×

बुरी लत : एक बीड़ी ने 2017 में देश को लगाया 805 अरब का झटका

एक रिसर्च में सामने आय है कि वर्ष 2017 में बीड़ी पीने की लत से देश को 805.5 अरब का नुकसान उठाना पड़ा है। यह नुकसान लोगों के खराब स्वास्थ्य और असमय मौतों के तौर पर दर्ज हुआ है। टोबैको कंट्रोल में आए रिसर्च में कहा गया है कि, देश में काफी बड़ी जनसंख्या बीड़ी की लत से ग्रस्त है।

Rishi
Published on: 31 Dec 2018 11:09 AM GMT
बुरी लत : एक बीड़ी ने 2017 में देश को लगाया 805 अरब का झटका
X

नई दिल्ली : एक रिसर्च में सामने आय है कि वर्ष 2017 में बीड़ी पीने की लत से देश को 805.5 अरब का नुकसान उठाना पड़ा है। यह नुकसान लोगों के खराब स्वास्थ्य और असमय मौतों के तौर पर दर्ज हुआ है।

टोबैको कंट्रोल में आए रिसर्च में कहा गया है कि, देश में काफी बड़ी जनसंख्या बीड़ी की लत से ग्रस्त है। देश में रोजाना 7.2 करोड़ लोग बीड़ी पीते हैं।

ये भी देखें : न्यू ईयर 2019: इन रेसिपी को डिनर मेन्यू में करें शामिल, मेहमान हो जाएंगे खुश

क्या कहता है रिसर्च

केरल में सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी रिसर्च के रिसर्च में सामने आया है कि बीड़ी में सिगरेट की अपेक्षा तंबाकू भले ही कम होती है लेकिन निकोटिन बहुत अधिक पाया जाता है।

आपको बता दें, बीड़ी से होने वाले आर्थिक नुकसान का पहली बार रिसर्च हुआ है जिसमें सामने आया कि खराब स्वास्थ्य और असमय मौतों के कारण देश को वर्ष 2017 में 805.5 अरब का नुकसान सहना पड़ा।

ये भी देखें : मेघालय: पांच घंटे के आपरेशन में लापता मजदूरों का नहीं मिला सुराग, खदान से खाली हाथ लौटा बचाव दल

कैसे पता चला नुकसान

दवाइयों, डॉक्टरों की फीस, होस्पिटल का बिल, आने-जाने में 168.7 अरब खर्च हुए। तीमारदारी में 811.2 अरब बर्बाद हुए।

आपको हैरत होगी कि ये आकड़ा देश की जीडीपी का 0.5 प्रतिशत है इसके साथ ही देश के कुल स्वास्थ्य खर्च के 2 प्रतिशत से भी अधिक है।

वहीं यदि वर्ष 2016-17 में बीड़ी से प्राप्त हुए टैक्स की बात करें तो ये सिर्फ 4.17 अरब रहा।

गरीब हुए और गरीब

रिसर्च में बताया गया कि अध्ययन में कहा गया है कि बीड़ी की लत गरीबों में अधिक है जिसके चलते जब वो बीमार होते हैं तो कर्ज लेते हैं जो उनकी आय से कहीं अधिक होता है।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story