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टीसीएस को लातिन अमेरिका, भारत, दक्षिण अफ्रीका के बाजार में वृद्धि की उम्मीद

टीसीएस के कारोबार एवं प्रौद्योगिकी सेवाओं के वैश्विक मामलों के प्रमुख कृष्णन रामानुजम ने रपट में कहा है, '...हमारे सबसे बड़े बाजारों में भी हमारी हिस्सेदारी एक अंकों में ही है। हम यूरोप, जापान, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे बड़े बाजारों में अपना आधार बढ़ा रहे हैं। इन बाजारों में विस्तार से आने वाले साल में वृद्धि को गति मिलेगी।'

Roshni Khan
Published on: 19 May 2019 7:33 AM GMT
टीसीएस को लातिन अमेरिका, भारत, दक्षिण अफ्रीका के बाजार में वृद्धि की उम्मीद
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नयी दिल्ली: देश की सबसे बड़ी सूचना-प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को आने वाले समय में लातिन अमेरिका, भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे बाजारों में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल करने की उम्मीद है।

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टीसीएस ने वित्त वर्ष 2018-19 की अपनी वार्षिक रपट में विश्वास जताया है कि नयी सेवाओं, उत्पादों और मंचों को पेश करने से यूरोप, जापान, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे बड़े बाजार में उसका विस्तार होगा।

टीसीएस के कारोबार एवं प्रौद्योगिकी सेवाओं के वैश्विक मामलों के प्रमुख कृष्णन रामानुजम ने रपट में कहा है, '...हमारे सबसे बड़े बाजारों में भी हमारी हिस्सेदारी एक अंकों में ही है। हम यूरोप, जापान, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे बड़े बाजारों में अपना आधार बढ़ा रहे हैं। इन बाजारों में विस्तार से आने वाले साल में वृद्धि को गति मिलेगी।'

उन्होंने कहा कि लातिन अमेरिका, भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे उभरते हुए बाजार बीते वर्षों में प्रौद्योगिकी पर खर्च के मामले में पिछड़े रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि नवोन्मेष के नये दौर 'बिजनेस 4.0' में कारोबार में काफी अधिक बढ़त दर्ज की जाएगी।

पिछले साल टीसीएस ने 'बिजनेस 4.0' की शुरुआत की थी। यह कंपनियों की विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए तकनीक के इस्तेमाल से जुड़ी उनकी रणनीति है।

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टीसीएस की आमदनी में अमेरिका की हिस्सेदारी 53 प्रतिशत और यूरोप की हिस्सेदारी 29.7 फीसदी है। वहीं भारत की हिस्सेदारी महज 5.7 प्रतिशत है।

वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 31,562 करोड़ रुपये जबकि आय 1.46 लाख करोड़ रुपये रही थी।

(भाषा)

Roshni Khan

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