गजब किए हो मालिक! राहुल की जैकेट पर दिल आ गया है तो बताओ ?

Rishi
Published on: 31 Jan 2018 12:02 PM GMT
गजब किए हो मालिक! राहुल की जैकेट पर दिल आ गया है तो बताओ ?
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नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का मेघालय दौरा दो वजहों से चर्चा में आ गया है। एक तो उनकी कथित हजारों की जैकेट दूसरी उनकी दरियादिली जो बहुतों को पसंद तो कुछ को नापसंद आ रही है। पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में फरवरी में चुनाव होने है। इससे पहले ही बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी तीरंदाजी शुरू हो गई है। इसके बाद हर एक चुनाव की तरह ही इस बार भी राहुल ही बीजेपी के निशाने पर हैं।

अब हमारे भेजे में सिर्फ एक ही बात आती है कि जब हम कोई जैकेट पहन कर निकलते हैं। तो भले ही वो हजारों की हो लेकिन बंदा ( सिर्फ वो जिन्हें ब्रांड व नए पुराने कपड़े की समझ नहीं है, उनके लिए कहा जा रहा है, बाकी लोग गुर्दों पर मत लें) यहीं बेइज्जती कर देता है कि क्या निक्सन मार्केट से ली है।

अब जो लखनऊ के नहीं हैं। उनका ज्ञानवर्धन कर देते हैं। दरअसल निक्सन मार्केट में पुराने कपड़े मिलते हैं। जिन्हें धो पोछ कर चिकना कर दिया जाता है। वहीं राहुल बाबा को देख लीजिए भले ही वो जैकेट सौ रुपल्ली की हो लेकिन राहुल द ग्रेट ने पहनी है तो बहुते महंगी साबित हो गई।

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राहुल की जैकेट की कीमत पर सवाल खड़े करते हुए बीजेपी मेघालय ने अपने ट्विटर अकाउंट से जैकेट की कीमत 70,000 रुपए बताई। अमा क्या नेता जी ये सात सौ की क्यों नहीं हो सकती सीपी से मंगा ली होगी राहुल बाबा ने कौन सा उनको ये जिंदगी भर दबा के रखनी थी एक बार पहनी उसके बाद उछाल देने वाले हैं किंही रामू काका के ऊपर कि जाओ मौज करो।

वैसे मेघालय में बीजेपी वाले भी खलिहर ही हैं। जैकेट देखी और मिन्त्रा और जबोंग खोल के देखने लगे कि लाओ हम भी खरीद लें। लेकिन जब जैकेट की कीमत देखी तो फूंक सरक गई तो लिख मारे ट्वीट, ‘तो राहुल गांधी मेघालय के सरकारी खजाने को चूसकर ब्लैक मनी से बनी सूट बूट की सरकार? हमारे दुखों पर गाना गाने की बजाय, आप मेघालय की नकारा सरकार का रिपोर्ट कार्ड दे सकते थे। आपकी उदासीनता हमारा मजाक उड़ाती है।’

इसके बाद तो रेणुका दीदी मजे लेने लगीं बोली ऐसी जैकेट मैं 700 रुपए में दिखा सकती हूं। अगर प्रधामंत्री चाहें तो मैं उन्हें भी भेज दूंगी।

अब आप ही बताओ इसमें अपने मोदी चचा की क्या गलती हर बार वो तो नहीं कहते उनके भगत भी मुद्दा उठा लेते हैं लेकिन वजन से खुदे दब जाते हैं। अब देखो मौज ले रहे हैं न कांग्रेस वाले।

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अमा कहां चले। अभी हमारी बात को विराम नहीं लगा। राहुल बाबा अरे वही जो कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। फ्लाइट में एक बंदे का बैग उठाने में जरा सी हेल्प क्या कर दी। भाई लोग दाना पानी लेकर चढ़ बैठे हैं। भैया जी हम इंडिया के लोग हैं किसी का दुःख सहन नहीं होता।

राहुल ने हेल्प कर दी तो कौन का किसी का गुर्दा नोच लिया। काहे तुम नहीं करते रोड पर.. जब कोई लड़की अपनी ही गलती से पसर जाती है। तब तो बड़ा दौड़ के हेल्प करते हो अब काहे बम बम कर रहे हो।

वैसे फर्जी के ज्ञानदत्त मत बनो काम करो मोदी चचा ने लैपटॉप ये सब करने के लिए नहीं दिया है। कुछ काम कर लो ऊपर वाला (मोदी जी) माफ़ नहीं करेंगे।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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