TRENDING TAGS :
SMILE: रखेंगे अगर इन बातों का ध्यान, तो फ्लर्टिंग का नहीं होगा कभी बुरा अंजाम
लखनऊ: फ्लर्टिंग का नाम आते ही लोगों के चेहरे पर एक बड़ी सी स्माइल आ जाती है क्योंकि हर कोई फ्लर्ट करता है। फिर वह चाहे अपनी कॉलेज लाइफ में करता हो या फिर ऑफिस में। आजकल तो शादी-शुदा लोग भी जमकर फ्लर्टिंग करते हैं। एक तरह से माने तो फ्लर्टिंग लोगों का शौक बन गया है। टीनेज से लेकर ऑफिस गोइंग, इवेन बड़े भी फ्लर्टिंग करने लगे हैं।
इस बारे में कुछ लोगों का मानना है कि फ्लर्टिंग ऐसा मजाक है, जिससे न केवल आपका मूड फ्रेश हो जाता है, बल्कि सामने वाला भी बुरा नहीं मानता है। यह ऐसा लव गेम है, जिसे अनमैरिड और मैरिड दोनों तरह के लोग खेलते हैं। लेकिन फ्लर्टिंग की भी एक लिमिट होती है। जैसे ही लोग उस लिमिट को क्रॉस करते हैं, लोग उस इंसान को बुरी नजरों से देखना शुरू कर देते हैं।
आगे की स्लाइड में जानिए क्या होती है फ्लर्टिंग
यह होती है फ्लर्टिंग: कॉलेज में किसी दोस्त के साथ मस्ती करनी हो या फिर किसी से इनडायरेक्टली अपने दिल की बात, इसके लिए लोग फ्लर्टिंग की हेल्प लेते हैं। यह एक ऐसा लव गेम है, जिसका जल्दी कोई बुरा नहीं मानता है और लोग अपने दिल की बात कहकर खुश भी हो जाते हैं। कॉलेज में पढने वाले लड़कों का अपने क्लास की लड़कियों के साथ फ्लर्ट करना तो आम बात हो गई है। लेकिन आजकल तो स्टूडेंट्स अपने टीचर्स से भी फ्लर्ट करने लगे हैं।
दिल को बात को कहने का यह आसान तरीका है। इससे लोगों का मूड भी फ्रेश हो जाता है। पर कई बार हद से ज्यादा फ्लर्टिंग भी परेशानी बन जाती है। वहीं आपको यह जानकर हैरानी होगी कि लड़कियां-लड़के फ्लर्टिंग के जरिए एक-दूसरे की जेब भी ढीली करवा लेते हैं और एक-दूसरे को पता भी नहीं चलने देते हैं। टाइमपास के लिए फ्लर्टिंग सबसे अच्छा तरीका है। इस मामले में आजकल की लड़कियां भी पीछे नहीं हैं ।
आगे की स्लाइड में जानिए क्यों किया जाता है फ्लर्ट
इसलिए किया जाता है फ्लर्ट: अगर आपने फिल्म 'दिल-विल, प्यार-व्यार' देखी है, तो आपको उसका लीड हीरो भी जरूर याद होगा। इस फिल्म में हीरो तीन-तीन हीरोइंस के साथ फ्लर्ट करता है। वह तीनों को यकीन दिला देता है कि वह उन्हीं से प्यार करता है। लेकिन लास्ट में उसकी पोल खुल जाती है। ऐसे में वह उस हीरोइन से शादी करता है, जिसके वह सबसे ज्यादा करीब आ चुका होता है। पर रियल लाइफ में ऐसा नहीं होता है। वह हीरो जिससे शादी करता है, वह तो हीरोइन थी और उसकी उससे शादी होनी तय ही थी।
अगर कोई रियल में तीन-तीन लड़कियों के साथ फ्लर्ट करता है, तो उसे तीनों से ही शादी करने की नौबत आ सकती है। इसलिए हद से ज्यादा फ्लर्टी लोगों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए। इतना ही नहीं यह भी हो सकता है कि आम जिंदगी का कोई लड़का तीनों में से किसी भी लड़की से शादी करने को राजी न हो और शादी के लिए किसी चौथी लड़की का ही हाथ थाम ले।
एक तरह से कहें तो फ्लर्ट सिर्फ मजा लेने और टाइमपास करने के लिए किया जाता है। कई बार तो सामने वाले को पता होता है कि उसके साथ फ्लर्ट किया जा रहा है, ऐसे में वह भी पीछे नहीं हटता है। सामने वाला भी खूब एंज्वॉय करता है। इस गेम की सबसे बड़ी कंडीशन होती है कि दोनों में से कोई भी शख्स इसे सीरियस न ले। हद से ज्यादा फ्लर्टिंग करने वालों की इमेज पर बुरा असर होता है।
आगे की स्लाइड में जानिए किससे करें फ्लर्ट
इनसे करें फ्लर्ट: फ्लर्ट हमेशा उस इंसान से करना चाहिए, जो इसे सीरियसली न ले। नहीं तो फ्लर्ट करने वाले को लेने के देने पड़ सकते हैं। ऐसी सिचुएशन में फ्लर्ट करने वाले का काफी नुक्सान हो सकता है। इसलिए लिमिट में ही फ्लर्ट करना चाहिए। कभी भी मोहल्ले में फ्लर्ट नहीं करना चाहिए। इससे फैमिली की इमेज बिगड़ती है।
आगे की स्लाइड में जानिए किस हद तक सही है फ्लर्ट
कितना सही कितना गलत: फ्लर्ट करना गलत नहीं होता है, कन्देशन है कि आप लिमिट्स न क्रॉस करें। अगर आप अपनी वाइफ की फ्रेंड या फिर हसबैंड के फ्रेंड से फ्लर्ट कर रहे हैं। तो लिमिट में रह कर करें। नहीं तो शादी-शुआ लाइफ प्रॉब्लम में पड़ सकती है। कॉलेज में भी आप उस टाइम तक फ्लर्ट कर सकते हैं। जब तक इस का आप की पढ़ाई पर निगेटिव प्रभाव न पड़ रहा हो, न ही किसी से फिजिकल रिलेशन बनाने को कहें।
आगे की स्लाइड में जानिए ऑफिस में किस हद तक सही है फ्लर्ट
ऑफिस में फ्लर्ट: आजकल ऑफिसेस में तो फ्लर्टिंग का जमकर बोलबाला है। ऑफिस में कलीग्स किसी भी लड़की को देखकर फ्लर्टिंग शुरू कर देते हैं। आजकल लोग अपने दिल पर काबू नहीं कर पाते हैं। बॉस और सेक्रेटरी के फ्लर्ट के किस्से खूब छा गए हैं। लेकिन कई बार ऑफिस में फ्लर्टिंग टाइम पास के लिए नहीं बल्कि प्रमोशन पाने के लिए करते हैं। अगर सेक्रेटरी को यह लगता है कि उस का बॉस दिलफेंक टाइप का है। तो वह जमकर फ्लर्ट करती हैं। वह बॉस को खुश कर के प्रमोशन पाने की कोशिश करती हैं। इससे उस लड़की का ऑफिस में दबदबा भी बना रहता है। ऑफिसेस में कलीग्स भी आपस में फ्लर्ट करने में कंजूसी नहीं बरतते। पर यहां भी लोगों को लिमिट में फ्लर्ट करना चाहिए। ऑफिसेस में आंखों आंखों में फ्लर्ट ज्यादा होता है।