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सेबी फिर ब्यूरोक्रेट के हवाले, तुहिन कांत पांडे बने नए अध्यक्ष, जानिए इनके बारे में

Delhi News: भारत सरकार ने वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे को तीन साल के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) का अध्यक्ष नियुक्त किया है।

Neel Mani Lal
Published on: 28 Feb 2025 2:40 PM IST (Updated on: 28 Feb 2025 2:52 PM IST)
सेबी फिर ब्यूरोक्रेट के हवाले, तुहिन कांत पांडे बने नए अध्यक्ष, जानिए इनके बारे में
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Delhi News: भारत सरकार ने वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे को तीन साल के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) का अध्यक्ष नियुक्त किया है। पांडे भारत की पहली महिला सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच की जगह लेंगे जिन पर अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग द्वारा हितों के टकराव के आरोप लगाए गए थे। माधबी पुरी बुच आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व कार्यकारी थीं सो अब सरकार ने एक बार फिर सेबी का नेतृत्व करने के लिए एक सिविल सर्वेंट को चुना है। बुच का कार्यकाल 28 फरवरी को समाप्त हो रहा है। अगस्त में 60 साल के होने वाले पांडे को सेबी में 3 साल का कार्यकाल दिया गया है। यह एक सेवारत ब्यूरोक्रेट को रिटायरमेंट से पहले नियामक पद पर नियुक्त किए जाने का एक और उदाहरण है। पुरी बुच को छोड़कर, अन्य 10 सेबी प्रमुख या तो आईएएस अधिकारी रहे हैं या सार्वजनिक क्षेत्र से आए हैं। पांडे के कार्यभार संभालने के बाद, चार में से तीन वित्तीय नियामकों का नेतृत्व आईएएस अधिकारी करेंगे। पेंशन नियामक दीपक मोहंती (पूर्व आरबीआई कार्यकारी निदेशक) एकमात्र अपवाद होंगे। 1987 बैच के आईएएस अधिकारी तुहिन पांडे ने वित्त मंत्रालय में लंबे समय तक काम किया है, उन्होंने पांच साल तक निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) में सचिव के रूप में काम किया है।

जानते हैं सेबी के नए प्रमुख के बारे में

- तुहिन कान्त पांडे ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से अर्थशास्त्र में एमए और बर्मिंघम विश्वविद्यालय से एमबीए किया है।

- 1988 में सेबी की स्थापना के बाद से पांडे सेबी का नेतृत्व करने वाले ग्यारहवें व्यक्ति होंगे। वह वर्तमान में वित्त मंत्रालय में सबसे वरिष्ठ नौकरशाह हैं और राजस्व विभाग के प्रमुख हैं।

- वित्त सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने भारत की राजकोषीय और आर्थिक नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

- वह निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) के सचिव भी थे और एयर इंडिया के निजीकरण और एलआईसी लिमिटेड की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

- पांडे ने ओडिशा में वित्त, स्वास्थ्य, सामान्य प्रशासन, वाणिज्यिक कर और परिवहन सहित विभिन्न प्रमुख विभागों का नेतृत्व किया है।

- उन्होंने ओडिशा लघु उद्योग निगम के प्रबंध निदेशक और ओडिशा राज्य वित्त निगम के कार्यकारी निदेशक के रूप में भी काम किया है।

Sonali kesarwani

Sonali kesarwani

Content Writer

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