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Liquor Policy Scam: कौन है आंध्र और तेलंगाना का "साउथ ग्रुप" जो शामिल है दिल्ली आबकारी घोटाले में

Liquor Policy Scam: दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ आबकारी नीति मामले में एक आरोप यह है कि उसके नेताओं को "साउथ ग्रुप" के रूप में पहचाने गए लोगों से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मिली थी।

Neel Mani Lal
Published on: 1 March 2023 2:37 PM IST
Liquor Policy Scam
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Liquor Policy Scam (Photo: Social Media)

Liquor Policy Scam: दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ आबकारी नीति मामले में एक आरोप यह है कि उसके नेताओं को "साउथ ग्रुप" के रूप में पहचाने गए लोगों से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मिली थी। ये साउथ ग्रुप आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के प्रभावशाली लोगों का है। अभियोजन की दो शिकायतों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया है कि तथाकथित साउथ ग्रुप के सदस्यों ने आबकारी नीति में खामियों का फायदा उठाने के लिए रिश्वत दी ताकि नियम तोड़ कर विभिन्न थोक व्यवसायों और खुदरा क्षेत्रों में उनकी बेरोकटोक पहुंच सुनिश्चित बनी रहे।

क्या कहा ईडी ने

ईडी की अभियोजन शिकायत के अनुसार, आप के संचार प्रभारी विजय नायर ने पार्टी के नेताओं की ओर से काम करते हुए, एक समूह से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत प्राप्त की। हम इसे साउथ ग्रुप कह सकते हैं। ईडी ने आरोप लगाया है कि आंध्र प्रदेश के ओंगोल से वाईएसआरसीपी के लोकसभा सांसद मगुनता श्रीनिवासुलु रेड्डी और तेलंगाना एमएलसी और राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कल्वाकुंतला कविता साउथ ग्रुप के प्रमुख सदस्य हैं।

कथित समूह में अन्य लोगों में सांसद के बेटे राघव मगुन्टा और हैदराबाद स्थित अरबिंदो फार्मा के संस्थापक पी वी रामप्रसाद रेड्डी के बेटे पी सरथ चंद्र रेड्डी शामिल हैं। ईडी ने दावा किया है कि ये रिश्वत "साउथ ग्रुप और आप नेताओं के बीच समझौते के एक हिस्से के रूप में साउथ ग्रुप द्वारा विजय नायर के माध्यम से आप नेताओं को अग्रिम भुगतान की गई थी।"

क्यों दी रिश्वत

ईडी के अनुसार, साउथ ग्रुप ने स्थापित थोक व्यवसायों और कई खुदरा क्षेत्रों में निर्बाध पहुंच और हिस्सेदारी हासिल की। साउथ ग्रुप द्वारा दी गई रिश्वत की वसूली के लिए, 'साउथ ग्रुप' के भागीदारों को समीर महेंद्रू की मैसर्स इंडो स्पिरिट्स में 65 प्रतिशत हिस्सेदारी दी गई थी। इस मामले में समीर भी एक आरोपी भी है।एजेंसी ने दावा किया है कि इस साझेदारी का गठन इंडो स्पिरिट्स को पर्नोड रिकार्ड कंपनी का थोक व्यापार देने के आश्वासन पर नायर द्वारा निर्देशित किया गया था।

पर्नोड रिकार्ड एक फ्रांसीसी वाइन और स्पिरिट कंपनी है, जिसके पास शिवास, ग्लेनलिवेट, जेम्सन, बैलेंनटाईन, रॉयल स्टैग, 100 पाइपर, ब्लेंडर्स प्राइड, एब्सोल्यूट वोदका और जेकब्स क्रीक वाइन जैसे लोकप्रिय ब्रांड हैं। महेंद्रू की इंडोस्पिरिट एक प्रमुख शराब वितरण कंपनी है।

कैसे किया कंट्रोल

ईडी ने आरोप लगाया है कि साउथ ग्रुप ने झूठे प्रतिनिधित्व, छिपाव और छद्म के माध्यम से इंडोस्पिरिट में हिस्सेदारी को नियंत्रित किया।एजेंसी ने दावा किया है कि महेंद्रू कभी किसी ऐसे पार्टनर से मिले ही नहीं, जिसके पास उनकी कंपनी में 32.5 फीसदी हिस्सेदारी थी। ईडी के अनुसार, इस व्यवसाय में झूठे नामों से पूंजी लाई गई जिसे साउथ ग्रुप में ट्रेस किया जा सकता है। इसके अलावा, “इस ग्रुप से संबंधित भागीदारों को इंडो स्पिरिट्स के मुनाफे को निकालने की अनुमति दी गई थी। इस बात के सबूत हैं कि इस निकासी को विजय नायर को भुगतान किए गए पैसे से जोड़ा जा सकता है। ईडी की शिकायत में कहा गया है कि विजय नायर को रिश्वत के निरंतर भुगतान का जरिया बनाने के लिए निजी थोक विक्रेताओं को 12 फीसदी का मार्जिन प्रदान किया गया था, जो कि विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के विपरीत था।

सरकार को कितना नुकसान

ईडी ने आरोप लगाया है कि सरकार को 581 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ, और सरकारी खजाने को हुए इस नुकसान को अवैध रूप से आरोपी मैसर्स इंडो स्पिरिट्स सहित थोक विक्रेताओं को दिखावटी मुनाफे में बदल दिया गया, जिसका इस्तेमाल किकबैक की भरपाई के लिए किया गया था।

केसीआर की बेटी

ईडी की शिकायत महेंद्रू के उस बयान पर आधारित है जिसमें आरोप लगाया गया है कि साउथ ग्रुप के सदस्यों ने उनसे संपर्क किया था जिन्होंने उनकी कंपनी मेसर्स इंडोस्पिरिट में रुचि दिखाई थी। ईडी ने दावा किया है कि साउथ कार्टेल के साथ महेंद्रू की कथित साझेदारी कविता के साथ कई फोन कॉल और बैठकों में हुई थी, और वह अंततः "उसके लिए परिवार की तरह" बन गया।

क्या बताया महेंद्रू ने

महेंद्रू ने कथित तौर पर ईडी को बताया कि जब नायर ने उन्हें शुरू में बताया कि साउथ ग्रुप दिल्ली के कारोबार में निवेश करने का इच्छुक है। इस ग्रुप के पास खूब पैसा है, राजनीतिक संबंध हैं और अरविंद केजरीवाल के दोस्त हैं। महेंद्रू ने कथित तौर पर कहा कि उन्होंने इस साझेदारी में शामिल होने का विरोध किया था, क्योंकि उनका विचार था कि साउथ ग्रुप बिना ज्यादा निवेश किए उनकी कंपनी में हिस्सेदारी चाहता है। ईडी ने आरोप लगाया है कि कविता ने सितंबर 2021 में फेसटाइम पर महेंद्रू से बात की, और उनको दिल्ली के कारोबार के लिए बधाई दी।

ईडी के अनुसार, 2022 में। महेंद्रू ने कविता से हैदराबाद में उनके घर पर मुलाकात की। कविता ने वहां महेंद्रू से कहा कि वह "उसके लिए परिवार की तरह है और अरुण पिल्लई के साथ व्यापार करना कविता के साथ व्यापार करने जैसा है और वे इस रिश्ते को कई राज्यों में बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाएंगे। अरुण रामचंद्र पिल्लई हैदराबाद के एक व्यवसायी हैं, जिन पर कथित रूप से तथाकथित साउथ ग्रुप का सदस्य होने का भी आरोप है। कविता ने अतीत में सभी आरोपों से इनकार किया है।

साउथ ग्रुप के खिलाफ जांच की स्थिति

- ईडी ने वाईएसआरसीपी के सांसद मगुनता श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे राघव मगुन्टा को गिरफ्तार किया है। इसमें कहा गया है कि राघव दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 घोटाले में विभिन्न व्यक्तियों के साथ रची गई सांठगांठ और दलाली की साजिश में प्रमुख व्यक्ति है।

- कविता के हैदराबाद स्थित चार्टर्ड एकाउंटेंट बुचिबाबू गोरंटला को सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति तैयार करने और लागू करने में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया है।

- पी सरथ चंद्र रेड्डी को ईडी ने 10 नवंबर 2022 को गिरफ्तार किया था।

- पिछले साल सितंबर में ईडी ने नेल्लोर, नई दिल्ली और चेन्नई में श्रीनिवासुलू रेड्डी के कार्यालयों, परिसरों और संपत्तियों की तलाशी ली थी।



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Prashant Dixit

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