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Surya Grahan 2022 : लखनऊ-दिल्ली-पटना सहित देश के कई शहरों में दिखा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण

Surya Grahan 2022 : इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण समाप्त हो चुका है। 2 बजकर 29 मिनट पर आइसलैंड में शुरू हुए इस ग्रहण को भारत के कई राज्यों में भी देखा गया।

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Written By aman
Published on: 25 Oct 2022 12:23 PM GMT (Updated on: 25 Oct 2022 12:44 PM GMT)

Surya Grahan 2022 : इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण मंगलवार (25 अक्टूबर 2022) को देश के कई राज्यों में देखा गया। सूर्य ग्रहण की शुरुआत दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर हुई। सबसे पहले आइसलैंड में सूर्य ग्रहण को देखा गया। हालांकि, भारत में यह ग्रहण शाम 4:29 बजे से दिखाई दिया। 6 बजकर 09 मिनट पर ग्रहण समाप्त हो गया। आपको बता दें, ये आंशिक सूर्य ग्रहण था, जो तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में रहा। ज्योतिषियों के अनुसार इस ग्रहण में सूतक भी मान्य था, अतः नियमों का पालन होना आवश्यक रहा।

इस वर्ष अंतिम सूर्य ग्रहण आज यानी 25 अक्टूबर को दिखाई दिया। बता दें कि, ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है। साधारण शब्दों में कहें तो दिवाली की आधी रात से ही सूर्य ग्रहण का सूतक काल लग चुका था। प्रति वर्ष दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2022) मनाई जाती है, मगर इस साल सूर्य ग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी।

कहां-कहां दिखाई दिया सूर्य ग्रहण?

भारत में सूर्य ग्रहण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi), बेंगलुरु (Bangalore), कोलकाता (Kolkata), दक्षिणी राज्य चेन्नई (Chennai), उज्जैन (Ujjain) तथा यूपी के वाराणसी (Varanasi) और मथुरा (Mathura) आदि में दिखाई दिया। पूर्वी भारत को छोड़ पूरे भारत में इस सूर्य ग्रहण को देखा गया। आज का आंशिक सूर्यग्रहण यूरोप (Europe), उत्तर-पूर्वी अफ्रीका (North-East Africa) तथा पश्चिम एशिया (West Asia) के कुछ हिस्सों में दिखा।

Live Updates

  • 25 Oct 2022 10:27 AM GMT

    ग्रहण के दौरान खाने-पीने की चीजों में रखें तुलसी के पत्ते

    हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के दौरान खाने-पीने की चीजें अपवित्र हो जाती हैं। इसी वजह से खाद्य पदार्थों (खाने-पीने की चीजों) में तुलसी के पत्ते डाल दिए जाते हैं। तुलसी के सूर्य ग्रहण का नकारात्मक असर नहीं पड़ता है। चूंकि, ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मकता तथा दूषित किरणें फैलती हैं, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानी जाती हैं। ऐसे में तुलसी के पत्तों से बड़ा लाभ मिलता है। दरअसल, तुलसी में एंटी-बैक्टीरिया व आयरन होते हैं। इसके सेवन से इम्युनिटी बढ़ती है।

  • 25 Oct 2022 10:22 AM GMT

    सूर्य ग्रहण के दौरान करें इन मंत्रों का जाप :

    ग्रहण के दौरान सूर्य से नकारात्मक किरणें निकलती हैं, जिससे खासकर गर्भवती महिलाओं को बचने की सलाह दी जाती है। लेकिन, इस दौरान लगातार मंत्रों का जप करना चाहिए। तो चलिए आपको बताते हैं कि आप किन मंत्रों का जाप कर सकते हैं। :

    - “ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य:प्रचोदयात”


    - ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये


    - 'तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन।

    हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥'

    - 'ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय

    जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा।।'

    - प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:॥

    - 'विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिका नन्दना च्युत

    दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥'

  • 25 Oct 2022 10:14 AM GMT

    ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं ये न करें 

    ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। नहीं तो, गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। जानें क्या है वो मुख्य बातें : 

    - ग्रहण के दौरान सूर्य की किरणें दूषित होती हैं। इसलिए गर्भवती महिलाएं को इससे बचना चाहिए। उन्हें सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए।

    - ग्रहण के दौरान गर्भवती घर से बाहर ना निकलें। नहीं तो नुकसान हो सकता है। 

    - गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के समाप्त होने के बाद अवश्य नहाना चाहिए।

    - ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को नुकीली चीजें का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

    - ग्रहण के दौरान सोना अशुभ माना जाता है।

    - गर्भवती महिला को ग्रहण के दौरान सूर्य से जुड़े मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसका सकारात्मक असर पड़ता है। 

    - सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने पास दूर्वा घास रखनी चाहिए।

  • 25 Oct 2022 9:59 AM GMT

    सूर्य ग्रहण के कारण टली त्योहारों की तिथियां

    सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) की वजह से भारत में दिवाली के ठीक बाद होने वाले कई त्योहारों की तिथियां आगे बढ़ गई। गोवर्धन पूजा अब 26 अक्टूबर को होगा और भैया दूज 27 अक्टूबर को मनाई जाएगी। दीपोत्सव भी इस साल पांच दिन की जगह 6 दिन तक चलेगा। 

  • 25 Oct 2022 9:56 AM GMT

    पोलैंड में सूर्य ग्रहण का नजारा 



  • 25 Oct 2022 9:54 AM GMT

    स्कॉटलैंड में आंशिक सूर्यग्रहण




  • 25 Oct 2022 9:48 AM GMT

    कोलकाता में सबसे कम समय दिखेगा ग्रहण

    ग्रहण की शुरुआत से सूर्यास्त तक की अवधि दिल्ली और मुंबई दोनों के लिए क्रमशः 1 घंटा 13 मिनट और 1 घंटा 19 मिनट होगी। चेन्नई और कोलकाता में ग्रहण की शुरुआत से सूर्यास्त तक की अवधि क्रमशः 31 मिनट और 12 मिनट होगी। बेंगलुरु में यह ग्रहण 45 मिनट तक रहेगा।

  • 25 Oct 2022 9:47 AM GMT

    अंडमान और उत्तर-पूर्व भारत के इन जगहों पर नहीं दिखेगा ग्रहण  

    अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (Andaman and Nicobar Islands ) और उत्तर-पूर्व भारत के कुछ हिस्सों जैसे- आइजोल, डिब्रूगढ़, इंफाल, ईटानगर, कोहिमा, सिबसागर, सिलचर, तामेलोंग आदि को छोड़कर आज देश के अधिकांश हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।

  • 25 Oct 2022 9:45 AM GMT

    जानें आपके शहर में कितनी देर रहेगा सूर्य ग्रहण :

    -दिल्ली: 4.29 बजे से शुरू। अवधि: 1 घंटा 12 मिनट

    -मुंबई: शाम 4.49 बजे से। अवधि: 1 घंटा 19 मिनट

    -बैंगलोर: शाम 5.12 बजे से। अवधि: 43 मिनट

    -कोलकाता: शाम 4.52 बजे से। अवधि: 11 मिनट

    -चेन्नई: शाम 5.14 बजे से। अवधि: 30 मिनट

    - भोपाल: शाम 4.42 बजे से। अवधि: 1 घंटा 4 मिनट

    - हैदराबाद: शाम 4.59 बजे से। अवधि: 48 मिनट

    -कन्याकुमारी: शाम 5.32 बजे से। अवधि: 27 मिनट

  • 25 Oct 2022 9:38 AM GMT

    सूर्य ग्रहण से पहले बंद हुए मंदिरों के कपाट

    देश में आखिरी सूर्य ग्रहण से मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं। सूर्य ग्रहण प्रभाव के मद्देनजर आज (25 अक्टूबर) को देवभूमि उत्तराखंड में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं। वहीं, हरिद्वार में भी सभी मठों तथा मंदिरों में पूजा-अर्चना आदि बंद कर दिए गए हैं। इस बारे में महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव एवं महंत रवींद्र पुरी (Mahant Ravindra Puri) ने बताया कि हरिद्वार में 4.27 बजे से शाम 6.22 बजे तक सूर्य ग्रहण का प्रभाव रहेगा। हरिद्वार  ग्रहण को देखते हुए हर की पैड़ी पर सुबह और शाम के वक्त होने वाली आरती रोक दी गई है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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