TRENDING TAGS :
Rajya Sabha Election Result 2024: राज्यसभा उपचुनाव से पहले BJP का लहराया परचम, तीन उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
Rajya Sabha Election Result 2024: बिहार के दोनों उम्मीदवारों के अतिरिक्त कोई भी प्रत्याशी न होने पर मतदान की नौबत ही नहीं आयी और नाम वापसी के आखिरी दिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खाते में बिहार की ये दोनों सीट चली गयीं।
Rajya Sabha Election Result 2024: देश के नौ राज्यों की राज्यसभा की 12 रिक्तसीटों के लिए होने वाले उपचुनाव से पूर्व ही भारतीय जनता पार्टी के तीन उम्मीदवारों ने जीत हासिल कर ली है। भाजपा के ये तीनों उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं। इनमें राजस्थान से रवनीत सिंह बिट्टू, बिहार से उपेंद्र कुशवाहा और मनन कुमार मिश्रा के नाम शामिल हैं। तीनों निर्विरोध निर्वाचित उम्मीदवारों को सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया है।
बिहार के दोनों उम्मीदवारों के अतिरिक्त कोई भी प्रत्याशी न होने पर मतदान की नौबत ही नहीं आयी और नाम वापसी के आखिरी दिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खाते में बिहार की ये दोनों सीट चली गयीं। इनमें से एक सीट राष्ट्रीय जनता दल की मीसा भारती के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई थी। मीसा भारती लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुई हैं। इस तरह राज्यसभा सदन में राजद सदस्यों की संख्या अब मात्र तीन ही रह गयी है। राजद वहीं भाजपा के विवेक ठाकुर के लोकसभा सदस्य चुने जाने के चलते बिहार की दूसरी रिक्त खाली हो गयी थी।
हाल में हुए लोकसभा चुनाव हार गए थे उपेंद्र कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा का नाम बिहार के बड़े नेताओं में शुमार है। श्री कुशवाहा बिहार विधानसभा परिषद और विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। यहीं नहीं उपेंद्र कुशवाहा लोकसभा और राज्यसभा के भी सदस्य रह चुके हैं। श्री कुशवाहा केंद्र में मंत्री भी रहे हैं। हालांकि वह हाल ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बिहार की काराकाट सीट से हार गए थे। उपेंद्र कुशवाहा को माले नेता राजाराम सिंह ने 105858 वोटों से हराया था।
उपेंद्र कुशवाहा ने साल 1985 में राजनीति में कदम रखा था। वह 1988 तक युवा लोकदल के राज्य महासचिव रहे। इसके बाद वह 1988 से 1993 तक राष्ट्रीय महासचिव भी रहे। लोकसभा चुनाव हारने के बाद उपेंद्र कुशवाहा का राजनीतिक भविष्य का अस्तित्व खतर में पड़ गया था। लेकिन एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहापर भरोसा जताया और उन्हें राज्यसभा उम्मीदवार बनाया।
सात बार BCI अध्यक्ष हैं मनन कुमार मिश्रा
राज्यसभा उपचुनाव जीतने वाले भाजपा उम्मीदवार मनन कुमार मिश्रा बिहार का जाना-माना नाम हैं। न्यायपालिका के क्षेत्र में मनन कुमार मिश्रा ने शानदार उपलब्धि हासिल की है। वह बिहार के गोपालगंज जिल के कुचायकोट प्रखंड के तिवारी खरेया गांव के रहने वाले हैं। श्री मिश्रा अप्रैल 2012 से लगातार बार काउंसिल ऑफ इंडिया का चुनाव जीत रहे हैं। श्री मिश्रा वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हैं।
चुनाव हारने के बाद भी केंद्रीय मंत्री बने रवनीत सिंह बिट्टू
रवनीत सिंह बिट्टू बिट्टू की उम्र मात्र 11 साल थी। जब उनके पिता की मौत हो गई थी। यहीं नहीं 20 साल की उम्र में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और उनके दादा बेअंत सिंह की 31 अगस्त 1995 को चंडीगढ़ में खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। 2007 में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा।
लुधियाना से लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी रवनीत सिंह बिट्टू को मोदी सरकार ने केंद्रीय मंत्री बनाया। तीन बार कांग्रेस सांसद रह चुके रवनीत सिंह बिट्टू पहली बार 2009 में आनंदपुर साहिब से लोकसभा सदस्य चुने गए थे। उन्होंने साल 2014 और 2019 में भी लुधियाना से जीत दर्ज की थी।