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भाजपा के इस प्लान ने कर दिया कमाल और हरियाणा में कांग्रेस का सपना नहीं हो पाया सच

Haryana Assembly Election Result 2024: हरियाणा विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने फिर से जीत का परचम लहराया है। लगातार तीसरी बार राज्य में जीत कर बीजेपी ने इतिहास रच दिया है। बीजेपी की इस जीत के साथ ही एग्जिट पोल से उत्साहित कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा और उन्हें एक बार फिर मायूसी ही हाथ लगी।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 9 Oct 2024 10:37 AM IST
Haryana Assembly Election Result 2024 ( Pic- Social- Media)
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Haryana Assembly Election Result 2024 ( Pic- Social- Media) 

Haryana Assembly Election Result 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत का परचम लहरा कर भारतीय जनता पार्टी ने जहां इतिहास रच दिया है तो वहीं कांग्रेस का यहां सरकार बनाने का सपना धरा का धरा ही रह गया। इसके साथ ही सारे एग्जिट पोल भी फेल साबित हो गए। शुरुआती रूझानों में लगा कि इस बार कांग्रेस वहां बहुमत से सरकार बनाने वाली है। लेकिन फिर जैसे-जैसे वोटों की गिनती होती गई वैसे-वैसे रूझानों में काफी उलटफेर देखने को मिला और देखते ही देखते बीजेपी ने कांग्रेस को काफी पीछे छोड़ दिया और बहुमत के साथ आगे निकल गई और कांग्रेस को एक बार फिर मात देते हुए तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने में कामयाब हो गई।


आज तक हरियाणा में किसी भी पार्टी ने लगातार तीसरी बार सरकार नहीं बनाई है। आज बीजेपी को हरियाणा के चुनाव में जिस तरह से सफलता मिली है। उसके पीछे पार्टी की बड़ी रणनीति है जो वोट बैंक को अपने पक्ष में लाने में कामयाब रही है। वहीं चुनाव से कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री बदलना भी भाजपा के लिए लाभप्रद रहा।आखिर वे कौन से फैक्टर थे जिससे भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर भारी पड़ी और राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 48 पर जीत का परचम लहरा दिया। इस बार भाजपा ने 2019 के विधानसभा के मुकाबले सीटें भी अधिक जीती हैं।

...तो आइए यहां जानते हैं उसके बारे में-

युवा वर्ग का भूमिका रही निर्णायक

आपने अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने भाषणों में यह कहते हुए सुना होगा कि हमारे देश का युवा देश के विकास में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। बीजेपी ने हरियाणा चुनाव में कई ऐसे मुद्दों को उठाया और अपने दस साल के कार्यकाल में किए गए काम को जनता के सामने रखा भी। जहां कांग्रेस ने बेरोजगारी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था तो वहीं बीजेपी ने पर्ची-खर्ची के मुद्दे को इस चुनाव में काफी जोरशोर से उठाया। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा हमेशा यह दावा करती आई कि हरियाणा की पूर्व हुड्डा सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान करीब 85 हजार सरकारी नौकरियां दी थी, जबकि हमारी सरकार ने अपने दस साल के कार्यकाल के दौरान युवाओं को कांग्रेस से दो गुनी एक लाख 47 हजार सरकारी नौकरियां दी हैं।


यह नहीं चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने बिना पर्ची-बिना खर्ची नौकरी देने का चुनावी नारा भी दिया। राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस तरह से युवाओं पर भाजपा का पर्ची खर्ची वाला मुद्दा काफी प्रभावी साबित हुआ और भाजपा को युवाओं का चुनाव में भरपूर समर्थन मिला। वहीं कांग्रेस ने बेरोजगारी के ही मुद्दे को उठाकर युवाओं से वोट मांगे, लेकिन वह शायद कामयाब नहीं हो सकी। हरियाणा में 18 से 39 साल के युवाओं के करीब 94 लाख वोट हैं। जो भाजपा की इस जीत में बड़ा रोल निभाए हैं।

गैर जाट वोटों का ध्रुवीकरण

भाजपा यह अच्छी तरह से जानती थी कि हरियाणा के खिलाड़ी बीजेपी नेता बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखे हैं। इन खिलाड़ियों में अधिकतर जाट विरादरी के थे और कांग्रेस इनके पक्ष में खड़ी थी। कांग्रेस ने विनेश फोगाट को टिकट देकर जाट वोट बैंक को अपने पक्ष में लाने का काम किया। लेकिन भाजपा ने कांग्रेस की इस चाल पर पानी फेर दिया। माना जा रहा है कि बीजेपी नान जाट वोटों का धु्रवीकरण करने में कामयाब रही। भाजपा की इस जीत के पीछे यह भी फैक्टर बड़ा रोल निभाया है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस बार एक विरादरी के खिलाफ एकजुटता हुई है और वही एकजुटता हो सकता है बीजेपी की जीत में बड़ा काम कर गई हो।


शैलजा की नाराजगी भी पड़ गई भारी

वहीं कांग्रेस की हार में पार्टी की सांसद कुमारी शैलजा की नाराजगी भी एक बड़ा कारण बताया जा रहा है। शैलजा के बारे में तथाकथित भूपेंद्र हुड्डा समर्थक की अभद्र टिप्पणी से एक खास वर्ग नराज हो गया और इसका खामियाजा भी कांग्रेस को इस चुनाव में भुगतना पड़ा। चुनाव के दौरान खुद शैलजा ने करीब कई दिनों तक चुप्पी साधे रखी और वहीं भाजपा ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया और इसे दलित अपमान से जोड़ा और चुनाव में खूब भुनाया। लेकिन बाद में कुमारी शैलजा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मंच साझा किया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और भाजपा अपने मकसद में कामयाब भी हो गई थी।


कांग्रेस की हार में ये भी कारण रहा कारगर

अब तो यह तय है कि हरियाणा में बीजेपी तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। भाजपा की इस जीत में कांग्रेसियों के बड़बोलेपन का भी काफी योगदान रहा। जुलाना से कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट ने कहा था कि हाथ कांग्रेस, थप्पड़ का काम करेगा। वहीं असंध के कांग्रेस उम्मीदवार शमशेर गोगी ने कहा था कि कांग्रेस जीतती है तो कांग्रेस अपना घर भरेगी।कांग्रेसियों के इन बयानों को भाजपा ने जनता के सामने काफी अच्छे तरह से रखा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और इसका बीजेपी को विधानसभा चुनाव में फायदा भी मिला



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Shalini Rai

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