सरकार का अलर्ट: त्योहार के दौरान बढ़ा खतरा, हो जाएँ इस संकट से सतर्क

झारखंड सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने 01 अक्टूबर 2020 को दुर्गा पूजा को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया। इसके तहत पूजा पंडाल के अंदर मात्र 07 लोग ही एकसाथ जा सकते थे।

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Published on: 22 Oct 2020 1:09 PM GMT
सरकार का अलर्ट: त्योहार के दौरान बढ़ा खतरा, हो जाएँ इस संकट से सतर्क
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सरकार का अलर्ट: त्योहार के दौरान बढ़ा खतरा, हो जाएँ इस संकट से सतर्क (Photo by social media)

रांची: कोविड-19 के संक्रमण के बीच लॉकडॉन में रियायतें दी जा रही हैं। त्योहारों के मौसम को देखते हुए झारखंड सरकार ने भी कई छूट दी है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि, त्योहारों के दौरान कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चल सकती है। लिहाज़ा, राज्य सरकार ने सभी ज़िलों के उपायुक्तों को इस बाबत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। दुर्गा पूजा के मद्देनज़र राज्य सरकार ने SOP का सख्ती से पालन करने का निर्देश जारी किया है। हालांकि, पूजा समितियों से जुड़े लोग सरकार से और रियायतों की मांग कर रहे हैं।

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पंडाल के अंदर 7 की जगह 15 श्रद्धालु

झारखंड सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने 01 अक्टूबर 2020 को दुर्गा पूजा को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया। इसके तहत पूजा पंडाल के अंदर मात्र 07 लोग ही एकसाथ जा सकते थे। हालांकि, पूजा समितियों की मांग को देखते हुए राज्य सरकार ने अपने आदेश में बदलाव किया। 21 अक्टूबर को आपदा प्रबंधन विभाग ने पंडाल के अंदर 07 की जगह 15 लोगों को शामिल होने की इजाज़त दी है।

दुर्गा पूजा को लेकर दिशा-निर्देश

रांची समेत पूरे झारखंड में दुर्गा पूजा धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दौरान हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा पंडालों में परिवार के साथ पहुंचते हैं। खासकर सप्तमी, अष्टमी, नवमी और रावण दहन के दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है। कोरोना वायरस के मद्देनज़र संक्रमण फैलने के डर से राज्य सरकार ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किया है।

jharkhand-pooja jharkhand-pooja (Photo by social media)

सार्वजनिक कार्यक्रमों में बिना मास्क की इंट्री नहीं दी जाएगी।

मास्क के साथ ही छह फीट की दूरी पर अमल करना ज़रूरी होगा।

गीत-संगीत का कोई भी कार्यक्रम नहीं होगा। रिकॉर्डेड गाने बजाने पर भी पाबंदी रहेगी।

पूजा पंडालों में मां की मूर्ति 04 फीट से ऊंची नहीं होगी।

पूजा पंडालों के आसपास किसी प्रकार का मेला नहीं लगेगा।

कोई भी विसर्जन जुलूस नहीं निकलेगा। सीमित संख्या में लोग शामिल होंगे।

भोग और प्रसाद का वितरण नहीं होगा।

दुर्गा पूजा के दौरान गरबा या फिर डांडिया का आयोजन नहीं होगा।

रावण दहन सार्वजनिक स्थान पर नहीं होगा। भीड़ नहीं जुटने दी जाएगी।

राजधानी में 150 मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति

दुर्गा पूजा के दौरान क़ानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए 150 की संख्या में मजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएंगे। साथ ही 500 की तादाद में पुलिस जवान पूजा-पंडालों के आसपास मौजूद रहेंगे। इस बाबत रांची उपायुक्त छवि रंजन ने बैठक की है। बैठक में आदेश जारी किया गया है कि, पूजा पंडालों में तोरण द्वार और विद्युत सज्जा या फिर प्रसाद वितरण जैसे कोई भी कार्यक्रम नहीं होंगे। ऐसा करते पकड़े जाने पर पूजा समितियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।

jharkhand-pooja jharkhand-pooja (Photo by social media)

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पूजा पंडालों में ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था

कोरोना वायरस के मद्देनज़र पूजा समितियों ने ऑनलाइन दर्शन कराने की योजना तैयार की है। इसके तहत विभिन्न प्लेटफॉर्म के माध्यम से श्रद्धालुओं को मां के दर्शन कराए जाएंगे। कुल मिलाकर कहें तो कोरोना वायरस की वजह से दुर्गा पूजा का रंग भले ही फीका पड़ गया हो लेकिन श्रद्धालुओं की श्रद्धा और आस्था में कोई कमी नहीं आई है।

शाहनवाज़

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