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Mahadev Betting App Scam: मास्टरमाइंड के चचरे भाई समेत दो आरोपी गिरफ्तार, किए बड़े खुलासे
Mahadev Betting App Scam: एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को लखनऊ शहीद पथ सर्विस लेन से गिरफ्तार किया है।
Mahadev Betting App Scam: महादेव बेटिंग एप स्कैम में एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को लखनऊ शहीद पथ सर्विस लेन से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों ने हजारों करोड़ की ठगी में उपयोग सिम को दुबई भेजा था। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विभूतिखंड थाने में एफआईआर दर्ज की है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों से लंबी पूछताछ की है। इस दौरान दोनों ने बड़े खुलासे किए हैं।
2021 से अब तक बनाईं 32 फर्जी कंमपनियां
गिरफ्तार किए गए आरोपीयों का नाम अभय सिंह और संजीव सिंह है। अभय सिंह घोटाले का मास्टरमाइंड अभिषेक सिंह का चचेरा भाई है। अभिषेक सिंह महादेव बुक गेमिंग का इंडिया हेड भी है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने 2021 से अब तक 32 फर्जी कंपनियां बनाई हैं। इन फर्जी कंपनियों के नाम पर 4 हजार से ज्यादा सिम खरीदे गए। खरीदे गए सिम से नंबरों से व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर ग्रुप बनाए गए। इन्हीं सोशल मीडिया के ग्रुपों से ठगी को अंजाम दिया गया। दोनों आरोपियों के बैंक खाते को मुंबई पुलिस पहले ही सीज कर चुकी है।
12 हजार लोगों को भेजा दुबई
पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने कई खुलासे किए। उन्होंने बताया कि कंपनी का कर्मचारी बनाकर लगभग 12 हजार लोगों को दुबई भेजा गया है। सभी कर्मचारी फर्जीवाड़े के लिए बनाए गए सोशल मीडिया ग्रुप को देखते हैं। अभी चल रहे आईपिएल क्रिकेट लीग पर ऑनलाइन सट्टे लगाए जा रहे हैं। इन सट्टों से मिलने वाले पैसों को जिन खातों में भेजा जाता है वो बैंक खाते भी किराए पर लिए जाते हैं।
एसटीएफ एएसपी ने दी जानकारी
एसटीए एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि देविरया के गौरीबाजार सोनालक्ष्मण निवासी अभय सिंह और इकौना जगत माझा के संजीव सिंह को महादेव बेटिंग एप घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपियों को लखनऊ के शहीद पथ से गिरफ्तार किया गया।
ऐसे किया गया घोटाला
महादेव बेटिंग एप के मास्टरमाइंड में सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी, रवि उप्पल और अभिषेक सिंह का नाम शामिल है। महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए उपयोग किया जाता है। इस पर यूजर्स विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन गेम जैले क्रिकेट, टेनिस, पोकर, कार्ड सहित लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी करते थे। इस घोटाले का मुख्य आरोपी छत्तीसगढ़ के भिलाई से है।