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सिख फॉर जस्टिस: भारत के खिलाफ बड़ी साजिश, यूएन को दिया 7 लाख रुपए का चंदा
भारत में अशांति फैलाने के लिए वैसे तो कई आतंकी संगठन काम कर रहे हैं। लेकिन हाल के दिनों में भारत में प्रतिबंधत खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस काफी सक्रिय दिख रहा है।
नई दिल्ली। भारत में अशांति फैलाने के लिए वैसे तो कई आतंकी संगठन काम कर रहे हैं। लेकिन हाल के दिनों में भारत में प्रतिबंधत खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस काफी सक्रिय दिख रहा है। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के प्रदर्शन के दौरान जहां खालिस्तान समर्थकों के पोस्टर बैनर लहराए गए वहीं दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में भी सिख फॉर जस्टिस का नाम आ चुका है। हालांकि इसका आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हो सकी है। ऐसे में सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) को लेकर बड़ी जानकारी मिल रही है। एसएफजे ने संयुक्त राष्ट्र को चंदे के रूप में 7 लाख रुपए दिए हैं। जो भारत के खिलाफ बड़े षडयंत्र के रूप में देखा जा रहा है।
भारत के खिलाफ कर रहा लॉबिंग
सिख फॉर जस्टिस का आपराधिक इतिहास रहा है। उसका खौफ आज भी भारत में देखा जाता है। संगठन से जुड़े लोग कितने खतरनाक है, यह दिल्ली में किसान प्रदर्शन के दौराना देखा जा चुका है। वहीं भारत में प्रतिबंधित इस संगठन की संयुक्त राष्ट्र को चंदा देने के पीछे भी उसकी खतरनाक मंशा छिपी हुई है। एसएफजे की तरफ से चंदा दिए जाने की पुष्टि जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त मानवाधिकार कार्यालय (यूनाइटेड नेशन्स हाई कमिश्नर फॉर ह्यूमन राइट्स) के एक प्रवक्ता ने की है। खबर है कि सिख फॉर जस्टिस संगठन कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ किए गए कथित दुर्व्यवहार की जांच के लिए कमिशन ऑफ इंक्वायरी गठित करने के लिए लॉबिंग करने में लगा हुआ है। माना जा रहा है इसी मांग के चलते इतनी एसएफजे ने इतनी बड़ी धनराशि को भुगतान चंदे के रूप में किया है।
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मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता ने की पुष्टि
एक खबर के मुताबिक, जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त मानवाधिकार कार्यालय के एक प्रवक्ता ने स्वीकार किया है कि सिख फॉर जस्टिस संगठन से जुड़े एक व्यक्ति से हमें 1 मार्च को ऑनलाइन के माध्यम से 10,000 डॉलर (करीब 7 लाख रुपए) का चंदा प्राप्त हुआ है। प्रवक्ता के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र तब तक किसी का चंदा लेने इनकार नहीं करता चंदा देने वाला व्यक्ति व संगठन का नाम संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित सूची में शामिल न हो। चंदा देने वाले शख्स का नाम गुरपतवंद सिंह पन्नून बताया जा रहा है।
कौन है गुरपतवंद सिंह पन्नून
संयुक्त राष्ट्र को 7 लाख का चंदा देने वाले शख्स का नाम गुरपतवंद सिंह पन्नून के तौर पर सामने आ रहा है। वह खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस का जनरल काउंसेल है और वह अमेंरिका में रहता है। जबकि भारत की तरु से उसे आतंकी घोषित किया जा चुका है। पन्नून ने भारत में किसान प्रदर्शन को लेकर संयुक्त राष्ट्र से कमीशन ऑफ इंक्वायरी गठित करने की मांग की है। उसने दावा किया है कि इसके लिए सिख समुदाय की तरफ से 13 लाख अमेरिकी डॉलर दान देने की बात कही गई है।
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