TRENDING TAGS :
नागपुर हिंसा के पीछे CM Fadnavis, सरकार नहीं संभलती तो दें इस्तीफा, नागपुर हिंसा को लेकर भड़के Uddhav Thackeray
Nagpur Violence: उद्धव ठाकरे ने नागपुर हिंसा के लिए मुख्यमंत्री फडणवीस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि अगर सरकार स्थिति पर काबू नहीं पा सकती तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुए दो समुदायों के बीच हिंसक झगड़े ने राज्य में तूल पकड़ लिया है, और इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलचल मचाई है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस हिंसा के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार, खासकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार विफल हो गई है, तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। ठाकरे का यह बयान राज्य की सुरक्षा व्यवस्था और मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी पर सवाल उठाता है, साथ ही नागपुर में घटित इस हिंसा को लेकर राजनीतिक नेतृत्व पर दबाव भी बढ़ा दिया है।
ठाकरे ने यह भी कहा कि यदि सरकार सही तरीके से काम करती तो इस तरह की हिंसा की स्थिति उत्पन्न नहीं होती। ठाकरे ने राज्य सरकार से इस्तीफा देने की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार विफल हो जाती है, तो उन्हें अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने भी यह टिप्पणी की कि राज्य की जनता इस तरह की हिंसा और सरकार की निष्क्रियता से नाराज है। उन्होंने यह भी कहा कि इस स्थिति को शांतिपूर्वक तरीके से सुलझाने की जिम्मेदारी सरकार की है, और यदि वह इसमें विफल रहती है तो उसे इस्तीफा देना चाहिए।
कैसे हुई हिंसा
नागपुर में हुई हिंसा की शुरुआत औरंगजेब की कब्र को लेकर हुई एक विवाद से हुई। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग की थी, और उसी दौरान वीएचपी कार्यकर्ता औरंगजेब का पुतला जला रहे थे। लेकिन अफवाह फैल गई कि किसी समुदाय विशेष की धार्मिक पुस्तक और चादर को जला दिया गया, जिससे विवाद बढ़ गया। इसके बाद दोनों समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी। उपद्रवियों ने घरों और वाहनों में तोड़फोड़ की और कई गाड़ियों में आग लगा दी। इसके साथ ही पुलिस के ऊपर भी पत्थरबाजी की गई। इसके परिणामस्वरूप पुलिस को कर्फ्यू लागू करना पड़ा और कई क्षेत्रों में स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
नागपुर में इस हिंसा के बाद कर्फ्यू लागू करने के साथ ही पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए सख्त कार्रवाई की है। पुलिस ने 65 लोगों को गिरफ्तार किया और हिंसा के पीछे की साजिश की जांच शुरू कर दी है। साथ ही, संवेदनशील इलाकों में त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और दंगा नियंत्रण पुलिस को तैनात किया गया है।