×

मौसम का भयानक कहर: कश्मीर में जारी हुआ हाई अलर्ट, संकट बनी बर्फीली हवाएं

इस समय कश्मीर 'चिल्लई-कलां' की पकड़ में है। इस वजह से कश्मीर 40 दिनों तक भयंकर सर्दी मौसम विभाग ने कहा है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले कुछ दिनों तक घाटी में हल्की बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है।

Newstrack
Published on: 27 Dec 2020 5:18 PM IST
मौसम का भयानक कहर: कश्मीर में जारी हुआ हाई अलर्ट, संकट बनी बर्फीली हवाएं
X
मौसम का भयानक कहर: कश्मीर में जारी हुआ हाई अलर्ट, संकट बनी बर्फीली हवाएं

लखनऊ: मौसम विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 12 दिसंबर को हुई बर्फबारी से कश्मीर के मौसम को शुष्क और सर्द बन गया है। कश्मीर में शीतलहर और तेज हो गई है पूरी। घाटी में तापमान सुनने से माइनस डिग्री गिर गया है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कश्मीर घाटी में अगले 3 दिन तक हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में पारा सुनने से 5 पॉइंट 2 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया है।

मौसम विभाग ने दी जानकारी

बीती रात श्रीनगर का तापमान 3 पॉइंट 7 डिग्री सेल्सियस नीचे था। दक्षिण कश्मीर के पर्यटक स्थल पहलगाम में नापा गया तापमान 0 से माइनस 5 पॉइंट 9 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया है। तो वही बीती रात के तापमान के मुकाबले अधिक है। पिछली रात का तापमान 0 से 4 पॉइंट 5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा था। मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी कश्मीर में गुलमर्ग में पारा शून्य से 7.2डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। वही बीती रात को वहां का तापमान सुनने से 6 पॉइंट 5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा कश्मीर में सबसे ठंडी जगह गुलमर्ग का रहा।

kasmir 1

ये भी पढ़ें : ब्रिटेन में 4 जनवरी से लगेगी ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन, भारत के लिए आई ये अच्छी खबर

चिल्लई-कलां के चपेट में यह घाटी

मौसम विभाग के अनुसार कांजीगुड़ का तापमान सुनने से माइनस 5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। वही कुकरवाड़ा का सबसे न्यूनतम तापमान माइनस 4 पॉइंट 8 डिग्री सेल्सियस रहा रहा। कश्मीर घाटी के कोकरे नाग का सबसे कम तापमान शून्य से -4 पॉइंट 9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। इस समय कश्मीर 'चिल्लई-कलां' की पकड़ में है। इस वजह से कश्मीर 40 दिनों तक भयंकर सर्दी मौसम विभाग ने कहा है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले कुछ दिनों तक घाटी में हल्की बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है।

ये भी पढ़ें :1911 में आज के ही दिन गाया गया था राष्ट्रगान, जानिए क्या है इतिहास और नियम

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Newstrack

Newstrack

Next Story