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Amarnaath Yatra 2022: आतंक के साए में अमरनाथ यात्रा, धमकी वाले खत से कही खून खराबे की बात
Amarnaath Yatra 2022: यात्रा को लेकर 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) की तरफ से एक धमकी भरा पत्र सामने आया है। जिसमें इस यात्रा के दौरान खून खराबे की बात कही गई है।
Amarnaath Yatra 2022: बाबा भोले नाथ के भक्तों के लिए अमरनाथ यात्रा काफी महत्वपूर्ण होती है। हर साल होने वाली यह यात्रा जून में शुरू होने जा रही है। लेकिन इस बीच यात्रा को लेकर 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) (The Resistance Front) की तरफ से एक धमकी भरा पत्र सामने आया है। जिसमें इस यात्रा के दौरान खून खराबे की बात कही गई है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी (corona pandemic) के चलते अमरनाथ यात्रा (Amarnaath Yatra)लगातार स्थगित की जा रही थी। कोरोना पर काबू पाने के बाद अब अमरनाथ यात्रा को शुरू करने का फैसला लिया गया है जिसको लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह है। इस बार अमरनाथ यात्रा में लाखों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
संघी और फासीवादी सरकार इस पवित्र स्थल का भगवाकरण करना चाहती है- टीआरएफ
कश्मीर के आतंकी संगठन टीआरएफ (TRF) की तरफ से कहा गया है कि, हर साल 15 हजार की जगह अब 8 लाख लोग अमरनाथ यात्रा पर आ रहे हैं, वहीं 15 दिन की जगह 75 दिन की यात्रा हो रही है। ये अमरनाथ यात्रा का राजनीतिकरण है।
इसमें आगे कहा गया है कि श्राइन बोर्ड (Shrine Board) की तरफ से हाल ही में ये ऐलान किया गया कि पवित्र गुफा तक तीन लाख श्रद्धालु जा सकेंगे और यात्रा 75 दिन तक जारी रहेगी। ये और कुछ नहीं बल्कि एक पॉलिटिकल मूव है। टीआरएफ ने कहा है कि, संघी और फासीवादी सरकार इस पवित्र स्थल का भगवाकरण करना चाहती है।
टीआरएफ ने खून खराबे की दी धमकी
टीआरएफ ने अपनी धमकी में कहा है कि "वो सरकार के इस एजेंडे का हिस्सा न बनें। इस संगठन ने आरोप लगाया है कि सरकार लोगों को बलि का बकरा बनाने की कोशिश कर रही है। लोगों से कहा गया है कि वो भड़के नहीं और सरकार की बातों में न आएं।" आखिर में टीआरएफ ने कहा है कि "उसके लड़ाके हालात पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी तरह का भड़काऊ कदम खून खराबे को न्योता दे सकता है।"