TRENDING TAGS :
PM ने की इस सुभासिनी की बात,इन्होंने घरों में काम कर बनाया अस्पताल
लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज 'मन की बात' कार्यक्रम की 40वीं कड़ी में प. बंगाल की सुभासिनी मिस्री की चर्चा की। बता दें, कि सुभासिनी मिस्री को इस बार पदमश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। 75 वर्षीय सुभासिनी एक समाज सेविका हैं। वह एक गरीब परिवार से आती हैं। मिस्री ने गरीबों के लिए अस्पताल बनाने के लिए करीब 20 सालों तक दूसरों के घरों में भी काम किया। आखिरकार, उनकी मेहनत सफल रही। उन्होंने प.बंगाल के हंसपुखुर में एक अस्पताल बनाया।
सुभासिनी के इस अस्पताल में करीब 45 बिस्तर हैं। साथ ही आईसीयू में 10 बिस्तरों की सुविधा है। हर साल हजारों गरीबों का यहां मुफ्त में इलाज किया जाता है। सुभासिनी की शादी 12 साल की उम्र में ही कर दी गई थी। गरीबी के कारण उनके बीमार पति की मौत हो गई। 23 साल की उम्र में सुभासिनी विधवा हो गईं। लेकिन इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी।
ये भी पढ़ें ...PM नरेंद्र मोदी बोले- नारी शक्ति हमेशा प्रेरणा देने का काम करती रही है
पति के देहांत के बाद उन्हें गरीबों के लिए कुछ करने की ठानी। इसके बाद सुभासिनी ने अपने बेटे को अनाथालय भेज दिया। बाद में उनका वह बेटा डॉक्टर बना। अब वो इसी अस्पताल में गरीबों का इलाज करते हैं। मुश्किल दिनों में सुभासिनी ने अपना घर चलाने के लिए सब्जी तक बेची थी।