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सूरत अग्निकांड: प्रशासन की कार्रवाई, कोचिंग का मालिक गिरफ्तार, सभी कोचिंग सेंटर बंद

सूरत के सरथना इलाके में एक कोचिंग सेंटर के अंदर लगी भीषण आग में 20 लोगों ने अपनी जान गवां दी। इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। अग्निकांड मामले में पुलिस ने कोचिंग के मालिक भार्गव भूटानी को गिरफ्तार कर लिया है।

Dharmendra kumar
Published on: 25 May 2019 11:33 AM IST
सूरत अग्निकांड: प्रशासन की कार्रवाई, कोचिंग का मालिक गिरफ्तार, सभी कोचिंग सेंटर बंद
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सूरत: सूरत के सरथना इलाके में एक कोचिंग सेंटर के अंदर लगी भीषण आग में 20 लोगों ने अपनी जान गवां दी। इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। अग्निकांड मामले में पुलिस ने कोचिंग के मालिक भार्गव भूटानी को गिरफ्तार कर लिया है।

माना जा रहा है कि इमारत के अंदर अवैध निर्माण करने वाले हर्सुल वेकारिया तथा जिग्‍नेश बागदारा को भी जल्‍द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। बता दें कि इस घटना में 20 छात्रों की मौत हो गई है जिसमें 16 लड़कियां हैं। 20 से ज्‍यादा लोग घायल हुए हैं।

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सूरत पुलिस ने बताया कि अभी तत्‍काल प्रभाव से सभी ट्यूशन क्‍लास को बंद कर दिया गया है। सेफ्टी प्रमाणपत्र लेने के बाद ही इन कोचिंग को फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी। पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे कानून का पालन करें और शांति बनाए रखें।

इससे पहले सूरत पुलिस ने शुक्रवार देर रात कोचिंग सेंटर चलाने वाले बौर्गव भूटानी और इमारत के अंदर अवैध रूप से तीसरा फ्लोर बनाने वाले उसके मालिक हर्सुल वेकारिया तथा जिग्‍नेश बागदारा के खिलाफ के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

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पुलिस ने शनिवार सुबह कार्रवाई करते हुए कोचिंग के संचालक भार्गव भूटानी को गिरफ्तार कर लिया। इस भीषण हादसे के बाद जागी गुजरात सरकार ने अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वड़ोदरा के सभी कोचिंग सेंटर्स को फायर सेफ्टी ऑडिट पूरा होने तक बंद रखने का आदेश दिया है।

हादसे के बाद अहमदाबाद पुलिस ने जिले में चल रहीं सभी ट्यूशन क्लासों, डांस क्लासों और समर कैंप्स को ऐहतियातन बंद करने का आदेश दिया।

गर्मियों की छुट्टी पर चल रहे सूरत के नगर आयुक्‍त एम थेन्‍नर्सन ने वरच्‍छा के फायर ऑफिसर को इस घटना के लिए जिम्‍मेदार ठहराया है। उन्‍होंने कहा कि फायर ऑफिसर इमारत में सुरक्षा मानकों के उल्‍लंघन की पहचान नहीं कर सके। थेन्‍नर्सन ने कहा, 'हमने उन्‍हें सस्‍पेंड करने का फैसला किया है।'

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इस बीच डेप्‍युटी सीएम नितिन रुपाणी ने दावा किया है कि सूरत के फायर अधिकारियों के पास आग से बचाव के सारे उपकरण मौजूद थे लेकिन अग्निशमन अधिकारी उनके इस दावे पर सवाल उठाए हैं। अग्निशमन अधिकारी बसंत पारिक ने कहा कि उनके पास कोई सेफ्टी नेट नहीं है।

बता दें कि सेफ्टी नेट होने पर इमारत के तीसरे और चौथे फ्लोर से कूदे लोग बच जाते। पारिक ने कहा कि थर्माकोल से छत पूरी तरह से बंद थी और इससे लोग निकल नहीं सके।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

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