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जरा हट केः पांचवीं के छात्र को स्कूल ने किया फेल तो कोर्ट ने कर दिया पास
Court News: कोर्ट ने निजी स्कूल औैर शिक्षा निदेशालय को चार सप्ताह में जवाब देने को कहा है। इस मामले की अगली सुनवाई अब चार जुलाई को होगी।
Student (Pic:Social Media)
Court News: यह खबर आपको हैरान कर देने वाली है। जी हां एक स्कूल ने अपने यहां पढ़ रहे पांचवीं के छात्र को फेल कर दिया लेकिन उसे कोर्ट से राहत मिल गई और कोर्ट ने छात्र को पास कर दिया। पांचवीं क्लास का बच्चा यदि खिलौने लेने पर अड़े या टॉफी के लिए लड़े तो उसकी लड़ाई भी बहुत प्यारी लगती है। लेकिन हैरानी तो तब होती है जब दस साल के बालक को अपने हक के लिए कानूनी लड़ाई लड़नी पड़े। जाहिर है कि कोर्ट में अभिभावकों और वकील ने मोर्चा संभाला होगा, लेकिन यह युद्ध तो उस बालक का ही था। छात्र अपनी लड़ाई लड़ा और छठी कक्षा में जाने का हक हासिल किया।
न्यायमूर्ति सी. हरिशंकर की पीठ ने पिता की मार्फत दायर याचिका को स्वीकार करते हुए कहा, संतुलन का सिद्धांत बच्चे के हक में है, क्योंकि उसकी शिक्षा प्रभावित होती है तो वह अपूर्णीय क्षति होगी, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती। वहीं, स्कूल बच्चे को छठी कक्षा में बैठने देता है तो इससे स्कूल पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। बच्चे का आरोप था कि उसे गलत ढंग से फेल कर दिया गया। इससे शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन हुआ है। इस पर कोर्ट ने निजी स्कूल औैर शिक्षा निदेशालय को चार सप्ताह में जवाब देने को कहा है। इस मामले की अगली सुनवाई अब चार जुलाई को होगी।
क्या है पूरा मामला?
कोर्ट में दायर याचिका के अनुसार, छात्र ने अलकनंदा स्थित निजी स्कूल में 2023-24 में पांचवीं कक्षा की परीक्षा दी थी। बिना परीक्षा परिणाम बताए केवल 15 दिन के भीतर 6 और 18 मार्च को उसकी दुबारा परीक्षा ली गई और उसे फेल घोषित कर छठी कक्षा में प्रमोट करने से इनकार कर दिया गया। छात्र के मुताबिक, यह शिक्षा के अधिनियम की धारा 16(3) का उल्लंघन है।
तैयारी का समय नहीं दिया
इस संबंध में छात्र का कहना है कि स्कूल ने उसे फेल होने की जानकारी नहीं दी। इसके अलावा दुबारा परीक्षा के लिए दो माह का समय भी दिया जाना चाहिए था, ताकि परीक्षा की तैयारी कर सके, लेकिन यहां ऐसा नहीं किया गया। हालांकि, स्कूल का कहना था कि दो माह के भीतर कभी भी यह परीक्षा ली जा सकती है। अब छात्र को कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है। कोर्ट से राहत मिलने के बाद अक छठी क्लास में प्रमोट हो गया है।