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स्मॉग से खतरे में दिल्ली, स्कूल बंद, ऑड-इवन लागू करने की कवायद

यहां एयर क्वालिटी लगातार दूसरे दिन सीवियर कैटेगरी में है। बुधवार को पांचवीं तक के स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। स्कूलों में आउटडोर एक्टिविटी पर भी रोक लगा दी गई है।

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Published on: 8 Nov 2017 11:58 AM IST
स्मॉग से खतरे में दिल्ली, स्कूल बंद, ऑड-इवन लागू करने की कवायद
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हो जाएं तैयार ! द‌िल्ली में 13 से 17 नवंबर के बीच आ रहा ऑड-ईवन

नई दिल्ली: यहां एयर क्वालिटी लगातार दूसरे दिन सीवियर कैटेगरी में है। बुधवार को पांचवीं तक के स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। स्कूलों में आउटडोर एक्टिविटी पर भी रोक लगा दी गई है। सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से बुलाई गई हाई लेवल मीटिंग में यह फैसला किया गया। मीटिंग में हाई रिस्क ग्रुप के तहत आने वाले लोगों को सुबह-शाम घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई।

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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने पहली बार एक साथ कहा कि दिल्ली में मेडिकल इमरजेंसी जैसी स्थिति है। आईएमए ने दिल्ली के सभी स्कूल, कॉलेज और दफ्तरों में तीन दिन की छुट्‌टी करने की सिफारिश की है। गुरुवार तक ऐसे ही हालात रहने के आसार हैं। यहां मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स पहली बार 448 के डेजर लेवल पर पहुंच गया।

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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि हालात नहीं सुधरे तो गुरुवार को भी स्कूल बंद रखने का एलान किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 पार करता है तो ग्रेडेड एक्शन प्लान लागू किया जा सकता है। जरूरी चीजों को छोड़कर सभी ट्रकों की दिल्ली में एंट्री पर रोक लगा दी जाएगी। साथ ही, कंस्ट्रक्शन वर्क पर भी रोक लगा दी जाएगी और सरकार 24 घंटे पॉल्यूशन लेवल पर नजर रखेगी। सरकार जल्द ही ऑड-ईवन भी लागू कर सकती है।

लैंसट के मुताबिक, भारत में हर साल 25 लाख लोगों की मौत पॉल्यूशन की वजह से होती हैं। दिल्ली में करीब 44 लाख बच्चे स्कूल जाते हैं। इनमें आधे बच्चों को दिल की बीमारी का खतरा है। डब्लयूएचओ के मुताबिक, भारत में पिछले 5 साल में 8 गुना बाहरी हवा खराब हुई है। एशिया में ईरान के जबोल में पीएम-2.5 का एवरेज लेवल सबसे ज्यादा 217 है।

राजधानी में पॉल्यूशन से सांसों के मरीजों की तादाद भी दोगुना हो गई। डीजीएचएस डॉ. कीर्ति भूषण ने बताया उन्होंने सभी अस्पतालों से सांस के मरीजों का डाटा मांगा है। मंगलवार को सबसे ज्यादा अस्थमा के मरीज हॉस्पिटल पहुंचे। कुछ मरीज आंखों में जलन की शिकायत लेकर भी पहुंचे हैं।

बढ़ते पॉल्यूशन को देखते हुए गाजियाबाद में डेवलपमेंट से जुड़े कंस्ट्रक्शन वर्क को छोड़कर सभी तरह के कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी गई है। कलेक्टर ने मंगलवार को इस बारे में आदेश जारी कर दिया है। एक हफ्ते में पॉल्यूशन का लेवल दोगुना हो गया है। पीएम 2.5 का लेवल 1 नवंबर को 260 था, जो 7 नवंबर को 500 के करीब पहुंच गया।

सीपीसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा में मंगलवार को पीएम 2.5 का लेवल रिकॉर्ड 480 एमजीसीएम तक पहुंच गया। पीएम 10 का लेवल 482 था।रात 12 बजे जीरो विजिबिलिटी हो गई थी।

ऐसे में स्कूलों में आउटडोर एक्टिविटी को फिलहाल बंद कर दिया है। बच्चों को मास्क लगाने की हिदायत दी गई है। सांस के मरीजों की तादाद बढ़ गई है। दिल्ली में मंगलवार को का एयर क्वालिटी इंडेक्स पहली बार 448 के डेंजर लेवल पर पहुंच गया। 1 नवंबर 2016 को यह 401 तक था।जहरीला स्मॉग इतना ज्यादा था कि लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी और आंखों से पानी गिरने लगा। कई जगह विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम रह गई। पीएम 2.5 और 10 का लेवल 15 गुना तक बढ़ गया।

दिल्ली के सभी 17 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर पीएम 2.5 व 10 का स्तर 700 एमजीसीएम के पार गया, जो खतरनाक स्तर है। आनंद विहार में 856 एमजीसीएम रहा।856 एमजीसीएम यानी 401 से 500 का एक्यूआई। यानी सीवियर कैटिगरी। गले में जलन, सांस लेने में दिक्कत, आंखों से पानी निकलने की समस्या, आंखों पर असर। लंबे वक्त में अस्थमा का खतरा। एक दिन में 50 सिगरेट के बराबर नुकसान।

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