TRENDING TAGS :
जम्मू-कश्मीर में गुपकार गठबंधन को करारा झटका, सज्जाद लोन ने किया बड़ा एलान
जम्मू कश्मीर की पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने सात क्षेत्रीय दलों को मिलाकर बने इस गठबंधन से बाहर आने का फैसला किया है। उनका कहना है कि सच्चाई तो यह है कि गठबंधन में शामिल घटक दल एक-दूसरे को देखना तक नहीं चाहते।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए बने गुपकार गठबंधन में फूट पड़ गई है। जम्मू कश्मीर की पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने सात क्षेत्रीय दलों को मिलाकर बने इस गठबंधन से बाहर आने का फैसला किया है। उनका कहना है कि सच्चाई तो यह है कि गठबंधन में शामिल घटक दल एक-दूसरे को देखना तक नहीं चाहते।
उन्होंने हाल में हुए जिला विकास परिषद चुनावों को लेकर भी बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इन चुनावों के दौरान एक सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम के बावजूद प्रॉक्सी उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर सियासी फायदा उठाने की कोशिश की गई।
फारूख अब्दुल्ला को लिखा कड़ा पत्र
लोन ने गुपकार गठबंधन के प्रमुख एवं नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला को कड़े शब्दों में पत्र लिखा है। अपने पत्र में लोन ने कहा है कि जनता इस बात को जानती है कि राजनीतिक लाभ पाने के लालच में हमने अंधे होकर एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी उतारे।
लोन ने कहा कि हालांकि यह सच्चाई है कि गुपकार गठबंधन ने इस चुनाव में सबसे अधिक सीटों पर जीत दर्ज की मगर उसके साथ ही यह भी सच्चाई है कि हम सभी एक-दूसरे का पैर खींचने में भी पीछे नहीं रहे।
ये भी देखें:भारत के जेम्स बांड अजीत डोभाल, ऐसे बने देश के सबसे ताकतवर अधिकारी
सात दलों ने मिलकर बनाया है गठबंधन
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने के उद्देश्य से सात पार्टियों ने मिलकर गुपकार गठबंधन बनाया है। इस गठबंधन को बनाने का मकसद मिलकर अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए संघर्ष करना है। इस गठबंधन में राज्य के दोनों प्रमुख सियासी दल नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) शामिल है।
गठबंधन ने मिलकर लड़ा था चुनाव
पीपुल्स कांफ्रेंस इस गठबंधन से बाहर होने वाली पहली पार्टी है। पीपुल्स कांफ्रेंस के गठबंधन से अलग होने के फैसले को गुपकार गठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। गुपकार गठबंधन डीडीसी चुनाव में 112 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि भारतीय जनता पार्टी 75 सीटों पर विजय के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पीपुल्स कांफ्रेंस ने 10 सीटों पर चुनाव लड़कर 8 सीटों पर जीत हासिल की है।
ये भी देखें: शोक में डूबे किसान: आंदोलन में हुई ये बड़ी घटना, मौत से पहले ये कह गया अन्नदाता
लोन ने उजागर की सच्चाई
गठबंधन के नेताओं को घेरते हुए लोन ने कहा कि गठबंधन चलाने के लिए सभी दलों को एक-दूसरे को सम्मान देना पड़ता है, लेकिन गुपकार में कोई किसी को सहयोग नहीं कर रहा है। सच्चाई तो यह है कि कोई भी दल दूसरे के लिए जगह देने को तैयार नहीं है। कोई भी पार्टी कुछ भी छोड़ने को तैयार नहीं है। हमने चुनाव में इस सच्चाई को देखा है जब हमने एक-दूसरे के खिलाफ ही लड़ाई लड़ी है।
एक-दूसरे का पैर खींचने में जुटे हैं दल
लोन का कहना है कि हालांकि डीडीसी चुनाव में गुपकार ने विजय हासिल की, लेकिन गठबंधन उम्मीदवारों के खिलाफ गठबंधन की पार्टी के ही लोगों ने मतदान किया और चुनाव में गठबंधन का वोट शेयर काफी खराब रहा। इससे साफ है कि गठबंधन में शामिल दल एक-दूसरे को मदद पहुंचाने की जगह एक-दूसरे का पैर खींचने में ही लगे रहे।
ऐसी स्थिति में उनकी पार्टी के लिए गठबंधन में बने रहना काफी मुश्किल काम है। लोन ने अपना पत्र मीडिया के लिए भी जारी किया है। इससे साफ है कि वे अपनी नाराजगी हर किसी तक पहुंचाना चाहते हैं।
ये भी देखें: BJP का प्लान: ममता के खिलाफ उतारेगी इस दिग्गज को, नंदीग्राम से ये होंगे प्रत्याशी
फारूख और महबूबा को करारा झटका
जम्मू कश्मीर में गुपकार गठबंधन को सियासी संघर्ष का बड़ा मंच माना जाता रहा है मगर लोन के इस कदम से साफ हो गया है कि गुपकार गठबंधन में भी फूट पड़ चुकी है। जानकारों का कहना है कि लोन ने गठबंधन से अलग होकर फारूख अब्दुल्ला और जम्मू कश्मीर की मुख्य पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को करारा झटका दिया है। देखने वाली बात यह होगी कि गठबंधन में शामिल अन्य दलों की इस पर क्या प्रतिक्रिया होती है।
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।