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तिरूपति देवस्थानम ने YES बैंक के खाते से निकाले करोड़ों, पहले ही हो गया था अंदेशा
तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम चीफ का पद संभालने के बाद YV सुब्बा रेड्डी ने मंदिर अधिकारियों को यस बैंक से इस पैसे को निकालने का आदेश दिया था। ध्यान रहे कि चंद्रबाबू नायडू के मुख्यमंत्री काल में टीटीडी का पैसा चार प्राइवेट बैंको में रखा गया था।
नई दिल्ली: जहां एक तरफ देश में यस बैंक के डूबने को लेकर परेशान हैं, वहीं तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम (TTD) के एक अच्छे फैसले से वेंकटेश्वर स्वामी के करोडो़ं रुपये बचा लिए। बता दें कि कुछ महीने पहले ही TTD ने यस बैंक से 1300 करोड़ रुपये निकाल लिए थे।
सुब्बा रेड्डी ने किया था बैंकों का विश्लेषण
तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम चीफ का पद संभालने के बाद YV सुब्बा रेड्डी ने मंदिर अधिकारियों को यस बैंक से इस पैसे को निकालने का आदेश दिया था। ध्यान रहे कि चंद्रबाबू नायडू के मुख्यमंत्री काल में टीटीडी का पैसा चार प्राइवेट बैंको में रखा गया था। गौरतलब है कि गुरूवार रात को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने संकट में फंसे बैंक से 3 अप्रैल तक के लिए निकासी सीमा 50,000 रुपये तय कर दी है।
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रेड्डी ने प्राइवेट बैंकों की वित्तीय स्थिति का विश्लेषण कर लिया था और अधिकारियों को यस बैंक से अपना जमा निकालने के लिए कहा था। पैसे न निकालने के दबाव के बावजूद रेड्डी ने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री वाय एस जगन मोहन रेड्डी के सामने उठाया और उनसे परमीशन हासिल कर ली।
जगन्नाथ मंदिर का पैसा अभी भी है फंसा
ओडिशा के भगवान जगन्नाथ मंदिर का ट्रस्ट तिरूमाला जितना भाग्यशाली नहीं रहा। भगवान जगन्नाथ के नाम पर यस बैंक में 545 करोड़ रुपये जमा हैं। अब आरबीआई के फैसले के बाद भक्तों और मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों को इस पैसे की चिंता सता रही है।
आरबीआई के निर्देशों के बाद मंदिर ट्रस्ट के वरिष्ठ अधिकारी बिनायक दासमोहओपात्रा ने कहा हम मामले की गहन जांच की मांग करते हैं। एक निजी बैंक में इतने कम ब्याज के लिए किसने इतनी बड़ी रकम डाली।
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वहीं श्री जगन्नाथ सेना के संयोजक प्रियदर्शी पटनायक ने कहा कि भगवान का पैसा एक निजी बैंक में डालना अनैतिक है। इस अनिश्चित्ता के लिए श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन और मंदिर की प्रबंध समिति जिम्मेदार है।