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Trans Harbor Link: भारत का सबसे लंबा पुल आज से चालू, जानिए सब कुछ

Trans Harbor Link: इसकी लंबाई 21 किलोमीटर से ज्यादा है। 21.8 किमी में से 16.5 किमी लंबाई समुद्र के ऊपर और लगभग 5.5 किमी भूमि पर है। इस पुल को 17,840 करोड़ रुपये में बनाया गया है। पुल के निर्माण में इस्तेमाल किया गया स्टील एफिल टावर से 17 गुना ज्यादा और 500 बोइंग हवाई जहाज के वजन के बराबर है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 12 Jan 2024 6:08 AM GMT (Updated on: 12 Jan 2024 7:55 AM GMT)
Trans Harbor Link
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Trans Harbor Link  (photo: social media )

Trans Harbor Link: छह दशक पहले की गई परिकल्पना आज साकार हो गई है। मुम्बई को रायगढ़ से जोड़ने वाला मुम्बई ट्रांस हार्बर लिंक पुल यानी अटल सेतु आज आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। यह पुल भारत का सबसे लंबा पुल है। इसकी लंबाई 21 किलोमीटर से ज्यादा है।

मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक को अब अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु नाम दिया गया है। भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल का दर्जा प्राप्त इस पुल को 17,840 करोड़ रुपये में बनाया गया है। यह पुल मुंबई में सिवरी को नवी मुंबई में एनएक-4बी पर चिरले से जोड़ेगी और आगे एक अलग परियोजना के माध्यम से मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाईवे से जुड़ेगी। यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए तेज़ कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को कम करेगा। इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।

सबसे लम्बा समुद्री पुल

एमटीएचएल की आधारशिला दिसंबर 2016 में रखी गई थी। यह 21.8 किमी लंबा है। 21.8 किमी में से 16.5 किमी लंबाई समुद्र के ऊपर और लगभग 5.5 किमी भूमि पर है।

  • पुल में एक उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली भी है, जो कोहरे, दृश्यता और गति सीमा पार करने वाले वाहनों का पता लगा सकती है। चढ़ाई और उतराई रैंप पर गति सीमा 40 किमी प्रति घंटे तक सीमित रहेगी।
  • राज्य सरकार ने एमटीएचएल पर एक तरफ की यात्रा के लिए प्रति कार 250 रुपये का टोल शुल्क तय किया है। मोटरसाइकिल, मोपेड, तिपहिया वाहन, ऑटो, ट्रैक्टर, जानवरों द्वारा खींचे जाने वाले वाहन और धीमी गति से चलने वाले वाहनों के लिए कोई प्रवेश नहीं होगा।
  • मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक से यात्रा का समय दो घंटे से घटकर 15-20 मिनट हो जाएगा।
  • एमटीएचएल ओपन रोड टोलिंग (ओआरटी) प्रणाली वाला भारत का पहला समुद्री पुल है जो वाहनों को 100 की स्पीड पर भी बिना रुके टोल बूथों से गुजरने की अनुमति देता है।
  • एमटीएचएल में छह लेन वाला समुद्री लिंक है, जो समुद्र के ऊपर 16.50 किलोमीटर और जमीन पर 5.50 किलोमीटर है।
  • एमटीएचएल आर्थिक विकास का एक इंजन भी है, जो मुंबई और मुख्य भूमि के बीच कच्चे माल, तैयार माल और श्रमिकों की आवाजाही की सुविधा प्रदान करता है।
  • लगभग रु. की लागत से. 18,000 करोड़ की लागत से बने एमटीएचएल पर रोजाना लगभग 70,000 वाहनों को समायोजित करने की उम्मीद है।
  • एमटीएचएल पर विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए विशिष्ट प्रतिबंधों के साथ अधिकतम गति सीमा 100 किमी/घंटा होगी।
  • इसे रणनीतिक रूप से मुख्य मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो राज्य के दो सबसे बड़े शहरों के बीच कनेक्टिविटी को और बढ़ाएगा।
  • मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने नवंबर 2017 में परियोजना के लिए ठेका प्रदान किया था। कोरोना महामारी के कारण निर्माण में लगभग आठ महीने की देरी हुई। निर्माण कार्य 95 फीसदी तक पूरा हो चुका है, जबकि शेष कार्य, जैसे सड़कें बिछाना, वायरिंग और एक इंटेलिजेंट परिवहन प्रणाली का कार्यान्वयन, पुल के मुख्य भूमि से जुड़ने के बाद पूरा किया जाएगा।
  • पुल के निर्माण में इस्तेमाल किया गया स्टील एफिल टावर से 17 गुना ज्यादा और 500 बोइंग हवाई जहाज के वजन के बराबर है। हावड़ा ब्रिज की तुलना में स्टील का चार गुना उपयोग किया गया है। अमेरिका में स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की तुलना में कंक्रीट का छह गुना उपयोग किया गया है।
Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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