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Mumbai News: पाकिस्तान जा रहा जहाज मुम्बई पोर्ट पर रोका गया, न्यूक्लियर हथियार की सामग्री जब्त

Mumbai News: चीन से कराची, पाकिस्तान जा रहे एक जहाज को मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर सुरक्षा एजेंसियों ने रोक कर इसमें ले जाई जा रही सामग्री को जब्त कर लिया है। उसमें पाकिस्तान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के लिए दोहरे उपयोग वाली सामग्री पाई गई है।

Neel Mani Lal
Published on: 2 March 2024 7:47 PM IST
Ship going to Pakistan stopped at Mumbai port, nuclear weapon material seized
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 पाकिस्तान जा रहा जहाज मुम्बई पोर्ट पर रोका गया, न्यूक्लियर हथियार की सामग्री जब्त: Photo- Social Media

Mumbai News: चीन से कराची, पाकिस्तान जा रहे एक जहाज को मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर सुरक्षा एजेंसियों ने रोक कर इसमें ले जाई जा रही सामग्री को जब्त कर लिया है। उसमें पाकिस्तान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के लिए दोहरे उपयोग वाली सामग्री पाई गई है।

क्या मामला है?

सीमा शुल्क अधिकारियों ने खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए 23 जनवरी को कराची जाने वाले माल्टा के झंडे वाले व्यापारी जहाज - "सीएमए सीजीएम एटिला" को रोक दिया और निरीक्षण के दौरान पाया कि खेप में एक कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीन थी। इस मशीन का निर्माण एक इटालियन कंपनी द्वारा किया गया है। कंप्यूटर सिस्टम द्वारा नियंत्रित ये मशीन अपनी सटीकता और दक्षता के लिए जानी जाती है।

सीएनसी मशीन

अधिकारियों ने कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की एक टीम ने खेप की जांच की और पाया कि इस सीएनसी मशीन का संभावित इस्तेमाल पाकिस्तान के परमाणु प्रोग्राम, विशेष रूप से मिसाइल विकास के लिए महत्वपूर्ण घटकों के निर्माण में किया जा सकता है। सीएनसी मशीनें वासेनार अग्रीमेंट के अंतर्गत आती हैं, जो एक अंतरराष्ट्रीय हथियार नियंत्रण व्यवस्था है जिसका उद्देश्य दोहरे नागरिक और सैन्य अनुप्रयोगों वाली वस्तुओं के प्रसार को रोकना है। इस अग्रीमेंट में भारत एक सक्रिय भागीदार है। सीएनसी मशीन का उपयोग उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम में किया था।

कई गड़बड़ी मिलीं

जहाज की आगे की जांच में इसके शिपिंग विवरण में कई विसंगतियां दिखाई दीं, जो वास्तविक प्राप्तकर्ताओं को छिपाने के लिए संभावित चोरी की रणनीति का संकेत देती हैं। यह घटना चीन से पाकिस्तान ले जाई जा रही दोहरे उपयोग वाली सैन्य-ग्रेड वस्तुओं की पिछली जब्ती के बाद हुई है, जिससे अवैध खरीद गतिविधियों पर चिंता बढ़ गई है।

खास खास

- रक्षा अधिकारियों ने जहाज में लदे भारी माल का निरीक्षण किया जिसके बाद खेप को जब्त कर लिया गया।

- लोडिंग के बिल और खेप के अन्य विवरण जैसे दस्तावेजों के अनुसार, माल भेजने वाले का नाम "शंघाई जेएक्सई ग्लोबल लॉजिस्टिक्स कंपनी लिमिटेड" और पाने वाले का नाम सियालकोट की "पाकिस्तान विंग्स प्राइवेट लिमिटेड" बताया गया था।

- सुरक्षा एजेंसियों की आगे की जांच से पता चला कि 22,180 किलोग्राम वजनी यह खेप ताइयुआन माइनिंग इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी लिमिटेड द्वारा पाकिस्तान में कॉसमॉस इंजीनियरिंग के लिए भेजी गई थी।

- यह पहला मामला नहीं है जब भारतीय बंदरगाह अधिकारियों ने चीन से पाकिस्तान भेजी जा रही ऐसी दोहरे उपयोग वाली सैन्य-ग्रेड वस्तुओं को जब्त किया है। कॉसमॉस इंजीनियरिंग, एक पाकिस्तानी रक्षा सप्लायर है जो 12 मार्च, 2022 से निगरानी सूची में है। क्योंकि तब भारतीय अधिकारियों ने न्हावा शेवा बंदरगाह पर इतालवी निर्मित थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरणों की एक खेप को रोक दिया था।

- फरवरी 2020 में चीन "औद्योगिक ड्रायर" की आड़ में पाकिस्तान को आटोक्लेव की आपूर्ति कर रहा था। आटोक्लेव को एक चीनी जहाज - दाई कुई युन - से जब्त किया गया था, जिस पर हांगकांग का झंडा था और वह चीन के जियांगसू प्रांत में यांग्त्ज़ी नदी पर जियानगिन बंदरगाह से पाकिस्तान के पोर्ट कासिम के लिए रवाना हुआ था। संभवतः पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम में इस्तेमाल होने वाले आटोक्लेव की जब्ती से यह आशंकाएं मजबूत हो गईं कि पाकिस्तान बेधड़क मिसाइलों के अवैध व्यापार में लिप्त है और मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) का उल्लंघन कर रहा है।



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Shashi kant gautam

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