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सवालों पर स्मृति बोलीं- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना

Rishi
Published on: 6 July 2016 9:29 PM GMT
सवालों पर स्मृति बोलीं- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना
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नई दिल्लीः मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) से कपड़ा मंत्रालय भेजी गईं स्मृति ईरानी ने बुधवार को अपनी एक इच्छा जताई है। स्मृति ने बतौर कपड़ा मंत्री कामकाज संभालने के दौरान उम्मीद जताई कि एचआरडी के नए मंत्री प्रकाश जावड़ेकर उनके किए काम को आगे ले जाएंगे। बता दें कि स्मृति दो साल तक एचआरडी मंत्रालय संभाल चुकी हैं और तमाम विवादों में वह घिरी थीं।

क्या बोलीं स्मृति?

-स्मृति ईरानी ने एचआरडी मंत्रालय में अपने काम के बारे में बताया।

-उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के बताए रास्ते पर ही वह चलती रहीं।

-शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव के लिए उठाए गए अपने कदमों की जानकारी दी।

-जावड़ेकर से उम्मीद जताई कि वह उनके दो साल के काम को और आगे ले जाएंगे।

और क्या बोलीं स्मृति?

-मिनिस्ट्री बदले जाने के सवाल पर बोलीं, 'कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना।'

-कपड़ा मंत्रालय में मीडिया के काफी लोग आए थे, स्मृति ने इस पर कहा कि इससे लगता है कि आप मुझे पसंद करते हैं।

-नया मंत्रालय मिलने पर कहा कि पीएम मोदी ने उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए फैसला किया है।

क्यों हटाया गया स्मृति को?

-अमित शाह उनकी परफॉर्मेंस से खुश नहीं थे, विवादों ने आग में घी का काम किया।

-आरएसएस भी उनके कई बयानों से खुश नहीं था।

-आईआईएम फीस विवाद में वह पीएमओ के रुख के उलट चल रही थीं।

बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने की भी अटकलें

-स्मृति से एचआरडी छीने जाने को लेकर कई अटकलें भी लगाई जा रही हैं।

-चर्चा है कि बीजेपी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी देने वाली है।

-कहा जा रहा है कि यूपी में उन्हें सीएम कैंडिडेट के तौर पर उतारा जा सकता है।

-पिछले लोकसभा चुनाव में स्मृति ने अमेठी में राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी थी।

- इसकी वजह यह भी है कि पिछले लोकसभा चुनाव में ईरानी ने अमेठी से राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी थी।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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