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लॉकडाउन में बढ़े विवाद, कहीं आप के घर में भी तो नहीं हो रहा ऐसा

लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक विवाद घरेलू कामों में हाथ न बंटाने को लेकर हो रहे हैं। झाड़ू लगाने से लेकर सब्जी काटने जैसी बातें बड़ा मुद्दा बन रही हैं। इसके अलावा झगड़ों का एक बड़ा कारण मोबाइल भी बन रहा है।

राम केवी
Published on: 11 April 2020 5:04 PM IST
लॉकडाउन में बढ़े विवाद, कहीं आप के घर में भी तो नहीं हो रहा ऐसा
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रामकृष्ण वाजपेयी

  • संकिसा(फर्रुखाबाद)। लॉकडाउन में घर में लूडो खेलते समय पत्नी ने पति पर बेईमानी करने का आरोप लगाया। इस पर दंपति में विवाद शुरू हो गया। पत्नी की शिकायत पर पुलिस घर पहुंची और दोनों को थाने बुला लाई। वहां से दोनों को समझाकर घर भेज दिया गया।
  • कामां(भरतपुर): कामां थाना क्षेत्र के गांव लाड़लाका में लूडो गेम खेलने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। खेल खेल में विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के लोग एकजुट होकर आमने-सामने आ गए। उसके बाद एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के युवक की जमकर धुनाई कर दी। युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कोरोना कहने पर हो गया बवाल

  • मुरादनगर: थानाक्षेत्र के जलालाबाद गांव में एक युवक को कोरोना कहने पर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। जमकर लाठी डंडे चले व पत्थरबाजी हुई। इसमें दोनों पक्षों के 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अलग-अलग समुदाय का मामला होने के चलते गांव में तनाव बना हुआ है।
  • इसी तरह पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पिंडरा क्षेत्र के थाना गांव स्थित मुसहर बस्ती में बच्चों के झगड़े को लेकर शनिवार की शाम दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस हादसे में पुलिस इंस्पेक्टर अनवर अली समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी और कुछ ग्रामीण बुरी तरह घायल हुए हैं।

बढ़ रहे हैं ये झगड़े

  • सिगरा एरिया में रहने वाले होटल मैनजर पति-पत्‍‌नी के बीच कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ी कि पत्‍‌नी ने 112 पर कॉल कर दिया। हांलाकि पुलिस के समझने पर मामला शांत हो गया। मामले में पत्‍‌नी का कहना है कि पति उसे घर के कामों में हाथ नहीं बंटा रहे हैं। पहले तो होटल जाने का बहाना था, लेकिन अब मोबाइल में बिजी रहते हैं। इस कारण बच्चों की देखभाल के साथ घर का सारा काम खुद ही करना पड़ रहा है।
  • एक निजी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत पति का पत्‍‌नी के साथ विवाद हो गया। पत्नी का कहना है कि पति घर में तो हैं लेकिन ज्यादातर वक्त टीवी या मोबाइल पर दोस्तों से बातचीत में बिजी रहते हैं। जबकि पूरे परिवार के इस वक्त घर में होने की वजह से काम काफी ज्यादा बढ़ गया है। पति का सहयोग नहीं मिलने से पूरा काम करना मुश्किल हो रहा है।

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन अभी तक तो 14 अप्रैल तक ही था लेकिन अब 15 दिन और बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में लोगों के घरों में रहने पर परिवार के बीच विवाद और बढ़ने की आशंका हो गई है।

कानून व्यवस्था के लिए एक नई चुनौती है। पुलिस लॉकडाउन का पालन कराए या कोरोना फैलाने वालों की धरपकड़ करे या फिर घरों के झगड़े निपटाए। क्योंकि लॉकडाउन के चलते तमाम कंपनियों और प्रतिष्ठानों में या तो छुट्टी चल रही है या फिर वर्क फ्राम होम हो रहा है।

हाय रे झगड़े

ऐसे में घरेलू झगड़ों का बढ़ना या समाज के बीच मनमुटाव से गुटीय संघर्ष हो जाना एक नई तरीके की सिरदर्दी है।

लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक विवाद घरेलू कामों में हाथ न बंटाने को लेकर हो रहे हैं। झाड़ू लगाने से लेकर सब्जी काटने जैसी बातें बड़ा मुद्दा बन रही हैं। इसके अलावा झगड़ों का एक बड़ा कारण मोबाइल भी बन रहा है।

लॉकडाउन के चलते तमाम घरों में काम करने वाले कर्मचारी भी नहीं आ रहे हैं। कपड़ों का प्रेस न होना भी मुद्दा बन रहा है। परिवारीजनों द्वारा बार-बार बाहर से खाने-पीने के सामानों की डिमांड भी झगड़े का सबब बन रही है क्योंकि लाकडाउन बढ़ने से क्रयशक्ति पर असर पड़ने लगा है। जो नशे का लती है उसे नशा चाहिए इसलिए भी झगड़ा हो रहा है।

चिंतित कर रही है ये स्थिति

वास्तव में एक ऐसे समय में जब पूरा देश कोरोना को लेकर चिंतित है। घरों में पति-पत्‍‌नी के बीच मामूली बातों पर बड़े विवाद चिंता की वजह बन रहे हैं। ऐसे कठिन समय में तो पति-पत्‍‌नी को एक-दूसरे का साथ देना चाहिए, लेकिन वो एकदूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं।

लॉकडाउन की सीख यह है कि हमारा परिवार टूटने के कितना करीब पहुंच गया है कि जिस परिवार के नाम पर हम सब कुछ करते हैं आज हमने उसका ही विश्वास खो दिया है। हमारे बीच दूरियां कितनी बढ़ चुकी हैं कि घर पर दो लोग एक साथ नहीं रह पा रहे हैं।

राम केवी

राम केवी

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