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Sikkim Election 2024: सिक्किम वासियों ने एक बार फिर राष्ट्रीय पार्टियों को नकारा, स्थानीय पार्टी के सिर पर सजाया ताज
Sikkim Election 2024: 1979 से आज तक सिर्फ स्थानीय दलों ने ही चलाई राज्य की सरकार, राष्ट्रीय पार्टी रहीं सत्ता से बाहर
Sikkim Election 2024: पहाड़ों की तलहटी में बसे सिक्किम राज्य में आज नई सरकार बन गई है। इसी के साथ एक बार फिर राज्य की जनता ने स्थानीय पार्टी सिक्किम क्रांति मोर्चा (एसकेएम) को मौका दिया है। 1975 में राजशाही से भारत संघ में विलय के बाद वर्ष 1979 से लेकर आज तक हुए चुनावो में सिक्किम की जनता ने सिर्फ स्थानीय दलों को ही राज्य की सत्ता सौंपी है। गौरतलब है की 32 विधानसभा सीटों वाले सिक्किम में इस बार कुल 146 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।
बीती 19 अप्रैल को राज्य में विधानसभा चुनाव हेतु मतदान हुए थे और आज 2 जून को राज्य में नई सरकार बन रही है। फ़िलहाल राज्य की बागडोर सिक्किम क्रांति मोर्चा (एसकेएम) के पास है और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामंग (गोले) इसका नेतृत्व कर रहे हैं। जबकि मुख्य विपक्ष के रूप में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) ने भी इन चुनावों में अपनी दावेदारी ठोकी थी। हालाँकि राज्य की जनता ने विपक्ष की नीतियों को नकारते हुए सिक्किम क्रांति मोर्चा (एसकेएम) को ही पुनः शासन सौंपा है। फ़िलहाल 3 जून 2019 को गठित सिक्किम की 10वीं विधानसभा का कार्यकाल आज पूरा हो गया है और आज के जनादेश के आधार पर राज्य में 11वीं विधानसभा का गठन किया जाएगा।
क्षेत्रफल में कम लेकिन सामरिक रूप से अति महत्वपूर्ण है सिक्किम
देखा जाए तो सिक्किम क्षेत्रफल के आधार पर गोवा के बाद देश का सबसे छोटा राज्य है इसके बावजूद यह सामरिक दॄष्टि से देश के लिए अति महत्वपूर्ण है और तीन देशों की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं घिरा हुआ है। इसकी सीमाएं एक ओर नेपाल, दूसरी ओर चीन जबकि तीसरी ओर भूटान से सटी हुई हैं।
चीन और नेपाल से आए दिन बनते बिगड़ते रिश्तों के कारण रणनीतिक रूप से सिक्किम भारत के लिए अति संवेदनशील है। वहीं, आबादी की बात जाए तो 2011 की जनगणना के अनुसार इसकी आबादी मात्र 6,10,577 है जबकि मतदाता संख्या 4,64 लाख ही है जो भारत के कई राज्यों के मुकाबले बेहद कम है।