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BJP: भाजपा अध्यक्ष की रेस में यह महिला नेत्री सबसे आगे, ले सकती हैं जेपी नड्डा की जगह, जानिए कौन हैं ये?
BJP News: छत्तीसगढ़ से आने वाली सरोज पांडेय बड़ी नेता हैं। वह महापौर, विधायक, लोकसभा सांसद, राज्यसभा सांसद भी रह चुकी हैं। भिलाई में जन्मीं सरोज पांडेय ने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रखा।
BJP News: नए भाजपा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पार्टी में चर्चा तेज हो गई है। इसको लेकर दिल्ली के भाजपा कार्यालय में एक के बाद एक बैठकों का दौर जारी है। इन बैठकों के बारे में लगातार पीएम मोदी और संघ को भी अवगत कराया जा रहा है। वर्तमान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। लोकसभा चुनावों को देखते हुए उन्हें छह महीने और अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए कहा गया था। अब भाजपा अपने नए अध्यक्ष की तलाश में जुट गई है। माना जा रहा है कि नए साल में भाजपा को नया अध्यक्ष मिल जाएगा।
अध्यक्ष पद की दौड़ में जो नाम सबसे आगे चल रहे हैं उसमें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ की कद्दावर नेता डाक्टर सरोज पांडेय और अनुराग ठाकुर का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इस बार पार्टी की बागडोर किसी महिला को सौंपी जा सकती है। माना जा रहा है कि सरोज पांडे को अध्यक्ष बनाया जा सकता है। सरोज पांडेय को संगठन की भी अच्छी समझ है। वह संगठन में कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं। ऐसे में अगर वह दावा करती हैं तो उनका दावा काफी मजूबत रहेगा।
भाजपा की नजर आधी आबादी पर
भाजपा हमेशा महिलाओं के विकास, उनकी हर क्षेत्र में भागीदारी, राजनीति में उनकी भागीदारी को लेकर मुखर रही है। हर चुनाव में भाजपा महिलाओं का जिक्र करती है। भाजपा महिलाओं के लिए कई योजनाएं उन राज्यों में लाई है जहां पर उनकी सरकार है। पार्टी किसी महिला को अध्यक्ष बना कर इस तरह का बड़ा संदेश भी देना चाहती है कि वह महिलाओं को समाज में बराबर का दर्जा दिलाने के लिए हमेशा तत्पर रहती है। भाजपा को मालूम है कि अगर महिला वोटर उनके साथ आती हैं तो उनके लिए कोई भी चुनाव मुश्किल नहीं होगा। इसको देखते हुए पार्टी इस बार किसी महिला को अध्यक्ष पद की कमान सौंप सकती है।
कौन हैं डाक्टर सरोज पांडेय जिनके नाम की हो रही है चर्चा?
भाजपा में डाक्टर सरोज पांडेय एक बड़ा नाम है। वह पार्टी के संगठन में विभिन्न पदों पर रह चुकी हैं। वह लोकसभा और राज्यसभा की सांसद भी रह चुकी हैं। छत्तीसगढ़ से आने वाली सरोज पांडेय बड़ी नेता हैं। वह महापौर, विधायक, लोकसभा सांसद, राज्यसभा सांसद भी रह चुकी हैं। भिलाई में जन्मीं सरोज पांडेय ने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रखा। युवा सशक्तिकरण, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर उनकी पैनी नज़र रही है। उन्होंने दुर्ग जिले से एक ही साल में महापौर, विधायक और सांसद का पदभार संभाला। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह छत्तीसगढ़ की एकमात्र नेता हैं। 2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी वे राजनीति में काफी सक्रिय रहीं। इसी साल उनका राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त हुआ है।
2000 में बनीं महापौर
सरोज पांडेय साल 2000 में दुर्ग की महापौर चुनी गई थीं। वे इस पद को संभालने वाली अपने गृहनगर में पहली महिला थीं। लगातार दो कार्यकाल तक महापौर रहीं। यही नहीं एक खास बात यह है कि उन्हें लगातार दस साल तक सर्वश्रेष्ठ महापौर का पुरस्कार भी मिला। महापौर के रूप में मिली सफलता ने उनके राजनीतिक जीवन को नई ऊंचाइयां दीं और उनका राजनीति कद भी बढ़ाने में सहायक रहीं।
जब तीन बार के सांसद को हराया
सरोज पांडेय ने 2008 में वैशाली नगर से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत कर विधानसभा पहुंचीं। इसके बाद 2009 में उन्होंने दुर्ग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और तीन बार के सांसद को हराकर पहली बार संसद पहुंचीं। उनकी इस जीत से उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। वे भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय महासचिव और उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
2014 में लोकसभा हारीं तो 2018 में राज्यसभा पहुंच गईं
सरोज पांडेय को 2014 के मोदी लहर में लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। वे दुर्ग सीट से कांग्रेस उम्मीदवार ताम्रध्वज साहू से हार गईं। हालांकि, वह इस हार से अपना हिम्मत नहीं हारी और राजनीति में लगातार एक्टिव रहीं और इसी का नतीजा रहा कि वह 2018 में छत्तीसगढ़ से भाजपा की पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनीं।