×

RCEP देशों के व्यापार मंत्री आज सिंगापुर में करेंगे बैठक, इसलिए महत्वपूर्ण है ये मीटिंग

Shivakant Shukla
Published on: 13 Nov 2018 11:18 AM IST
RCEP देशों के व्यापार मंत्री आज सिंगापुर में करेंगे बैठक, इसलिए महत्वपूर्ण है ये मीटिंग
X

नई दिल्ली: भारत और चीन समेत क्षेत्रीय विस्तृत आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के सदस्य 16 देशों के व्यापार मंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक आज सिंगापुर में शुरू होगी। जो कि 13 नवम्बर यानि कल लक चलेगा। इस बैठक में प्रस्‍तावित मेगा व्‍यापार समझौते संबंधी वार्ता की बाधाओं को दूर करने पर विचार विमर्श किया जाएगा।

यह बैठक ऐसे समय में होगी जब भारत के ऊपर प्रस्तावित वृहद व्यापार सौदे पर यथाशीघ्र बातचीत पूरा करने का दबाव है। जानकारी के अनुसार वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

ये भी पढ़ें— 2019 चुनाव: तो इस बार आमने-सामने हो सकती हैं यादव परिवार की ये दो बहुयें!

बैठक में ये ये देश ​होंगे शामिल

आरसीईपी में 10 आसियान देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यामां, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलिपींस, लाओस और वियतनाम तथा उनके साथ मुक्त व्यापार समझौते वाले देश भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।

भारत का आसियान देशों, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ पहले ही मुक्त व्यापार समझौता है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ भी इस तरह के समझौते को लेकर बातचीत चल रही है।

ये भी पढ़ें— सबरीमाला संरक्षण रथयात्रा आज होगी समाप्त, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पहुंच सकते है मंदिर

इसलिए महत्वपूर्ण है ये मीटिंग

उल्लेखनीय है कि आरसीईपी देशों में 10 देशों के साथ भारत का व्यापार घटा है। ऐसे में प्रस्तावित वार्ता को लेकर घरेलू उद्योग जगत के ऊपर दबाव है। यदि संधि में चीन को प्रस्तावित छूटें दी गयीं तो घरेलू बाजार में चीनी सामानों के बाढ़ आ जाने का जोखिम होगा।

गौरतलब है कि व्‍यापक क्षेत्रीय आर्थिक साझेदारी समूह व्‍यापार समझौता है। इसके अंतर्गत वस्‍तुओं, सेवाओं, निवेश, आर्थिक और तकनीकी सहयोग, प्रतिस्‍पर्धा और बौद्धिक सम्‍पदा अधिकारों पर खासा जोर रहेगा। यह बैठक इसलिए महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि 16 सदस्‍य देशों का समूह अब विशेष राजनीतिक जरूरतों पर ध्‍यान देने का भी इच्‍छुक है।

ये भी पढ़ें— सबरीमाला मंदिर मामले में 45 पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट आज करेगा सुनवाई

बता दें कि समझौते को लेकर बातचीत 2012 में शुरू हुई थी, पर सदस्य देश आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। इस लिहाज से यह बैठक खासी महत्वपूर्ण है। इससे पहले बैंकाक में 23वें दौर की बातचीत हाल में संपन्न हुई लेकिन उसमें कोई खास प्रगति नहीं हुई।

Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

Next Story