TRENDING TAGS :
Maharashtra Election:अजित गुट से ज्यादा वोट पाकर भी पिछड़ गए शरद पवार, कांग्रेस दूसरे नंबर पर मगर सीटों के मामले में पिछड़ी
Maharashtra Election: शरद पवार गुट ने 86 सीटों पर चुनाव लड़ा था मगर सिर्फ 10 सीटों पर कामयाबी मिली है। वोट शेयर 11.28 प्रतिशत रहा। दूसरी ओर अजीत पवार गुट ने 59 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 41 सीटों पर जीत हासिल की है। अजित पवार गुट को 9.01 प्रतिशत वोट मिले हैं।
Maharashtra Election: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में इस बार सत्तारूढ़ महायुति की सुनामी दिखी है। राज्य के हैरान करने वाले चुनाव नतीजे में महाविकास अघाड़ी गठबंधन को करारा झटका लगा है। गठबंधन के नेता अभी तक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिरकार उन्हें इतनी करारी हार क्यों झेलनी पड़ी। भाजपा ने सबसे अधिक वोट हासिल करने के साथ ही 132 सीटों पर जीत हासिल की है।
दिलचस्प बात यह है कि एनसीपी का शरद पवार गुट अजित पवार गुट से ज्यादा वोट पाने के बावजूद सीटों के मामले में काफी पीछे गया है। इसी तरह कांग्रेस वोट शेयर के मामले में दूसरे नंबर पर रही है मगर पार्टी को महायुति के तीनों दलों ही नहीं बल्कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना से भी कम सीटे मिली हैं।
भाजपा का वोट शेयर सबसे ज्यादा
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सबसे अधिक 149 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे और पार्टी 132 सीटें जीतने में कामयाब रही है। पार्टी की जीत का स्ट्राइक रेट सबसे अच्छा रहा है। इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 26.77 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं। भाजपा ने कुल 17,293,650 वोट हासिल किए।
इसके साथ ही भाजपा ने महाराष्ट्र में सौ से अधिक सीटें पाने की हैट्रिक भी लगा दी है। 2014 के चुनाव में भाजपा ने 122 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि 2019 में पार्टी को 105 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार पार्टी की सीटों का आंकड़ा बढ़कर 132 पर पहुंच गया है।
कांग्रेस दूसरे नंबर पर मगर सीटों के मामले में पिछड़ी
महाराष्ट्र के मतदाताओं का समर्थन पाने के मामले में कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है और पार्टी का वोट शेयर 12.42 प्रतिशत रहा है। इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 80,20,921 मतदाताओं का समर्थन हासिल हुआ है। वोट पाने के मामले में कांग्रेस भले ही दूसरे नंबर पर हो मगर सीट पाने के मामले में कांग्रेस काफी पीछे गई है। कांग्रेस को महायुति में शामिल तीनों दलों के साथ ही उद्धव ठाकरे की शिवसेना से भी कम सीटें मिली हैं। पार्टी राज्य में सिर्फ 16 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई है।
अधिक वोट पाकर भी पिछड़ा शरद पवार गुट
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने इस बार 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से पार्टी को 57 सीटों पर जीत मिली है। पार्टी ने 12.38 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं। पार्टी को कुल 79,96,930 वोट मिले हैं।
विधानसभा चुनाव में सबसे दिलचस्प बात यह है कि एनसीपी के शरद पवार गुट ने वोट शेयर और कुल वोट के मामले में अजित पवार गुट को पीछे छोड़ दिया मगर शरद पवार गुट को अजित पवार गुट से काफी कम सीटें मिली हैं। शरद पवार गुट ने 86 सीटों पर चुनाव लड़ा था मगर पार्टी को सिर्फ 10 सीटों पर कामयाबी मिली है। पार्टी का वोट शेयर 11.28 प्रतिशत रहा है और पार्टी को कुल 72,87,797 वोट मीले हैं। दूसरी ओर अजीत पवार गुट ने 59 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 41 सीटों पर जीत हासिल की है। अजित पवार गुट को 9.01 प्रतिशत के साथ 58,16,566 वोट मिले हैं।
उद्धव ठाकरे का वोट शेयर
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 20 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है और पार्टी को 9.96 प्रतिशत वोट मिले। इस बार मतदाताओं ने मतदान में भी काफी उत्साह दिखाया है और चुनाव आयोग के मुताबिक राज्य में 66.05 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। 2019 के अपेक्षा इस बार करीब पांच फीसदी अधिक मतदान हुआ है।