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Budget 2023: हेल्थ सेक्टर में नए कालेज और निजी निवेश को बढ़ावा
Budget 2023: चिकित्सा क्षेत्र में नए मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ निजी निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा।
Budget For Health: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में हेल्थ सेक्टर के लिए कई ऐलान किये हैं। इन घोषणाओं में नए नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना से लेकर से आईसीएमआर की सुविधाओं में वृद्धि तक शामिल है। वित्त मंत्री ने कहा है की चिकित्सा क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। इन घोषणाओं से इस सेक्टर को अपेक्षित बूस्ट मिलने की उम्मीद है।
- 2015 से स्थापित मौजूदा 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ को-लोकेशन में 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। यानी जहाँ जहाँ मेडिकल कालेज हैं उन्हीं के पास नर्सिंग कालेज स्थापित किये जायेंगे। तीनों पक्षों को बहुत सहूलियत मिलेगी।
- भारत में सिकल सेल एनीमिया एक बड़ी समस्या है। सिकल सेल एनीमिया यानी खून की कमी जो स्त्रियों, खासकर गर्भवती स्त्रियों को बहुत प्रभावित करती है। वित्त मंत्री ने घोषणा की है कि वर्ष 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने का मिशन चलाया जाएगा।
- सार्वजनिक और निजी चिकित्सा सुविधाओं द्वारा अनुसंधान के लिए चुनिंदा आईसीएमआर प्रयोगशालाओं में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
- फार्मास्यूटिकल्स में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्टता केंद्रों द्वारा एक नया कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
पिछले साल, सरकार ने 2022-23 में 39,44,909 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव रखा था जो कि 2021-22 के संशोधित अनुमान से 4.6 फीसदी अधिक था। 2021-22 में कुल व्यय बजट अनुमान से 8.2 फीसदी अधिक रहने का अनुमान है। 2022 में, उच्चतम आवंटन वाले शीर्ष 13 मंत्रालयों में, 2022-23 में, आवंटन में सबसे अधिक प्रतिशत वृद्धि संचार मंत्रालय (93 फीसदी) में देखी गई, इसके बाद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (52 फीसदी) और जल शक्ति मंत्रालय (25 फीसदी)। इनमें से रक्षा मंत्रालय को 2022-23 में सबसे ज्यादा आवंटन 5,25,166 करोड़ रुपये का रहा है। इस बीच, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को 2022-23 में 86,201 करोड़ रुपये आवंटित किये गए थे।