TRENDING TAGS :
Presidential Election 2022: शरद पवार ने राष्ट्रपति उम्मीदवारी का प्रस्ताव ठुकराया, नाम सुझाने के लिए कहा- 'शुक्रिया'
Presidential Election 2022: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर आज, बुधवार को दिल्ली में 22 राजनीतिक पार्टियों की एक बैठक बुलाई थी।
Presidential Election 2022 : राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) की तरफ बुलाई गई बैठक में शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) ने राष्ट्रपति प्रत्याशी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने ट्वीट कर ये जानकारी दी।
बताया जाता है कि, भारतीय राजनीति की बड़ी राजनीतिक शख्सियत शरद पवार अभी सक्रिय राजनीति में ही समय देना चाहते हैं। बता दें कि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर आज, बुधवार को दिल्ली में 22 राजनीतिक पार्टियों की एक बैठक बुलाई थी। ये अलग बात है कि इस बैठक में 16 विपक्षी दलों के नेता ही शामिल हुआ।
ट्वीट में क्या लिखा शरद पवार ने?
एनसीपी नेता शरद पवार ने अपने ट्वीट में लिखा, 'मैं दिल्ली में हुई बैठक में भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए एक उम्मीदवार के रूप में मेरा नाम सुझाने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं की तहे दिल से सराहना करता हूं। हालांकि, मैं यह बताना चाहता हूं कि मैंने अपनी उम्मीदवारी के प्रस्ताव को विनम्रतापूर्वक अस्वीकार कर दिया है।'
गोपाल कृष्ण गांधी-फारूक अब्दुल्ला का नाम प्रस्तावित
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का चेहरा बनने से शरद पवार के हाथ खींच लेने के बाद ममता बनर्जी ने इस पद के लिए गोपाल कृष्ण गांधी (Gopal Krishna Gandhi) और फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के नाम का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, इस विषय पर फिलहाल कोई ठोस रणनीति नहीं बन पाई है। कहा जा रहा है कि, उम्मीदवार के नाम तय होने से पहले एक बैठक और होगी। विपक्षी दलों के इसी बैठक में विपक्ष के प्रत्याशी का चेहरा तय होगा।
'जो दल बैठक में नहीं पहुंचे, उनसे लेंगे राय'
वहीं, शरद पवार ने ममता बनर्जी के विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा कि अभी वह सक्रिय राजनीति में ही रहना चाहते हैं। बता दें कि, 81 वर्षीय शरद पवार ने पहले अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक में भी राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की अटकलों पर लगाम लगा दिया था। शरद पवार ने आज बैठक के बाद कहा, कि जो नेता मीटिंग में नहीं पहुंच पाये, उनसे भी इस बारे में राय जरूर लेंगे।'