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अमा कहिए कुछ भी ! राहुल बाबा कंप्लीट न्यूज़ मटेरियल हैं, बाकी तो @#$ हैं
आशीष शर्मा 'ऋषि'
राहुल बाबा ! अमा अपने गांधी नेहरू खानदान के चश्मों चिराग राहुल गांधी। बंदे में कुछ तो बात है। बिना कुछ बोले भी प्राइम टाइम खाने की कुब्बत अगर इस समय हिन्दुस्तान में किसी में है, तो यही है, यही है, यही तो है वो..... अब देखिए ना बाबा अगर सोमनाथ मंदिर जाते और चले आते। बात आई गई हो जाती। लेकिन बंदे ने भी सुबह पोट्टी जाने से पहले कसम खा ली थी कि आज कुछ ऐसा कर जाऊंगा जो तुमको चैन से सोने नहीं देगा। फिर क्या था कलम उठाई और ठोक दिया गैर हिंदू वाले रजिस्टर में राहुल गांधी दिल्ली।
इसके बाद तो जैसे देश भर में भूचाल आ गया कि राहुल गांधी ने गैर हिंदू आगंतुक वाले रजिस्टर में साइन ठोक दिया है। टीवी से लेकर बीवी तक चर्चा होने लगी। देखो का कर दिए राहुल गांधी। टीवी पर ज्ञानदत्त लग गए चीखने चिल्लाने में। कुछ ज्ञानी जन ताल ठोकने लगे.. हमने सबसे पहले कहा था कि राहुल हिंदू नहीं हैं। देखा आज मान लिया न।
अमा हिंदू है की नहीं इससे क्या फर्क पड़ता है। मंदिर ने तो नहीं कहा की मत आओ। जिसे देखो ज्ञान उड़ेलने में पड़ा है। दोपहर से सोशल साईट से लेकर टीवी और गली नुक्कड़ पर राहुल के नाम पर हाय हाय मच रही है।
मालिक बक्श दो! इस हौ हौ कौ कौ से। किसी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। तुम काहे खून सुखा रहे हो। घर जाओ बीवी तैयार हो कर चाय की प्याली के साथ इंतजार कर रही होगी। तुम कहे कुवारे राहुल की टेंशन में सूखे जा रहे हो। हिंदू होते तो क्या तुमको अपने लल्ला के यज्ञोपवीत संस्कार में बुलउवा भेजते और तुम शादी वाला कोट सूट झाड चल देते। नहीं ना ! तो फिर काहे तुमको मिचमिची लगी है।
अमा एक तो ऐसे ही करने को बहुत काम है। सर जी बोले हैं अपनी रिपोर्ट बना के दो की महीने भर लैपटाप पर क्या उंगलियां तोड़े रहते हो। ऊपर से सोनिया के लाल ने कमाल कर दिया। साइन करने का इतना ही शौक है तो भैया 10 रुपैया की डायरी खरीद लेते। करते रहते साइन। लेकिन नहीं आप तो द राहुल गांधी हैं। पार्टी के पोस्टर बॉय हैं। ऐसे कैसे सूखे में दर्शन कर लेते।
ए! एक मिनट रुको जरा, कहीं तुम्ही तो वो साइन वाला पन्ना वायरल नहीं करा दिए! कि कोई फुटेज नहीं दे रहा। हम दौरा कर रहे हैं। चलो कोई गुल खिला दें। अब समझ आ गया हमको की राहुल बाबा कंपलीट न्यूज़ मटिरियल तो तुम ही हो। बाकी सब तो ही ही ही ही! हम कुछ नहीं कहेंगे!!
नोटिस अवश्य पढ़िए! वो क्या है की पूरे दिन रिपोर्ट बनाते रहे हैं। कोई काम करने को था नहीं। खबर पढ़ रहे थे तो सोचा थोड़ी बकलोली कर लें। गुस्सा तो नहीं है न! पढ़ तो लिए हैं आप। तभी तो यहां तक आए धन्यवाद! शुक्रिया !! अच्छा चलता हूं दुवाओं में याद रखना।
ओ तेरी! भूल गया इस सारे लिखे के लिए माफी मांग रहे हैं, नोटिस मत भेज देना।