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फिर किसान की मौत: कृषि कानून बनता जा रहा किसानों का हत्यारा, दिया ये संदेश

दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल हुए हरियाणा के कर्मवीर सिंगवाल ने आज सुबह पेड़ में रस्सी के सहारे फंदा लटका कर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा कि किसान की आत्महत्या के बाद आसपास के इलाके में मौजूद लोग जुट गए।

Vidushi Mishra
Published on: 7 Feb 2021 5:54 PM IST
फिर किसान की मौत: कृषि कानून बनता जा रहा किसानों का हत्यारा, दिया ये संदेश
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हरियाणा के एक किसान जोकि किसान आंदोलन में शामिल हुए थे, आज खुदकुशी कर ली। मृतक किसान कर्मवीर सिंगवाल अपने पीछे एक सुसाइड नोटिस भी छोड़ गए हैं।

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में कई हफ्तों से जारी किसान आंदोलन के चलते आज यानी रविवार को खबर मिली है कि एक और किसान ने आत्महत्या कर ली है। दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल हुए हरियाणा के कर्मवीर सिंगवाल ने आज सुबह पेड़ में रस्सी के सहारे फंदा लटका कर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा कि किसान की आत्महत्या के बाद आसपास के इलाके में मौजूद लोग जुट गए। वहीं मृतक कर्मवीर सिंगवाल अपने पीछे एक सुसाइड नोट भी छोड़ गया।

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किसानों के नाम संदेश

हरियाणा के एक किसान जोकि किसान आंदोलन में शामिल हुए थे, आज खुदकुशी कर ली। मृतक किसान कर्मवीर सिंगवाल अपने पीछे एक सुसाइड नोटिस भी छोड़ गए हैं। जिसमें उन्होंने आंदोलनकारी किसानों के नाम संदेश लिखा है। मृतक सिंगवाल ने इसमें कहा है कि काले कानूनों के खिलाफ मरते दम तक किसानों को संघर्ष करना है।

बता दें, ये कोई पहला मौका नहीं है जब प्रदर्शनकारी किसानों ने आत्महत्या की है। वहीं इससे पहले जनवरी महीने में भी कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर प्रदर्शन में भाग ले रहे पंजाब के 40 वर्षीय एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। जिसको आंदोलन में शामलि हुए थे।

Farmer Protest फोटो-सोशल मीडिया

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लगातार किसानों की मौत

इस बारे में हरियाणा पुलिस ने ये जानकारी दी थी। मामले के बारे में सोनीपत के कुंडली पुलिस थाने में निरीक्षक रवि कुमार ने बताया था कि किसान अमरिंदर सिंह पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले का निवासी था। हालाकिं किसान को सोनीपत के स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों, खासकर पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर बीते दो महीने से भी अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान कई दिनों से सिंघू बॉर्डर समेत दिल्ली की अनेक बॉर्डरों पर डेरा डाल रखा है।

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Vidushi Mishra

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