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Andhra Pradesh: पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को बड़ा झटका, नहीं कर सकेंगे रैलियां, सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस
Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के मुखिया चंद्रबाबू नायडू को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने उनकी रैलियों और सभाओं पर रोक लगा दी है।
Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के मुखिया चंद्रबाबू नायडू को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने उनकी रैलियों और सभाओं पर रोक लगा दी है। दरअसल, स्किल डेवलपमेंट घोटाले में गिरफ्तार किए गए नायडू को पिछले हफ्ते सोमवार को हाईकोर्ट ने नियमित जमानत दे दी थी। जिसके खिलाफ राज्य सरकार शीर्ष अदालत पहुंच गई। जहां आज सुनवाई हुई और कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री को नोटिस जारी किया।
अदालत ने अगली सुनवाई तक टीडीपी प्रमुख को चुनावी रैलियों और सभाओं में भाग ना लेने का निर्देश दिया है। आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने 20 नवंबर को चंद्रबाबू नायडू को बड़ी राहत देते हुए नियमित जमानत दे दी थी। इससे पहले 31 अक्टूबर को अंतरिम जमानत पर नायडू बाहर आए थे। उन्हें मेडिकल ग्राउंड पर बेल दिया गया था।
9 सितंबर को गिरफ्तार हुए थे नायडू
पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को कौशल विकास घोटाला मामले में 9 सितंबर को तड़के नांदयाल से गिरफ्तार किया था। नायडू उस दौरान आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर राज्यभर के दौरे पर थे। 8 सितंबर की रात नांदयाल जिले की बनगनपल्ली में जनसभा को संबोधित करने के बाद वे अपने वैनिटी वैन में आराम करने चले गए थे। अगले दिन सुबह तकरीबन साढ़े पांच बजे सीआईडी और पुलिस की टीम वहां उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची। इस दौरान वहां मौजूद टीडीपी कार्यकर्ताओं से उनकी बहस भी हुई। इसके बाद नायडू बाहर आए और पुलिस के साथ चल दिए।
किस मामले को लेकर घिरे हैं नायडू ?
टीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू स्किल डेवलपमेंट घोटाले को लेकर घिरे हुए हैं। 73 वर्षीय नायडू पर आरोप है कि साल 2015 में सीएम पद पर रहते हुए उन्होंने स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के फंड का कथित तौर पर गलत इस्तेमाल किया था, जिसके कारण राज्य के खजाने को 371 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ। उनपर फर्जी कंपनियों के सहारे सरकारी पैसे के गबन का आरोप है, जिसे स्किल डेवलपमेंट स्कीम के लिए जारी किया गया था।
स्किल डेवलपमेंट घोटाले की जांच सीबीआई भी कर रही है। सीबीआई ने 9 दिसंबर 2021 को इस मामले में पहली एफआईआर दर्ज की थी। इसमें 25 लोगों को आरोपी बनाया गया था। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का नाम नहीं शामिल था। इसलिए उनकी पार्टी टीडीपी सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगा रही है।
आंध्र में लोकसभा के साथ ही होने हैं विधानसभा चुनाव
आंध्र प्रदेश देश के उन राज्यों में शामिल है, जहां लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव भी होने हैं। लिहाजा प्रदेश की राजनीति अभी से गरमाई हुई है। राज्य के विभाजन के बाद से यहां मुख्य लड़ाई जनगमोहन रेड्डी की अगुवाई वाली वाईएसआर कांग्रेस और चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली टीडीपी के बीच है। 2014 में टीडीपी ने चुनाव जीता था, वहीं पांच साल बाद 2019 में वाईएसआर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। सियासी जानकारों की मानें तो मुख्यमंत्री जनगमोहन रेड्डी की स्थिति राज्य में फिलहाल काफी मजबूत है।