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IAS Success Story: 55 लाख की नौकरी ठुकराकर पहले प्रयास में पास की UPSC, जानिए कौन हैं वो शख्स
IAS Bhavishya Desai Success Story: भविष्य को 55 लाख के सैलरी पैकेज वाली नौकरी को ठुकरा दिया। भविष्य में आईएएस बनने का जुनून ऐसा था कि उन्होंने पहली ही कोशिश में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली।
IAS Bhavishya Desai Success Story: भारत में प्रत्येक साल लाखों की संख्या में छात्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा में शामिल होते हैं। लेकिन, बहुत कम ही छात्र इसे क्लियर कर पाते हैं। इनमें से इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस अफसर बनने वालों की संख्या और ज्यादा कम होती है। लेकिन यदि अगर आईएएस अधिकारी बनने का जुनून हो तो किया जा सकता है। ऐसी ही एक कहानी है राजस्थान के भविष्य देसाई की जिन्होने आईएएस बनने के लिए कॉर्पोरेट क्षेत्र में एक उच्च पैकेज को ठुकरा दिया। भविष्य को आईएएस बनने के लिए 55 लाख के सैलरी पैकेज वाली नौकरी पसंद नहीं आई और उन्होंने इसे ठुकरा दिया। भविष्य में आईएएस बनने का जुनून ऐसा था कि उन्होंने पहली ही कोशिश में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली। भविष्य देसाई ने UPSC परीक्षा में 29वीं रैंक हासिल की। चलिए Newstrack.com की इस विशेष रिपोर्ट में भविष्य देसाई की प्रेरणादायक स्टोरी के बारे में जानते हैं।
कौन हैं भविष्य देसाई
राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले भविष्य देसाई ने कॉलेज के दौरान ही यूपीएससी क्रैक करने का प्लान बनाया था। भविष्य देसाई की शुरुवाती पढ़ाई अजमेर के सेंट एंसलम स्कूल में हुई थी। उसके बाद में ज्योति स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की थी। उसके बाद भविष्य ने कानपुर आईआईटी से 2016 से 2020 के बीच में कंप्यूटंर साइंस में बीटेक किया। वहीं इंजीनियरिंग के बाद गुरुग्राम की एक ट्रेडिंग फर्म ने उन्हें 55 लाख रुपए की नौकरी का ऑफर दिया, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। हालांकि उनका ये फैसला काफी कठिन था, लेकिन उन्होने हार न मानते हुए लग गए अपना सपना पूरा करने में।
भविष्य ने सोशल मीडिया से बना ली थी दूरी
भविष्य देसाई बताते हैं कि वो करीब दो साल तक स्मार्टफोन और सोशल मीडिया से दूर रहे और खुद को एक कमरे में कैद कर लिया। इसी कमरे में उन्होंने दो साल तक कड़ी मेहनत की। जिसका परिणाम ये आया कि उन्होने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की कठिन परीक्षा पास कर ली।
बचपन से किताबें पढ़ने के थे शौकीन
भविष्य देसाई ने एक मीडिया इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें बचपन से ही किताबें पढ़ने का बेहद शौक था। जिनका फायदा उन्हें यूपीएससी एग्जाम के दौरान मिला। अपनी सफलता की कुंजी के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा था कि वह अपनी पढ़ाई को बहुत फोकस के साथ कर रहे थे। वह इस बात को लेकर बेहद क्लियर थे कि उन्हें यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए किन–किन किताबों को पढ़ने की जरूरत है। जिसका फायदा उनको यूपीएससी की परीक्षा में मिला।