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रोहिंग्या मुसलमान बने मुसीबत- अवैध आव्रजन रोकने के लिए कदम उठा रही सरकार

Rishi
Published on: 1 Aug 2017 12:32 PM GMT
रोहिंग्या मुसलमान बने मुसीबत- अवैध आव्रजन रोकने के लिए कदम उठा रही सरकार
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नई दिल्ली : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने मंगलवार को कहा कि सरकार देश में अवैध रूप से बड़ी संख्या में प्रवेश करने वालों को रोकने और जनसांख्किीय स्वरूप में किसी भी तरह के बदलाव पर रोक के लिए भी पुख्ता कदम उठा रही है।

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रिजिजू ने प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के सवाल के जवाब में कहा, "यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि हम देश में प्रवासियों की अनियंत्रित संख्या आने नहीं देंगे, जिससे सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृति समस्याएं पैदा होती हैं। हम इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि देश में जनसंख्या का स्वरूप प्रभावित नहीं हो।"

म्यांमार से प्रताड़ित रोहिंग्या मुसलमानों के बड़ी संख्या में जम्मू एवं कश्मीर पहुंचने के सवाल पर रिजिजू ने कहा कि राज्य में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए 'कॉन्सेनट्रैशन कैंप' (संक्रेंदण शिविर) बनाए गए हैं।

उन्होंने कहा, "यूएनएचसीआर के मुताबिक, 13,000 रोहिंग्या मुसलमान पंजीकृत है। हालांकि हमें आईबी से भी आंकड़े मिले हैं, जिससे पता चलता है कि वे बड़ी संख्या में देश में आए हैं।"

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मंत्री ने कहा, "जहां तक जम्मू एवं कश्मीर की बात है, रोहिंग्या मुसलमानों का एक 'कॉन्सेनट्रैशन कैंप' बनाया गया है..।"

उनके ऐसा कहने पर विपक्षी सांसदों ने सवाल उठाया कि देश में 'कॉन्सेनट्रैशन कैंप' कैसे बनाया जा सकता है?

रिजिजू ने इसका तुरंत जवाब देते हुए कहा कि इसकी तुलना जर्मनी के 'कॉन्सेनट्रैशन कैंप' से नहीं की जानी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि 'जर्मन कॉन्सेनट्रैशन कैंप' का आम तौर पर अर्थ द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान नाजियों द्वारा विरोधियों व राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को यातना देने के लिए स्थापित किए गए शिविरों से लगाया जाता है। इसे यातना शिविर भी कहा जाता है।

'कॉन्सेनट्रैशन कैंप' शब्द पर विपक्ष की आपत्ति के बाद रिजिजू ने स्पष्ट किया, "यह डिटेंशन (हिरासत) शिविर नहीं है। यदि आप इसे जर्मनी के यातना शिविर से जोड़ रहे हैं तो मैं उसकी बात नहीं कर रहा हूं। भारत सरकार ने 'कॉन्सेनट्रैशन कैंप' नहीं बनाए हैं, बल्कि उन्होंने (रोहिंग्या मुसलमानों) ही खुद को एक जगह केंद्रित कर रखा है।"

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इससे पहले खड़गे ने रिजिजू से पूछा कि क्या सरकार के पास देश में अवैध आव्रजकों की संख्या का आंकड़ा है और क्या सरकार इस तरह के आंकड़ों को इकट्ठा करने के लिए किसी तरह के कदम उठा रही है?

इसके जवाब में रिजिजू ने कहा कि यह बताना मुश्किल है, क्योंकि आव्रजक वैध माध्यमों से देश में प्रवेश नहीं करते।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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