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हिंदुत्व छोड़ रही शिवसेना? पार्टी नेता ने दिया ऐसा बयान, भड़की BJP ने पूछा ये सवाल

महाविकास अघाड़ी के सहयोगी दल एनसीपी और कांग्रेस ने पांडुरंग सकपाल की बातों का समर्थन किया है। एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि भगवद् गीता के लिए तो ऐसी प्रतिस्पर्धा महाराष्ट्र में कई जगहों पर पहले से होती रही है।

Newstrack
Published on: 1 Dec 2020 5:49 AM GMT
हिंदुत्व छोड़ रही शिवसेना? पार्टी नेता ने दिया ऐसा बयान, भड़की BJP ने पूछा ये सवाल
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हिंदुत्व छोड़ रही शिवसेना? पार्टी नेता ने दिया ऐसा बयान, भड़की BJP ने पूछा ये सवाल

मुंबई: शिवसेना नेता पांडुरंग सकपाल ने अज़ान की तुलना महा-आरती से की है। महाराष्ट्र में धार्मिक राजनीति एक बार फिर से शुरू हो गई है। अज़ान को लेकर सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के बीच सोमवार को एकबार फिर तकरार हो गई। दरअसल, शिवसेना के दक्षिण मुंबई विभाग के प्रमुख पांडुरंग सकपाल ने अपने बयान में कहा कि अजान (Adhan) सिर्फ 5 मिनट की होती है और यह महा-आरती (Maha-Aarti) जितनी ही महत्वपूर्ण है, जो शांति और प्रेम का प्रतीक है।

अज़ान से ऐसा प्रेम कैसे हो गया?-बीजेपी

महाराष्ट्र में शिवसेना की सहयोगी पार्टी ने भी इस बयान का समर्थन किया। वहीं, बीजेपी नेता अतुल भतकलकर ने इस पर हैरानी जताते हुए कहा है कि बालासाहब ठाकरे की जिस पार्टी को सड़क पर नमाज पढ़े जाने पर ऐतराज था, उसे अज़ान से ऐसा प्रेम कैसे हो गया।

एक बात चीत में सकपाल ने अज़ान की तारीफ़ करते हुए भगवद् गीता पाठ प्रतिस्पर्धा की तर्ज पर अज़ान कॉम्पिटिशन कराने की बात कही है। उन्होंने कहा, 'मैंने मुस्लिम बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए मुंबई के एक एनजीओ-माई फाउंडेशन- को अज़ान कॉम्पिटिशन कराने पर विचार करने का सुझाव दिया है।'

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अजान, बड़ा ही अद्भुत और मनमोहक होता है

उन्होंने कहा, 'मैं मरीन लाइन पर बड़ा कब्रिस्तान के पास रहता हूं। रोज अजान सुनता हूं। यह बड़ा ही अद्भुत और मनमोहक होता है। जो भी एकबार सुनता है, दूसरी बार के लिए उत्सुकता से इंतजार करता है। इसी से अजान प्रतिस्पर्धा का विचार आया।'

महाविकास अघाड़ी के सहयोगी दल एनसीपी और कांग्रेस ने पांडुरंग सकपाल की बातों का समर्थन किया है। एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि भगवद् गीता के लिए तो ऐसी प्रतिस्पर्धा महाराष्ट्र में कई जगहों पर पहले से होती रही है। उसमें मुस्लिम लड़कियां भी पुरस्कार जीतती रही हैं। फिर अजान की प्रतिस्पर्धा में क्या गलत है?

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इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सांवत ने भी कहा है कि जिनके दिलों में नफरत है, वे कभी भी इंसान और भगवान के बीच संवाद को समझ नहीं सकते। यह एक अच्छी पहल है तथा इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

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