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Shashi Tharoor: हमास को आतंकी संगठन बताने पर नाराज हुए मुस्लिम संगठन, शशि थरूर को फिलिस्तीन से जुड़े कार्यक्रम से हटाया
Shashi Tharoor:मंत्री शशि थरूर के एक बयान से मुस्लिम संगठन नाराज हो गए हैं। थरूर ने हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले को बर्बर बताते हुए आतंकी कृत्य करार दिया था।
Shashi Tharoor News: इजरायल – हमास जंग को लेकर पूरी दुनिया दो हिस्सों में बंट चुकी है। मुस्लिम देशों और पश्चिमी देशों में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इजरायल के समर्थन में भी कार्यक्रम हो रहे। भारत में भी गाजा पर हो रहे हमले के खिलाफ मुस्लिम समुदाय की ओर से कई जगहों पर प्रदर्शन किया। इस मुद्दे पर जमकर सियासी बयानबाजी भी हो रही है।
दक्षिणी राज्य केरल में मुस्लिम संगठनों और सियासी पार्टियों द्वारा लगातार फिलिस्तीन के समर्थन में कैंपेन चलाया जा रहा है। राजधानी तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर के एक बयान से मुस्लिम संगठन नाराज हो गए हैं। थरूर ने हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले को बर्बर बताते हुए आतंकी कृत्य करार दिया था। जिससे नाराज एक मुस्लिम संगठन ने फिलिस्तीन से जुड़े एक कार्यक्रम में उन्हें शामिल होने का दिया गया न्योता वापस ले लिया है।
एमईएम ने थरूर को कार्यक्रम से हटाया
केरल में मुस्लिम हितों के लिए काम करने वाले संगठन महल एम्पावरमेंट मिशन' (एमईएम) 30 अक्टूबर को फिलिस्तीन एकजुटता कार्यक्रम करने जा रहा है। इसमें कांग्रेस सांसद शशि थरूर को भी आमंत्रित किया गया था। लेकिन हमास पर दिए गए उनके बयान को लेकर उन्हें कार्यक्रम से हटाने का निर्णय लिया गया है। एमईएम अध्यक्ष शाहजहां श्रीकार्यम ने बताया कि हमने उन्हें कार्यक्रम से हटाने को लेकर सूचित कर दिया है।
क्या कहा था थरूर ने ?
भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी रहे शशि थरूर विदेश नीति पर अपनी महत्वपूर्ण टिप्पणियों के लिए भी जाने जाते हैं। पिछले दिनों केरल में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूडीएफ गठबंधन में शामिल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आयूएमएल) ने गाजा पर इजरायली हमले के दौरान महिलाओं और बच्चों की हो रही मौतों के खिलाफ कोझिकोड में विशाल रैली का आयोजन किया था। जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर भी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे।
उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि निर्दोष महिलाओं और बच्चों को शुरूआत में इजरायल और बाद में गाजा में हताहत होना पड़ा। थरूर ने साफ शब्दों में इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले की निंदा करते हुए इसे आतंकवादी कृत्य करार दिया। उनका ये बयान वायरल हो गया और उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा। विवाद बढ़ने पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। उन्होंने दोनों तरफ हुए नुकसान की बात कही है।
फिलिस्तीन के समर्थन में कांग्रेस
शशि थरूर की पार्टी कांग्रेस ने हमले के पहले दिन इजरायल पर हुए हमले की निंदा की थी। लेकिन अगले दिन कांग्रेस वर्किंग कमेटी का रूख बदल गया और फिलिस्तीन के समर्थन में बयान जारी किया गया। शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पहली बार इस मामले पर बोलते हुए गाजा पर इजरायली हमले की निंदा की। उन्होंने कहा, गाजा में 7000 मनुष्यों की हत्या के बाद भी रक्तपात और हिंसा का दौर थमा नहीं। इन 7000 लोगों में से 3000 मासूम बच्चे थे। कोई ऐसा अंतरराष्ट्रीय कानून नहीं, जिसे कुचला न गया हो।
कोई ऐसी मर्यादा नहीं, जिसे तार-तार न किया गया हो। कोई ऐसा क़ायदा नहीं, जिसकी धज्जियाँ न उड़ी हों। इंसानियत कब जागेगी? कितनी जानों के जाने के बाद। कितने बच्चों की बलि के बाद। क्या मनुष्य होने की चेतना बची है? क्या वह कभी थी भी?
बता दें कि इजरायल-हमास जंग अब खतरनाक क्षण में पहुंच चुका है। ताबड़तोड़ बमबारी से गाजा में गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया है।