्रों को फायदा हुआ है। मगर आने वाले कुछ वक्त में गहरे समुद्र के गोताखोरों के नौकरी पर भी खतरा मंडराता दिख रहा है। आज बहुत सी कंपनियां गहरे पानी में गोताखोरों की जगह हाईटेक कैमरे, रोबोट और ड्रोन्स के जरिए स्कैनिंग और रिसर्च का काम करवा रही हैं। ऑस्ट्रेलिया में तो कई रिसर्च से जुड़े 100 फ़ीसदी से अधिक सच हुए हैं रोबोट के आने के कारण शोध और तेजी से हो सकेगा। इनकी आने से सुरक्षा की चिंताएं दूर हो जाएंगी तथा यह फायदा भी होगा किया समुद्र की और अधिक गहराई तक जाकर अधिक दबाव पर भी ज्यादा चीजों के बारे में पता कर सकेंगे। अनुमान के मुताबिक आने वाले 10 सालों में ही गहरे पानी के गोताखोरों की 50 फ़ीसदी से अधिक नौकरियां रोबोट हाईटेक कैमरे और ड्रोन ले लेंगे।

6. हवाई यातायात नियंत्रक

नौकरी के बाजार पर स्वचालन का गहरा प्रभाव पड़ रहा है। तकनीक के विकास के कारण एयर ट्रेफिक कंट्रोलर के नौकरियों पर भी खतरा मंडराता दिख रहा है। आने वाले कुछ सालों में एयर ट्रेफिक कंट्रोल के बहुत से पदों को रोबोट संभालेंगे हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस क्षेत्र में उतनी तेजी से बदलाव नहीं किया जा सकता जितनी अन्य क्षेत्रों में क्योंकि माननीय छुट्टियों के कारण कई बार भयावह परिणाम देखने को मिले हैं मगर फिर भी मनुष्य अपनी भूमिका दूसरे तरह से निभाता है इन क्षेत्रों में रोबोट आने वाले एक से दो दशक तक बहुत अधिक तेजी से कार्य नहीं संभाल सकते हैं।

7. टोलबूथ ऑपरेटर

आज बहुत से देशों में टोल बूथ धीरे-धीरे खत्म किए जा रहे हैं जिसके कारण टोल बूथ पर काम करने वाले कर्मचारियों की नौकरियां भी बड़े ही तेजी से खत्म हो रही है। मूलभूत के खत्म होने के पीछे सबसे बड़ा कारण तकनीक है तकनीकी विकास के कारण आज हाई डेफिनेशन कैमरे मौजूद हैं जिनके जरिए बड़े ही आसानी से वाहनों की नंबर प्लेट की स्कैनिंग की जा रही है। नई तकनीक के जरिए बड़े ही आसानी से यह कैलकुलेशन किया जा रहा है कि कौन सी गाड़ी कितनी दूर चली। वर्तमान में राजस्थान में बनने वाले एक्सप्रेस वे पर सरकार एक भी टोल नाका नहीं बना रही है यहां हाईटेक कैमरे और नंबर प्लेट रीडर के जरिए कारों के डिटेल को कंट्रोल लाइन तक भेजा जाएगा और यहीं से एग्जिट और एंट्री प्वाइंट की जानकारी लेकर गाड़ी कितनी दूर चली यह कैलकुलेशन कर लिया जाएगा इसके बाद तुरंत वाहन के फास्टैग अकाउंट से पैसे कट जाएंगे। यही कारण है कि आने वाले एक दशक में टोल बूथ की सभी नौकरियां खत्म हो जाएंगी।

8. फास्ट-फूड रेस्तरां सर्वर

रोबोट अब रेस्टोरेंट्स में भी काम करने लगे हैं जिसके कारण रेस्टोरेंट्स में काम करने वाले वेटर तथा अन्य कर्मचारियों के नौकरियों पर खतरा मंडराने लगा है आज जापान समेत कई अन्य देशों में रोबोट ही रेस्टोरेंट में भोजन वितरण करते हैं इसके अलावा मैकडॉनल्ड जैसी बड़ी कंपनियों के रेस्टोरेंट्स में रोबोट की ग्राहकों को टू डिलीवर करते हैं यही कारण है कि आने वाले वक्त में रोबोट की नौकरी खत्म होने की अधिक संभावना है।

9. लाइब्रेरियन

लाइब्रेरियन की नौकरी भी आने वाले एक दशक में तूने पर पहुंच जाएगी इसका कारण तकनीक से ज्यादा लोगों की जीवनशैली में तेजी से हो रही बदलाव भी है। आज किताबें पहले की अपेक्षा बहुत सस्ती मिलने लगी है लेकिन इसके बावजूद अब लोगों को ही बुक और ऑडियोबुक जैसी चीजों का ज्यादा लगता जा रहा है। ई बुक और ऑडियोबुक को लोग कहीं भी बड़े ही आसानी से पढ़ ले रहे हैं ऑडियोबुक आने से शोर-शराबे वाले जैसे जगहों का भी कोई मतलब नहीं रहा लोग अपने फोन और ईयर फोन के जरिए कहीं भी किताबों को पढ़ रहे हैं यही कारण है कि आने वाले एक दशक में लाइब्रेरियन की नौकरियां भी खत्म हो जाएंगी।

10. असेंबली लाइन की नौकरियां

आज किसी भी क्षेत्र की कंपनी अपने असेंबली लाइन में मनुष्यों से ज्यादा रोबोट्स को प्राथमिकता देती। एक आंकड़े के मुताबिक 1947 के बाद से करीब 30 लाख नौकरियां असेंबली लाइन से खत्म हो चुकी हैं इनकी जगह आधुनिक रोबोट्स ने ले ली है इनकी आने से कंपनियों को दो तरह से फायदा हुआ जहां एक रोबोट करीब 10 कर्मचारियों का काम 1 दिन में कर लेता है वही इसके आने से काम में निरंतरता भी बनी रहती है यही कारण है कि असेंबली लाइन की नौकरियों पर भी तेजी से खतरा मंडरा रहा है।

11. कमर्शियल पेंटर

अगर आपको पिछले पांच 7 साल पहले का दृश्य यादव तो आपने बहुत से जगह देखा होगा कि दीवारों पर कंपनियां अपने प्रचार के लिए पेंटिंग बनवाया करती थी चुनाव के दौरान राजनीतिक दल डिजिटल पोस्टर और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की जगह हाथों से लिखे हुए होर्डिंग पर पोस्टर को ज्यादा प्राथमिकता देते थे मगर तकनीक के विकास के कारण आज कम वक्त में बड़े ही आसानी से लोग पोस्टर और बैनर जैसी चीजें बड़ी ही आसानी से प्रिंट करवा लेते हैं। यही कारण है कि अब कंपनियां अपने प्रचार के लिए कमर्शियल पेंटर की जगह डिजिटल प्रिंट पोस्टर या होर्डिंग को चुनती हैं।

12. ग्राहक सेवा प्रतिनिधि

इंटरनेट जैसी कई आधुनिक चीजें आने के कारण अब बहुत से कंपनियों ने अपने ग्राहक सेवा प्रतिनिधि के पदों को खत्म कर दिया है। आज नई तकनीक के आने से चैटबॉट बड़े ही कम वक्त में आपके सवालों का जवाब दे देते हैं आपके महज एक टेक्स्ट पर ही वह आपके समस्याओं को समझ जाते हैं यही कारण है कि धीरे-धीरे ग्राहक सेवा प्रतिनिधि के नौकरियां भी खत्म हो रही हैं।

13. ट्रांसलेटर यानी अनुवादक

इंटरनेट के विकास के कारण आज लोगों को ट्रांसलेटर की जरूरत नहीं पड़ती वह बड़े ही आसानी से अपने मोबाइल फोन और कंप्यूटर के जरिए कठिन से कठिन शब्दों को ट्रांसलेट कर देते हैं। आज कई मशीनें आ गई हैं जिनके कारण अनुवाद को की नौकरियां भी खत्म हो रही हैं।

14. कैशियर

कैसियर की नौकरियां भी अब धीरे-धीरे खत्म होने लगी है एटीएम के विकास के बाद से ही कैसियर की नौकरियों में लगातार कमी आ रही है। वहीं, अब इंटरनेट की पहुंच सभी लोगों तक होने के कारण लोग डिजिटल पेमेंट का चुनाव अधिक कर रहे हैं। जिसके कारण उनकी जिंदगी से अब धीरे-धीरे गैस की महत्वता कम होती जा रही है यही कारण है कि बैंक और अन्य जगहों से अब कैशियर की पद हटाई जा रही है।



\
Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

Next Story