इस बार नहीं पड़ेगी ज्यादा गर्मी, IMD ने बताया- क्यों ऐसा रहेगा मौसम

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ओपी श्रीजीत बताते हैं कि मार्च में सामान्य से 47 फीसदी ज्यादा बारिश हुई, वहीं अप्रैल में 8 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई।

Aradhya Tripathi
Published on: 13 May 2020 5:23 AM GMT
इस बार नहीं पड़ेगी ज्यादा गर्मी, IMD ने बताया- क्यों ऐसा रहेगा मौसम
X

नई दिली: देश में इस बार सर्दियों से गर्मियों का सीजन आ गया लेकिन इस बार सर्दी और गरमी में सिर्फ एक चीज ही हावी रही और वो है कोरोना वायरस। ऐसे में अब गर्मियों का मौसम जब शुरू हो गया है। अब मौसम विभाग का कहना है कि इस बार गर्मी नहीं जलायेगी। यानि कि इस बार उतनी अधिक गर्मी नहीं होगी जितनी आमतौर पर होती है। इसकी वजह है कि अबकी बारिश अधिक है। और जैसा अभी तक भी देखा गया है कि इस बार चाहे सर्दी हो या गर्मी हो या बसंत हो बारिश ने हर मौसम में अपनी दस्तक दी है।

अधिक बारिश की वजह से गर्मी होगी सामान्य से कम

हर बार के मुकाबले इस बार सूरज ने अभी तक अपनी तपिश नहीं छोड़ी है। हर बार के मुकाबले इस बार गर्मी अभी उतनी नहीं पड़ी है। ऐसे में अब मौसम विभाग का कहना है कि अत्यधिक बारिश की वजह से इस बार गर्मी सामान्य रहेगी। मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत में मार्च में गर्मी शुरू हो जाती है और अप्रैल-मई में यह अपने चरम पर पहुंच कर जून के पहले हफ्ते तक यह स्थिति लगातार बनी रहती है।

ये भी पढ़ें- आर्थिक पैकेज के ऐलान के बाद शेयर बाजार में रौनक, सेंसेक्‍स में 1100 अंक की तेजी

आम तौर पर देखा जाता है कि राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना भी गर्म क्षेत्रों में आता है, जहां तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। लेकिन इस बार मौसम विभाग का कहना है कि भीषण गर्म इलाकों में भी इस बार तापमान सामान्य से भी कम रहने वाला है। इस बार 1 मार्च से 11 मई के बीच बारिश 25 फीसदी ज्यादा दर्ज की गई।

मार्च-अप्रैल में हुई सामान्य से ज्यादा बारिश

आंकड़ों की जानकारी देते हुए पुणे रेंज के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ओपी श्रीजीत बताते हैं कि मार्च में सामान्य से 47 फीसदी ज्यादा बारिश हुई, वहीं अप्रैल में 8 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि यह सामान्य घटना नहीं है। ऐसे में इस चीज को लेकर मौसम विभाग थोड़ा परेशान भी है। क्योंकि ऐसा होना सही नहीं है। वहीं निजी एजेंसी स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत का कहना है कि अप्रैल में आमतौर पर गर्मी के दो चरण होते हैं।

ये भी पढ़ें- पाक के बजट से कई गुना ज्यादा है भारत का आर्थिक पैकेज, जानिए इससे जुड़े फैक्ट्स

आईएमडी ने तापमान के सामान्य से 5-6 डिग्री ऊपर होने पर उस स्थिति को गर्मी और तापमान के सामान्य से 7 डिग्री ऊपर पहुंचने पर उसे गंभीर गर्मी का प्रकोप घोषित कर रखा है। आईएमडी राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान की प्रमुख सती देवी ने कहा है कि गुजरात में अप्रैल में तेज गर्मी की शुरुआत हुई थी, लेकिन उसका ज्यादा असर नहीं हुआ। इस महीने राजस्थान के कुछ हिस्से में तापमान 40 के पार पहुंचा, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश से तापमान नीचे चला गया।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

Next Story