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Sukesh Chandrashekhar: सुकेश ऐसे बना 'महाठग'! AAP से लेकर AIADMK तक किसी को नहीं छोड़ा..जितना शातिर, वैसी ही कहानी
Sukesh Chandrashekhar की बचपन से ख्वाहिश रईस बनने की थी। लेकिन, ठगी के अपने शुरुआती दिनों में भी उसने छोटा हाथ नहीं मारा। राजनीतिक दलों से लेकर बॉलीवुड तक उसने सभी जगह हाथ साफ किए।
Sukesh Chandrashekhar : देश में 'महाठग' के नाम से मशहूर सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) के बयान से इन दिनों सियासी तूफान आया हुआ है। दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद सुकेश ने आम आदमी पार्टी (AAP) के मंत्री और मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली की मंडोली जेल में कैद सत्येंद्र जैन पर गंभीर आरोप लगाए थे। लेकिन, आज सुकेश चंद्रशेखर ने मीडिया के नाम एक चिट्ठी लिख सीएम अरविंद केजरीवाल को भी लपेटे में ले लिया। मीडिया को तीन पन्नों की लिखी चिट्ठी में सुकेश ने लिखा, 'अगर मैं ठग हूं तो केजरीवाल महाठग हैं। उन्होंने राज्यसभा सीट के बदले मुझसे 50 करोड़ रुपए मांगे थे, जो मैंने दिए थे।'
सुकेश चंद्रशेखर के मीडिया सनसनी बनते ही उसके बारे में लोगों की जिज्ञासा बढ़ी। आमजन ये सोचने को मजबूर हो गया कि, आखिर ये शख्स करता क्या है? इतने रुपए इसके पास आते कहां से हैं? चाहे अरविंद केजरीवाल हों या बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस, हर किसी को इस व्यक्ति ने पैसे दिए हैं। आम आदमी पार्टी से जुड़ा मामला तो ताजा है। लेकिन, बॉलीवुड एक्ट्रेस से जुड़े मामलों में तो प्रवर्तन निदेशालय (ED) को सबूत भी मिले हैं। जिसकी जांच चल रही है।
कौन है सुकेश चंद्रशेखर?
सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) की कहानी कुछ-कुछ फ़िल्मी है। 34 वर्षीय सुकेश चंद्रशेखर मूलतः कर्नाटक का रहने वाला है। उसका शुरुआती जीवन बैंगलोर में बीता। सुकेश ने बेंगलुरु के बिशॉप कॉटन बॉयज स्कूल (Bishop Cotton Boys School) से पढ़ाई की। बाद में, उसने मधुरे यूनिवर्सिटी (Madhuri University) से स्नातक किया। सुकेश को जानने वाले बताते हैं कि, उसकी ख्वाहिश बचपन से ही जल्द रईस बनने की थी।
17 साल की उम्र में पहला केस
सुकेश चंद्रशेखर ने फिल्म एक्ट्रेस लीना मारिया पॉल (Leena Maria Paul) से शादी की थी। लीना पॉल ठगी के इस खेल में सुकेश की साथी भी रही थीं। इन दोनों की जोड़ी 'बंटी-बबली' वाली थी। सुकेश को पहली बार 17 साल की उम्र में धोखाधड़ी के एक केस में गिरफ्तार किया गया था। दरअसल, उसने खुद को एक चर्चित और वरिष्ठ राजनेता के बेटे का दोस्त बताकर एक पारिवारिक मित्र से 1.5 करोड़ रुपए ठग लिए थे। इतनी कम उम्र में ही सुकेश ने अपने इरादे बता दिए थे।
समय के साथ किया बड़ा हाथ साफ
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, सुकेश ने एक बार बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त के जाली हस्ताक्षर के जरिए एक प्रमाण पत्र प्रकाशित किया था। इस प्रमाण पत्र में दावा किया गया था कि, वह (सुकेश) कर्नाटक में कहीं भी गाड़ी चला सकता है। जबकि, उस समय वो नाबालिग था। इतना ही नहीं, कई वर्षों तक सुकेश ने एक पूर्व मुख्यमंत्री के पोते के रूप में खुद को पेश कर सैकड़ों लोगों को धोखा दिया। कहा जाता है कि, पूर्व मुख्यमंत्री के पोते के नाम पर उसने करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की। बाद में, सुकेश ने 'किंग इन्वेस्टमेंट' नाम से एक कंपनी खोली। जिसमें निवेशकों से मोटी रकम इन्वेस्ट करवाया और देखते ही देखते 2000 करोड़ रुपए ठग लिए।
AIADMK को भी नहीं बख्शा
सुकेश चंद्रशेखर को साल 2017 में दक्षिण की बड़ी क्षेत्रीय पार्टी अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) को झांसा देने मामले में भी गिरफ्तार किया जा चुका है। दरअसल, सुकेश ने खुद को AIADMK के उप महासचिव टीटीवी दिनाकरन का बिचौलिया होने का दावा कर 'दो पत्ती' चुनाव चिन्ह दिलवाने का झांसा दिया था। इस मामले में दक्षिण दिल्ली के एक पांच सितारा होटल से उसे हिरासत में लिया गया था। 'दो पत्ती' चुनाव चिन्ह मामले में सुकेश चंद्रशेखर ने 50 करोड़ रुपए चुनाव आयोग के अधिकारियों को अपने पक्ष में करने के लिए मांगे थे।
दिल्ली पुलिस से पुराना नाता, कई बार गिरफ्तार
इसके बाद, सुकेश ने फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रमोटर शिविंदर मोहन सिंह (Shivinder Mohan Singh) की पत्नी अदिति सिंह के साथ भी धोखाधड़ी की। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फिर उसे गिरफ्तार किया। साल 2021 में सुकेश को 5 अन्य जेल अधिकारियों के साथ 200 करोड़ रुपए के संबंध में गिरफ्तार किया गया था। ये पैसा उसने कारोबारी शिवेंद्र मोहन सिंह की पत्नी से उनके पति की जेल से रिहाई के बदले मांगे थे। दिल्ली पुलिस ने सुकेश चंद्रशेखर को एक न्यायाधीश के आवास पर देखे जाने के बाद 8 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
जेल कर्मियों को हर महीने देता था मोटी रिश्वत
सुकेश जब तिहाड़ जेल पहुंचा तो उसने अपना धंधा जेल के अंदर से ही शुरू कर दिया। तिहाड़ प्रशासन पर आरोप लगा कि, जेल में सुकेश को तमाम सुविधाएं मिल रही हैं। इसके बदले वो करोड़ों रुपए तिहाड़ जेल प्रशासन को बतौर रिश्वत देता है। सुकेश ने खुद आरोप लगाया था कि वो करीब साढ़े 9 करोड़ रुपये जेल डीजी संदीप गोयल के ऑफिस तक पहुंचा चुका है। यह मामला अदालत तक पहुंचा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। जिसके बाद तफ्तीश में करीब 35 जेल अधिकारियों और कर्मचारियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।