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विवादों के गुरु चंद्रास्वामी का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली में निधन

Rishi
Published on: 23 May 2017 5:19 PM IST
विवादों के गुरु चंद्रास्वामी का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली में निधन
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नई दिल्ली: विवादित तांत्रिक चंद्रास्वामी का मंगलवार को यहां निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। अपोलो अस्पताल ने एक बयान में कहा कि चंद्रास्वामी पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और हाल में उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके कारण उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। अस्पताल ने दोपहर में उनके निधन की घोषणा की।

नेमि चंद जैन के रूप में पैदा हुए चंद्रास्वामी प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव तथा चंद्रशेखर के बेहद करीबी थे और इंदिरा गांधी के कई करीबी उनके खास मित्र थे। माना जाता है कि वह राव तथा चंद्रशेखर दोनों के आध्यात्मिक गुरु थे। उनके पिता राजस्थान के बेहरोर से थे और जब चंद्रास्वामी बहुत छोटे थे, तब उनका परिवार हैदराबाद चला गया था।

उन्होंने एक ज्योतिषी के रूप में प्रसिद्धि पाई, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संपर्क बनाए। वह अंतर्राष्ट्रीय हथियार व्यवसायी अदनान खशोगी के भी करीबी थे।

चंद्रास्वामी को वित्तीय अनियमितता के आरोपों का सामना करना पड़ा था। सन् 1996 में उन्हें लंदन के व्यवसायी से एक लाख डॉलर की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम (फेरा) के मामले का भी सामना करना पड़ा था।

सन् 1991 में नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्री बनने के तत्काल बाद चंद्रास्वामी ने दिल्ली के कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया में एक आश्रम का निर्माण किया, जिसे विश्व धर्मायतन सनातन के नाम से जाना जाता है। आश्रम के लिए जमीन इंदिरा गांधी ने आवंटित कराई थी।

माना जाता है कि चंद्रास्वामी ने ब्रिटेन के दिवंगत प्रधानमंत्री मार्गेट थैचर, ब्रुनेई के सुल्तान, बहरीन के शेख इसा बिन सलमान अल खलीफा, अभिनेत्री एलिजाबेथ टेलर तथा खाशोगी को भी आध्यात्मिक सलाह दी थी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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