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SEBI Chief: सेबी चीफ नहीं पहुँचीं संसदीय पैनल के सामने, बैठक रद होने से एनडीए सांसद नाराज
SEBI Chief: माधवी बुच और अन्य अधिकारियों की अनुपस्थिति के बारे में पैनल को सूचित करने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने बहुदलीय पैनल की बैठक स्थगित करने की घोषणा की।
SEBI Chief: सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच निजी कारणों का हवाला देते हुए आज संसद की लोक लेखा समिति के समक्ष उपस्थित नहीं हुईं, जिसके बाद पैनल के अध्यक्ष के सी वेणुगोपाल ने बैठक स्थगित कर दी। इस निर्णय से सत्तारूढ़ एनडीए सांसदों में नाराजगी है।
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए हितों के टकराव के आरोपों को लेकर विवादों में घिरीं माधवी बुच और अन्य सेबी अधिकारियों को "संसद के अधिनियम द्वारा स्थापित नियामक निकायों के प्रदर्शन की समीक्षा" के तहत समिति के समक्ष बुलाया गया था।
माधवी बुच और अन्य अधिकारियों की अनुपस्थिति के बारे में पैनल को सूचित करने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने बहुदलीय पैनल की बैठक स्थगित करने की घोषणा की। उनके जाते ही सत्तारूढ़ एनडीए के सदस्यों ने वेणुगोपाल के निर्णय पर आपत्ति जताई।
सेबी चेयरपर्सन ने समिति के समक्ष उपस्थित होने से छूट मांगी
वेणुगोपाल ने पत्रकारों से कहा कि लोकलेखा समिति ने अगस्त के अंत में पहली बैठक में नियामक निकायों के कामकाज की समीक्षा करने का निर्णय लिया था और इसीलिए सेबी अधिकारियों को पैनल के समक्ष उपस्थित होने के लिए नोटिस भेजा गया था। पहले सेबी चेयरपर्सन ने समिति के समक्ष उपस्थित होने से छूट मांगी, जिसे हमने अस्वीकार कर दिया। उसके बाद उन्होंने पुष्टि की कि वह और उनकी टीम उपस्थित रहेंगी। लेकिन आज सुबह 9:30 बजे हमें सेबी अध्यक्ष से एक संदेश मिला कि निजी कारणों से वह दिल्ली की यात्रा करने में असमर्थ हैं। उनके अनुरोध पर विचार करते हुए हमने सोचा कि आज की बैठक को एक और दिन के लिए स्थगित करना बेहतर है, यह निर्णय इसलिए लिया क्योंकि वह एक महिला हैं और पैनल के समक्ष उपस्थित न होने के लिए उन्होंने कुछ व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया।
पीएसी का काम सीएजी रिपोर्टों पर चर्चा
रविशंकर प्रसाद, अनुराग ठाकुर और प्रफुल्ल पटेल सहित एनडीए सांसदों ने बाद में वेणुगोपाल के बारे में शिकायत करने के लिए स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की। प्रसाद ने कहा कि उन्हें पीएसी बैठक में अपनाई गई प्रक्रिया के बारे में गंभीर संदेह है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष का आचरण जिस तरह से उन्होंने हमें बोलने की अनुमति नहीं दी वह असंसदीय और राजनीति से प्रेरित है। हम पीएसी में बहुमत में थे। यह अजीब था, वह अचानक उठे और चले गए, पीएसी का काम सीएजी रिपोर्टों पर चर्चा करना है,लेकिन उन्होंने स्वत: संज्ञान लेने का विषय कैसे तय किया? हमें विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी मिली है कि कैग ने अपनी रिपोर्ट में सेबी के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है।
इससे पहले माधवी बुच को तलब करने के वेणुगोपाल के फैसले पर भाजपा ने विरोध जताया था। वरिष्ठ सांसद निशिकांत दुबे ने ओम बिरला को पत्र लिखकर वेणुगोपाल पर केंद्र सरकार को बदनाम करने और देश के वित्तीय ढांचे और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के लिए 'अस्तित्वहीन' मुद्दों को उठाने का आरोप लगाया था।