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Cash for Query Controversy: एथिक्स कमेटी के सामने पहुंची महुआ मोइत्रा, कैश फॉर क्वेरी मामले में होगी पूछताछ; मामले में कौन है ये बड़े नाम

Cash for Query Controversy:

Krishna Chaudhary
Published on: 2 Nov 2023 12:02 PM IST (Updated on: 2 Nov 2023 12:11 PM IST)
Cash for Query Controversy
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Cash for Query Controversy (Photo: Social Media) 

Cash for Query Controversy: चर्चित कैश फॉर क्वेरी मामले में जांच के घेरे में आईं तृणमुल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा एथिक्स कमेटी के सामने पूछताछ के लिए पहुंच गई हैं। कमेटी ने पूछताछ के लिए उन्हें 2 नवंबर को तलब किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईटी मंत्रालय ने कमेटी को बताया कि महुआ की आईडी से दुबई से कम से कम 47 बार लॉगिन किया गया। वहीं, टीएमसी सांसद ने दिल्ली रवाना होने से पूर्व दावा किया था कि 2 नवंबर को सारे झूठ ध्वस्त कर दूंगी।

एथिक्स कमेटी में कौन – कौन ?

कैश फॉर क्वेरी मामले की सुनवाई लोकसभा की जो आचार समिति कर रही है, उनमें बीजेपी के अलावा विपक्षी दलों के सांसद शामिल हैं। समिति को लीड बीजेपी एमपी विनोद कुमार सोनकर कर रहे हैं। एथिक्स कमेटी में बतौर मेंबर बीजेपी के वीडी शर्मा, सुमेधानंद सरस्वती, अपराजिता सारंगी, डॉ. राजदीप रॉय, सुनिता दुग्गल और सुभाष भामरे हैं। कांग्रेस की ओर से एन उत्तम कुमार रेड्डी, प्रणीत कुमार, वी.वैथीलिंगम, बालासौरी बल्लभनैनी शामिल हैं। बसपा से दानिश अली, शिवसेना से हेमंत गोडसे, सीपीएम के पीआर नटराजन और जदयू के गिरिधारी यादव भी बतौर सदस्य शामिल हैं।

क्या है पूरा मामला ?

झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को 'री-इमरजेंस ऑफ नेस्टी कैश फॉर क्वेरी इन पार्लियामेंट' नाम से एक चिट्ठी लिखी थी। इसमें आरोप लगाया गया कि पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को सदन में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट और कैश मिला। गोड्डा सांसद ने स्पीकर को लिखे लेटर के साथ एडवोकेट जय अनंत देहाद्रई की चिट्ठी भी लगाई थी।

रियल एस्टेट कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा था कि उनके पास महुआ मोइत्रा का लोकसभा का लॉगिन आईडी और पासवर्ड था। इससे वे खुद ही महुआ की तरफ से सवाल डालते थे। कारोबारी द्वारा आगे कहा गया कि महुआ का मकसद पीएम मोदी को बदनाम करना था। कारोबारी ने 19 अक्टूबर को जो एफिडेविट कमेटी को सौंपा था, उसमें ये बातें दर्ज हैं। महुला ने अगले दिन यानी 20 अक्टूबर को सरकार पर दर्शन के सिर पर बंदूक रखवाकर एफिडेविट साइन करवाने का आरोप लगाया था।

26 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे कमेटी के सामने पेश हुए। 27 अक्टूबर को महुआ ने हीरानंदानी को लोकसभा का लॉगिन आईडी और पासवर्ड देने की बात मान ली। उन्होंने अरबपति कारोबारी से एक स्कार्फ, लिपस्टिक और आईशैडो भी गिफ्ट में लेने की बात कबूली। इस पूरे विवाद से अब तक टीएमसी और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दूरी बनाकर रखी है।



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Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh from Kanpur. I Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During my career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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