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Terror Attack Reasi: फौजी की वर्दी में आतंकी कर रहे थे फायरिंग, सेना का सर्च ऑपरेशन जारी, अमित शाह बोले-दोषियों को बख्शेंगे नहीं

Terror Attack Reasi: आतंकी पहले से ही घात लगाकर बैठे थे। बस के सामने आते ही गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इससे बस में अफरा-तफरी मच गई।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 10 Jun 2024 8:48 AM IST (Updated on: 10 Jun 2024 10:02 AM IST)
Terror Attack Reasi
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Terror Attack Reasi   (photo: social media )

Terror Attack Reasi: जम्मू कश्मीर के रियासी में रविवार शाम को आतंकियों ने तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला कर दिया था। इस हमले में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 30 लोग घायल हो गए हैं। सेना की वर्दी में एक आतंकी बस के सामने खड़ा हो गया और फायरिंग करने लगा। इस दौरान बस चला रहे ड्राइवर को गोली लगी और उसका बस से नियंत्रण छूट गया, जिससे बस खाई में जा गिरी। तीर्थयात्रियों से भरी बस शिवखोड़ी से कटरा जा रही थी जब ये आतंकी हमला हुआ, जिसके बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सोमवार सुबह से सेना और अर्धसैनिक बल के अधिकारी, जवान और पुलिस बल सर्च ऑपरेशन लगे हैं। हर आने जाने वालों की तलाशी ली जा रही है तो वहीं जगलों में आतंकियों की खोज में जवान जगह-जगह छापेमारी भी कर रहे हैं।

आतंकी हमले में घायल उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के रहने वाले संतोष कुमार वर्मा ने बताया कि शिवखोड़ी में दर्शन के बाद हम कटरा की ओर जा रहे थे। जब बस ऊपर से नीचे की ओर उतर रही थी तभी एक आतंकवादी ने बीच सड़क पर फायरिंग शुरू कर दी। जब ड्राइवर को गोली लग गई तो बस खाई में गिर गई। आतंकियों ने करीब 20 मिनट तक गोलियां चलाईं। जब गोली चलना बंद हो गया, उसके बाद पुलिस आई और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू किया गया। जो आतंकी सामने से गोली चला रहे थे उनको देखा था। बाकी आतंकी इधर-उधर से भी फायरिंग कर रहे थे। आतंकी 5-6 फायरिंग करने के बाद रुक जाते थे और फिर पांच मिनट बाद फायरिंग शुरू कर देते थे। वहीं यूपी के गोंडा की रहने वाली नीलम गुप्ता ने बताया कि हम शिवखोड़ी से दर्शन करके आ रहे थे। वहीं पर आतंकियों ने फायरिंग की, गोली बस में लगी और बस डिसबैलेंस होकर खाई में गिर गई। बस में 40 लोग थे, बच्चे भी थे। हमारे हाथ और पैर में चोट आई है। हमारे पति, देवर, ननद-नंदोई हैं।

छह-सात आतंकी थे

एक तीर्थयात्री ने बताया कि 6-7 आतंकवादी थे, चेहरा नकाब से ढके हुए हुए थे। शुरू में उन्होंने बस को सड़क पर चारों ओर से घेरकर गोलीबारी की, जब बस गिरी तो वे नीचे की ओर बस की ओर आए और यह सुनिश्चित करने के लिए गोलीबारी करते रहे कि सभी लोग मारे जाएं। हमने चुप्पी बनाए रखी। उन्होंने बताया कि शाम छह बजे शिव खोड़ी से वैष्णो देवी के लिए बस लेने के 30 मिनट बाद यह घटना घटी। बस में कुल 40 लोग सवार थे।

जम्मू कश्मीर के रियासी में आतंकियों द्वारा तीर्थयात्रियों से भरी बस पर किए गए हमले की पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह समेत कई पार्टियों के नेताओं ने निंदा की है। पीएम ने घायलों को हर संभव मदद करने के लिए जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से कहा है। इस हमले में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि करीब 30 से ज्यादा लोग इस हमले में घायल हुए हैं।

अमित शाह ने लिया हालात का जायजा

वहीं, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि तीर्थयात्रियों पर हुए नृशंस आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा। रविवार को दूसरी बार केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद शाह ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन से बात की और आतंकी हमले के बाद स्थिति का जायजा लिया।

पीएम ने दिए हर संभव मदद के निर्देश

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमले के बाद की स्थिति का जायजा लिया और उन्हें लगातार स्थिति की निगरानी करने और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें जल्द ही दंडित किया जाएगा।

कांग्रेस समेत इन पार्टियों ने की निंदा

कांग्रेस ने कहा कि यह घटना जम्मू-कश्मीर में चिंताजनक सुरक्षा स्थिति की वास्तविक तस्वीर को दर्शाती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी एनडीए सरकार शपथ ले रही है और कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष देश में हैं, तब तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर एक कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले में लोगों को जान गंवानी पड़ी। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के गुलाम नबी आजाद के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आतंकवादी हमले की निंदा की है।

मृतकों की नहीं हो सकी पहचान

रियासी की एसएसपी मोहिता शर्मा ने बताया कि मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि वे सभी उत्तर प्रदेश के हैं। शर्मा ने बताया कि वे आमतौर पर हाई अलर्ट पर रहते हैं तथा पिछले कई दिनों से आसपास के क्षेत्रों में लगातार गश्त के साथ शिव खोड़ी मंदिर को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया है।

हमले के बाद राजोरी में अलर्ट, सर्च ऑपरेशन शुरू

जम्मू संभाग के राजोरी से लगते रियासी जिले के पौनी में रविवार शाम को श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमले के बाद राजोरी में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षाबलों ने जिले के कालाकोट उपमंडल और बुद्धल तहसील के कई जंगली इलाकों की घेराबंदी कर बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है, ताकि हमला करने के बाद आतंकी इन जंगलों में पनाह लें तो उन्हें ढेर किया जा सके।

आतंकियों के मौजूदगी की पहले भी सूचनाएं मिलती रही हैं

रक्षा सूत्रों के अनुसार, राजोरी जिले के कालाकोट के तरयाठ, मोगला और बुद्धल के कोट चढ़वाल के जंगल रियासी के पौनी से लगते हैं और इन जंगली इलाकों मे आतंकियों की मौजूदगी की पहले भी सूचनाएं मिलती रही हैं। बुद्धल के कोट चढ़वाल, नारला, बंबल, कालाकोट के तरयाठ, मोगला ख्वास आदि ऐसे जंगली इलाके हैं, जो रियासी जिले के पौनी, शिवखोड़ी से काफी पास हैं और यहां तक पहुंचने के लिए बहुत कम समय लगता है।

एक से डेढ़ घंटे के अंदर राजोरी के इन जंगलों में पहुंच जाते हैं-

यदि आतंकी इन जंगली रास्ते से वाकिफ हों तो वे एक से डेढ़ घंटे के अंदर राजोरी के इन जंगलों तक पहुंच सकते हैं और इनमें बनी प्राकृतिक गुफाओं मे छिप सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी टीम, सीआरपीएफ और भारतीय सेना के पैरा कमांडो, राष्ट्रीय राइफल बटालियन के जवान सर्च ऑपरेशन में जुट गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षाबलों ने इन जंगली इलाकों को चारों ओर से घेर लिया है। सोमवार सुबह से इन जंगली इलाकों में गहन सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। इसमें ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद भी ली जा रही है, ताकि यदि जंगलों में आतंकी पहुंचे हैं तो उनको ढेर किया जा सके।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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