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Maharashtra Crisis Live : शिंदे और CM उद्धव की फोन पर हुई 20 मिनट बात, बोले- 35 MLA मेरे साथ
Maharashtra Crisis: उद्धव ठाकरे ने बागी नेता एकनाथ शिंदे के लिए मुख्यमंत्री का पद छोड़ने की भी पेशकश की है। शिंदे के साथ बागी तेवर दिखाने वाले नेताओं में राज्य के दो मंत्री और शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे भी शामिल हैं।
Maharashtra Crisis: महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव (Legislative Council elections in Maharashtra) के एक दिन बाद सियासी भूचाल ( (Political Crisi in Maharashtra) आ गया है। सत्ताधारी महाविकास अघाड़ी गठबंधन (Mahavikas Aghadi Alliance) की अगुवाई कर रही शिवसेना (Shiv Sena) को राज्यसभा और विधान परिषद के चुनाव में लगे झटकों के बाद मंगलवार को एक और तगड़ा झटका तब लगा, जब शिवसेना के कद्दावर नेताओं में शुमार और ठाकरे परिवार के विश्वासपात्र माने जाने वाले कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे (Cabinet Minister Eknath Shinde) ने बगावत कर दिया। जिसके बाद से उद्धव सरकार के अस्तित्व पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।
उधर, शिंदे ने बगावत करने के बाद पहली प्रतिक्रिया दी है। शिवसेना नेता ने ट्वीट कर कहा कि हम बालासाहेब के सच्चे शिवसैनिक हैं। बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है। हम सत्ता के लिए कभी शिवसेना को धोखा नहीं देंगे।
आठवले- महाराष्ट्र में बनेगी फडणवीस सरकार
इस बीच केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र की राजनीति में दलित राजनीति का चेहरा रामदास आठवले का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा, कि 'महाराष्ट्र में जल्द ही देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनने वाली है। उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार के दिन अब पूरे हो चुके हैं, उसका गिरना तय है।' आठवले ने 35 विधायकों के समर्थन की बात कही है।
उद्धव के घर हुई महाविकास अघाड़ी की समन्वय बैठक
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास पर महाविकास अघाड़ी की समन्वय बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) मंत्री छगन भुजबल, एचएम दिलीप वलसे पाटिल, जयंत पाटिल और अजित पवार शामिल हुए। बता दें कि, अब कांग्रेस के विधायक दल की बैठक शुरू होने वाली है।
MVA की बैठक में संजय राउत भी मौजूद रहे
महाराष्ट्र सरकार में उपजे सियासी संकट के बाद मंगलवार को लगातार बैठकों का दौर जारी है। इसी कड़ी में महाविकास अघाड़ी (MVA) की समन्वय बैठक भी हुई। यह बैठक मुख्यमंत्री उद्धव के घर पर हुई। इस बैठक में शिवसेना सांसद संजय राउत भी मौजूद रहे।
शिंदे और CM उद्धव की फोन पर हुई 20 मिनट बात
शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर ने आज सूरत के होटल में पहुंचने के बाद असंतुष्ट विधायकों के साथ वार्ता की। इस दौरान एकनाथ शिंदे की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात करवाई। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उनके पास करीब 35 विधायकों का समर्थन है। उन्होंने कहा, कि अगर वे बीजेपी के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार हैं, तो पार्टी नहीं टूटेगी। इस दौरान उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि उनकी मुख्यमंत्री पद पर नजर नहीं है।
उद्धव बोले- बीजेपी के साथ नहीं हो सकता गठबंधन
मिलिंद शिंदे ने उद्धव ठाकरे से बातचीत में कहा कि उनके खिलाफ किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं थी। शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। उन्होंने कहा कि, वह इस बात से नाराज हैं कि शिवसेना के कुछ कार्यकर्ता उनके खिलाफ बोल रहे हैं, उनका विरोध कर रहे हैं , जबकि, उद्धव ठाकरे ने शिंदे से कहा कि बीजेपी शिवसेना और उसके कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है। उनका बीजेपी के साथ गठबंधन कैसे हो सकता है?
मिलिंद नार्वेकर- रवि पाठक की बागी MLA से वार्ता खत्म
शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर और रवि पाठक ने आज सूरत में शिवसेना के बागी विधायकों के साथ बातचीत की। दोनों नेताओं की वार्ता ख़त्म हो चुकी है। दोनों अब होटल से बाहर निकल आए हैं। वहीं, अब महाराष्ट्र में कुछ ही देर में सीएम उद्धव ठाकरे की अजित पवार के साथ बातचीत शुरू होने वाली है।
शिंदे बर्खास्त, अजय चौधरी बने विधायक दल के नेता
शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से बर्खास्त कर दिया है। जिसके बाद, पार्टी ने अजय चौधरी को विपक्ष का नेता चुना है। इसके बाद अजय चौधरी ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल (Narhari Sitaram Zirwal) से मुलाकात की। उन्होंने इस नियुक्ति के बारे में उन्हें आधिकारिक तौर पर जानकारी दी।
'शिंदे का साथ देने वाले MLA's के छिनेंगे मंत्री पद'
शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि, 'इस सियासी हलचल के सूत्रधार एकनाथ शिंदे का साथ देने वाले बागियों से मंत्री पद छीने जाएंगे। . उन्होंने ये भी कहा कि हम एकनाथ शिंदे को शांत करने की कोशिश में जुटे हैं। सरकार के सभी दल एक साथ हैं। हम आज रात फिर मिलेंगे। राउत ने दावा किया कि अभी शिंदे के साथ 27 नहीं बल्कि 17 से 18 विधायक हैं।'
राउत: BJP के साथ जाने का कोई सवाल नहीं
शिवसेना नेता संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाने के सवाल पर कहा, कि 'बीजेपी के साथ जाने का सवाल नहीं उठता। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमें 10 बार अपमानित किया। क्या हम उनके साथ जाएंगे?
'मेरी शिंदे से बात हुई, बगावत के पीछे BJP का हाथ'
महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एक खबरिया चैनल से बात करते हुए कहा कि, 'मेरी एकनाथ शिंदे से बात हुई है। इस पूरे घटनाक्रम के पीछे भारतीय जनता पार्टी (BJP) है। शिवसेना सांसद ने कहा, कि प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के डर से एकनाथ शिंदे ने बगावत की है। कई विधायकों ने हमसे संपर्क किया और कहा कि उन्हें जबरन वहां ले जाया गया है। राउत ने दावा किया कि हमारे एक विधायक रात में ही सूरत से मुंबई आने की कोशिश कर रहे थे। उनके साथ चार और विधायक भी थे, मगर गुजरात पुलिस ने उन विधायकों को पकड़ लिया। संजय राउत ने कहा, कि अगर महाराष्ट्र पुलिस को गुजरात जाने का मौका मिला तो वह सभी को वापस लाएगी।'
उद्धव (Uddhav Thackeray) ने सीएम पद छोड़ने की पेशकश की - सूत्र
शिवसेना ने अपने बागी नेता एकनाथ शिंदे पर कड़ा एक्शन लिया है। उन्हें विधानसभा में विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस पद पर सेवरी से शिवसेना विधायक अजय चौधरी (0Shiv Sena MLA Ajay Choudhary) को बैठाया जाएगा। यह निर्णय सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने आधाकारिक आवास वर्षा में शिवसेना नेताओं के बैठक में लिया है। इसके अलावा सूत्रों से ये भी जानकारी सामने आई है कि इस बैठक के दौरान उद्धव ठाकरे ने बागी नेता एकनाथ शिंदे के लिए मुख्यमंत्री का पद छोड़ने की भी पेशकश की है।
कांग्रेस हुई सतर्क, बुलाई विधायक दल की बैठक
सत्ताधारी महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल कांग्रेस शिवसेना में उठे इस सियासी बवंडर को लेकर सतर्क हो गई है। महाराष्ट्र कांग्रेस (Maharashtra Congress) के प्रभारी एच के पाटिल ने आज शाम साढ़े पांच बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। ताजा सियासी घटनाक्रम को देखते हुए पार्टी ने एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को राज्य का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
दरअसल इस गठबंधन में कांग्रेस के विधायक हमेशा से अपनी उपेक्षी की शिकायत करते रहे हैं। ऐसे में माना जाता रहा है कि बीजेपी कभी भी कांग्रेस विधायकों के इस नाराजगी का फायदा उठा सकती है। यही वजह है कि कांग्रेस अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए सक्रिय हो गई है।
महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना के कई विधायकों (Shiv Sena MLA's) के बागी तेवर के बाद उद्धव सरकार (Uddhav Sarkar) पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्य के मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अगुवाई में राज्य के करीब 26 विधायकों ने बागी तेवर अपना लिया है। शिंदे विधायकों के साथ गुजरात (Gujarat) के सूरत पहुंच गए हैं।
बताया जा रहा है कि इन विधायकों ने सूरत के एक होटल में डेरा डाल रखा है। शिंदे के साथ बागी तेवर दिखाने वाले नेताओं में राज्य के दो मंत्री और शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे (Shrikant Shinde) भी शामिल हैं। राज्य के एक निर्दलीय विधायक (Independent MLA) का भी इस गुट को समर्थन बताया जा रहा है।
राज्य में सोमवार को हुए विधान परिषद के चुनाव (Maharashtra Legislative Council elections) में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी गठबंधन (Mahavikas Aghadi Alliance) को करारा झटका लगा था। शिवसेना के दोनों उम्मीदवार जीतने में तो कामयाब रहे, मगर पार्टी के कुछ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की थी। कांग्रेस ने इस चुनाव में 2 उम्मीदवार खड़े किए थे मगर पार्टी के एक उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा।
विधान परिषद चुनाव के बाद सियासी हलचल तेज
महाराष्ट्र में सोमवार को हुए विधान परिषद चुनाव के बाद से ही राज्य में सियासी हलचलें काफी तेज हैं। राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections 2022) में 123 वोट हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विधान परिषद चुनाव में 134 वोट हासिल कर 5 सीटों पर कब्जा कर लिया। शिवसेना के दोनों उम्मीदवारों को जीत तो हासिल हुई, मगर इन उम्मीदवारों को शिवसेना का पूरा वोट नहीं मिल सका।
शिवसेना-कांग्रेस विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
बता दें कि, शिवसेना के राज्य में 55 विधायक हैं। मगर, शिवसेना विधायकों को 52 वोट ही हासिल हुए। दूसरी ओर, कांग्रेस में भी क्रॉस वोटिंग (Cross voting in Congress) की बात सामने आई है। कांग्रेस के एक उम्मीदवार भाई जगताप को तो जीत हासिल हुई। मगर, दूसरे उम्मीदवार चंद्रकांत हंडोरे को हार का मुंह देखना पड़ा। जीत हासिल करने वाले भाई जगताप ने कांग्रेस के कई विधायकों पर गद्दारी करने का बड़ा आरोप लगाया है।
ठाकरे के आवास पर देर रात तक मंथन
दूसरी ओर, शिवसेना के दोनों विधायकों के जीत हासिल करने के बाद पार्टी की ओर से जश्न नहीं मनाया जा सका। राज्य के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 13 विधायकों के लापता होने के कारण पार्टी में हड़कंप मच गया। शिवसेना में बगावत की बात सामने आने के बाद रात में ही उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) के आवास पर आपात बैठक बुला ली गई। देर रात दो बजे तक राज्य के सियासी हालात पर मंथन किया गया। उद्धव ठाकरे के आवास से ही एकनाथ शिंदे से संपर्क साधने की कोशिश की गई मगर शिवसेना नेताओं की शिंदे से कोई बातचीत नहीं हो सकी।
पवार समेत NCP नेता भी सक्रिय
राज्य में काफी तेजी से हुए इस घटनाक्रम के बाद एनसीपी के मुखिया शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) और उनकी बेटी सुप्रिया सुले (Supriya Sule) भी सक्रिय हो गई हैं। इन दोनों नेताओं ने भी राज्य के सियासी हालात पर विधायकों और नेताओं से चर्चा की है। सुप्रिया सुले और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर राज्य के सियासी हालात पर चर्चा की है। शिवसेना नेताओं की ओर से एकनाथ शिंदे की लोकेशन का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। कुछ न्यूज़ चैनलों की ओर से शिंदे और बाकी विधायकों के गुजरात के सूरत में होने की बात कही गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पार्टी के विधायकों की आपात बैठक बुलाई है जिसमें राज्य के सियासी हालात पर चर्चा की जाएगी।
राउत ने बीजेपी पर लगाया बड़ा आरोप
इस बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने भी इस बात को स्वीकार किया, कि एकनाथ शिंदे समेत पार्टी के कई विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की ओर से राज्य की उद्धव सरकार को अस्थिर करने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि, शिंदे समेत पार्टी के कुछ विधायक गुजरात में हैं। इसके लिए गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल (Gujarat BJP state president CR Patil) की ओर से व्यवस्था की गई है। इससे साफ है कि बीजेपी उद्धव सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि, भाजपा नेतृत्व को यह समझ लेना चाहिए कि सरकार गिराने की उसकी साजिश कभी सफल नहीं हो पाएगी।